रितिका के पैर जल गए थे. इस बीच आकाश का भाई वहां से भाग गया. लेकिन घर उजड़ने के डर से रितिका की मां ने पुलिस में रिपोर्ट नहीं की. आकाश बाद में रितिका को अपने घर टूंडला ले आया. दोनों स्टूडेंट के लिए कंसलटेंसी सर्विस का काम करने लगे.
लेकिन काम नहीं चला, तब दोनों आगरा रहने लगे. यहां रितिका एक कंपनी में काम करने लगी. नौकरी के दौरान दोस्तों से बात करने से आकाश उस पर शक करने लगा. इस के चलते रितिका को नौकरी छोड़नी पड़ी.
सन 2018 में उस की मुलाकात फेसबुक के माध्यम से विपुल अग्रवाल से हुई, जो फिरोजाबाद में रहता था. वह बड़ा बाजार शिकोहाबाद का मूल निवासी था. लेकिन अब तक आकाश बेरोजगार था. वह कुछ नहीं करता था, बल्कि रितिका की कमाई पर ही ऐश करता था.
विपुल से मुलाकात होने पर रितिका ने उसे अपनी समस्या बताई. तब रितिका फिरोजाबाद स्थित एक स्कूल में नौकरी करने लगी.
इस स्कूल में विपुल पार्टनर था. इस बीच विपुल और रितिका के बीच नजदीकियां बढ़ने लगीं. इस की जानकारी रितिका के पति आकाश गौतम को हो गई. वह अकसर स्कूल आता और सब के सामने रितिका के साथ दुर्व्यवहार करता.
पति की ज्यादती के चलते रितिका ने पति का घर छोड़ दिया. दोनों अलग रहने लगे. लेकिन आकाश लगातार रितिका को परेशान करने लगा.
इस के चलते विपुल और रितिका का एकदूसरे के प्रति झुकाव बढ़ता गया. 2020 में विपुल और रितिका आगरा आ गए. वे पिछले लगभग ढाई साल से लिवइन में रह रहे थे.
विपुल अग्रवाल की पत्नी डा. दीपाली अग्रवाल दंत चिकित्सक है. उस के 10 साल का एक बेटा भी है. दीपाली फिरोजाबाद में रहती है. जब उसे पति के रितिका से संबंधों की जानकारी हुई तो उस ने इस रिश्ते का विरोध किया. दोनों में दूरियां बढ़ने लगीं. लेकिन विपुल तो रितिका का दीवाना हो चुका था. वह उसे छोड़ने को तैयार नहीं हुआ.
आगरा में विपुल और रितिका किराए पर फ्लैट ले कर रहने लगे. रितिका अपने पति आकाश से अब दूर रहने लगी. पति से कानूनी तौर पर भी अलग होने के लिए उस ने कोर्ट में तलाक की अरजी लगा दी. इस में रितिका ने आकाश से करीब 50 लाख रुपए मुआवजे की मांग की थी.
उधर रितिका का पति आकाश गौतम काफी समय से रितिका की रेकी करवा रहा था. मगर रितिका के बारबार मकान बदलने से वह उस तक पहुंच नहीं पा रहा था. किसी तरह इस की भनक विपुल अग्रवाल और रितिका सिंह को लग गई थी. इसलिए दोनों अपने रहने के ठिकाने बदल रहे थे.
3 महीने पहले ही विपुल ने इस फ्लैट को 13 हजार रुपए महीने किराए पर लिया था. इस फ्लैट में रितिका और विपुल लिवइन में रह रहे थे. विपुल और उस की पत्नी दीपाली का भी तलाक का मामला कोर्ट में पहुंच चुका था.
मृतका की मां मंजू का आरोप है कि बेटी काफी परेशान थी. एक साल से रितिका उस से मिलने के लिए गाजियाबाद आना चाहती थी, लेकिन विपुल उसे जाने नहीं देता था. क्योंकि उसे आकाश से रितिका की जान का खतरा था.
मां से मिलना चाहती थी रितिका
घटना से 2 दिन पहले रितिका ने मोबाइल से 15 मिनट तक मां से बात की थी. मां से मिलने के लिए उस ने गाजियाबाद आने की बात की थी. उस ने बताया कि उसे आकाश से अपनी जान का खतरा है. लेकिन दूसरे दिन ही आने से मना कर दिया था, वह डरी हुई लग रही थी.
