एफटीआईआई के मुखिया गजेंद्र चौहान का कार्यकाल काफी विवादों से शुरू हुआ था, जबकि खत्म बड़ी ही खामोशी के साथ 4 मार्च को हो गया. एफटीआईआई के छात्रों ने गजेंद्र की चेयरमैनशिप को ले कर लंबी हड़ताल यह कहते हुए की थी कि वे इस पद के काबिल नहीं. सालभर में बस एक बार गजेंद्र एफटीआईआई के परिसर में जा पाए थे. वे बाहर से छात्रों को फुसलाने की कोशिश करते रहे थे. छात्र स्कौलरशिप बढ़ाने तक के झांसे में नहीं आए तो भी गजेंद्र ने इस्तीफा नहीं दिया और विवादों में ही कार्यकाल पूरा कर लिया. अब कई फिल्मी हस्तियों की नजर इस पद पर है. दौड़ में सब से आगे अभिनेता अनुपम खेर हैं जो नरेंद्र मोदी और भाजपा के प्रति अपनी निष्ठा जाहिर कर चुके हैं. दूसरे पायदान पर ऋषि कपूर खड़े हैं. देखना दिलचस्प रहेगा कि भाजपा किस की चाटुकारिता को श्रेष्ठ मानती है.