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अंकिता पंकज से बात करने के लिए वाट्सऐप चैट का इस्तेमाल करती थी. लेकिन मुन्ना उस की चोरी पकड़ न पाया. क्योंकि चैटिंग करने के बाद वह चैट हिस्ट्री को डिलीट कर देती थी. ऐसा लंबे समय से चल रहा था. लेकिन इस घटना से करीब एक महीना पहले अचानक रात को सोते समय मुन्ना की आंखें खुल गईं और वह उठ कर बैठ गया. उस ने देखा बगल में रखा उस का फोन गायब था.

वह अपने कमरे से बाहर निकला तो देखा अंकिता अपने कमरे के बाहर फोन ले कर उस पर चैटिंग कर रही थी.

‘‘इतनी रात को तू किस से बातें कर रही है,’’ अचानक पीछे से अपने पिता मुन्ना की आवाज सुन कर अंकिता हड़बड़ा गई और उस ने झटपट फोन बंद कर दिया.

‘‘कुछ नहीं पापा, अपनी एक फ्रैंड से बात कर रही थी थोड़ा होमवर्क छूट गया था, उसी की फोटो मंगवा रही थी.’’ अंकिता ने अपनी सफाई में जवाब दिया और फोन पिता के हाथ में थमा दिया.

कमरे में जा कर मुन्ना अपने मोबाइल की काल डिटेल्स और वाट्सऐप चेक करने लगा कि आखिर अंकिता किस से बातें कर रही थी.

वाट्सऐप चैक करने के बाद मुन्ना की आंखें फटी रह गईं. क्योंकि वाट्सऐप की उस चैटिंग में अंकिता और पंकज के बीच चैट पर जिस तरह की बातें हो रही थीं, वह इशारा कर रहीं थीं कि दोनों के बीच में न सिर्फ घनिष्ठ रिश्ते हैं, बल्कि उन दोनों के बीच कुछ ऐसा भी हो गया है, जो पिता के लिए नाकाबिलेबरदाश्त था.

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