पकड़ा गया शख्स मृतका का पति आकाश गौतम था. पहले तो वह पुलिस को गुमराह करता रहा. लेकिन सीसीटीवी फुटेज ने सच्चाई उजागर कर दी थी. सख्ती करने पर उस ने रितिका की हत्या का जुर्म कुबूल कर लिया. जिन महिलाओं को आकाश बहनें बता रहा था, वे भाड़े व नौकरी के लालच में लाई गई थीं.
पकड़ी गई दोनों महिलाओं ने बताया कि आकाश तो उन्हें यह कह कर लाया था कि वह पत्नी को लेने जा रहा है. जरूरत पड़ने पर महिला होने के नाते वह उस का सहयोग कर देंगी. कुसुमा और काजल को इस बात का अंदेशा नहीं था कि आकाश अपनी पत्नी की हत्या कर देगा.
रितिका सिंह खूबसूरत थी. वह फूड और फैशन पर वीडियो बनाती थी, सोशल मीडिया पर ऐक्टिव रहती थी. इंस्टाग्राम पर उस के 44 हजार से अधिक फालोअर्स हैं. तमाम वीडियो में खुशीखुशी हंस कर फैशन और फूड ब्लागिंग करने वाली रितिका की आवाज को अचानक उस के पति ने खामोश कर दिया गया.
इस के पीछे की वजह उस के पति आकाश गौतम का सनकीपन, एकतरफा दीवानगी, बेरोजगारी और पत्नी पर शक करना था. लेकिन अब पत्नी द्वारा तलाक लेने व 50 लाख का मुआवजा मांगने पर वह कोर्ट में सबूत देना चाहता था कि उस की पत्नी रितिका अपने दोस्त विपुल के साथ लिवइन पार्टनर के तौर पर रह रही है.
उस ने सोचा उस का वीडियो बना कर कोर्ट में पेश कर दिया तो शायद उसे 50 लाख रुपए का मुआवजा नहीं देना पड़ेगा, क्योंकि उस की पत्नी अपनी मरजी से उसे छोड़ कर गई थी.
गेटमैन को फ्लैट का नंबर बताया गलत
इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए आकाश ने अपने दोस्त चेतन के साथ मिल कर षडयंत्र रचा. योजना के तहत, चेतन ने अपने परिचित अनवर के साथ मिल कर 2 महिलाओं को भाड़े पर साथ लिया. फ्लैट में घुसने के लिए महिलाओं ने गेटमैन को दूसरे फ्लैट का नंबर 601 बताया ताकि किसी को शक न हो. जबकि घटना उन्हें फ्लैट नंबर 404 में अंजाम देनी थी.
लिफ्ट से पांचों लोग फ्लैट नंबर 404 पर पहुंच गए. आकाश ने दोनों महिलाओं से घंटी बजाने को कहा, क्योंकि रितिका व विपुल उसे देख कर दरवाजा नहीं खोलते. महिलाओं के फ्लैट की घंटी बजाने पर जैसे ही विपुल ने दरवाजा खोला, महिलाओं के साथ आकाश व उस के दोनों साथी भी अंदर घुस आए. आते ही आकाश से विपुल और रितिका की कहासुनी होने लगी.
इसी बीच दोनों महिलाओं ने रितिका को पकड़ लिया, जबकि आकाश व उस के दोनों साथियों ने मारपीट कर विपुल अग्रवाल के हाथ बांध कर बाथरूम में बंद कर दिया. तब विपुल शोर मचाने लगा. आकाश जिस उद्देश्य से आया था, उसे पूरा न होते देख उस के सिर पर खून सवार हो गया.
आकाश व उस के चारों साथियों ने रितिका की पिटाई करने के साथ ही उस के हाथ अपने साथ लाई रस्सी से तथा मुंह कपड़े से बांध दिया और उसे उठा कर फ्लैट के पीछे की बालकनी से नीचे फेंक दिया.
बालकनी से नीचे फेंकने के दौरान रितिका ने संघर्ष भी किया, जिस से वहां रखे गमले गिर गए. नीचे गिरते समय भी रितिका लगातार चीख रही थी. लेकिन इतनी ऊंचाई से गिरने के बाद वह हमेशा के लिए खामोश हो गई.





