मैं एक विवाहित महिला हूं. पति की आयु 38 वर्ष और मेरी आयु 30 वर्ष है. हमारा विवाह 2013 में हुआ था. मेरी समस्या यह है कि मेरे पति चाहते हैं कि मैं नौकरी करूं जबकि मैं बच्चा चाहती हूं क्योंकि पति 38 वर्ष के हो चुके हैं. मुझे डर है कि कहीं अधिक उम्र हमारे बेबी प्लानिंग की राह में रोड़ा न बने. कृपया मुझे सलाह दीजिए कि मुझे क्या करना चाहिए. 

बेबी प्लानिंग का निर्णय पतिपत्नी की आपसी रजामंदी से होना चाहिए. आप ने यह नहीं बताया कि आप के पति क्यों चाहते हैं कि आप नौकरी करें, क्या कोई फाइनैंशियल समस्या है? अगर ऐसा है तो आप घर बैठे भी कोई काम कर सकती हैं, साथ ही बेबी प्लानिंग भी कर सकती हैं. जहां तक आप के बेबी प्लानिंग को ले कर बढ़ी उम्र का डर है वह काफी हद तक वाजिब है क्योंकि 35 वर्ष के बाद फर्टिलिटी यानी प्रजनन क्षमता में गिरावट आनी शुरू हो जाती है. चिकित्सकों के अनुसार पुरुषों के लिए पिता बनने की आदर्श आयु 25 से 39 वर्ष होती है और बड़ी उम्र में मातापिता बनने से होने वाला बच्चा शारीरिक व मानसिक रूप से कमजोर हो सकता है. अबौर्शन का खतरा ज्यादा होता है. बच्चे में औटिज्म का खतरा ज्यादा होता है और उच्च रक्तचाप व मधुमेह जैसी परेशानियों के बढ़ने से बच्चे को भी कई खतरे होते हैं. इसलिए आप अपने पति को किसी अच्छे गाइनीकोलौजिस्ट से मिलवाइए और बेबी प्लानिंग के लिए मनाइए.

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पिछले महीने ही मैं 18 वर्ष की हुई हूं. मैं यह जानना चाहती हूं कि क्या अब मैं कोर्टमैरिज कर सकती हूं और कोर्टमैरिज करने के लिए मुझे क्या करना होगा?

कानूनन कोई भी लड़की, जो 18 वर्ष की है, कोर्टमैरिज कर सकती है. कोर्टमैरिज विशेष विवाह अधिनियम के अंतर्गत होती है. कोर्टमैरिज जाति, धर्म के अंतर के बावजूद की जा सकती है. इस के लिए किसी खास धर्म का होना आवश्यक नहीं है. कोई दो वयस्क इस अधिनियम के अंतर्गत विवाह कर सकते हैं. कोर्टमैरिज के लिए लड़कालड़की दोनों को विवाह पंजीयक के समक्ष आवेदन करना होता है और आवेदन की जांच में यह पाए जाने पर कि लड़कालड़की दोनों विवाह के योग्य हैं. विवाह पंजीयक एक सूचना जारी करता है और सूचना जारी होने के 30 दिन के बाद वयस्क लड़कालड़की विवाह पंजीयक के समक्ष उपस्थित हो कर अपना विवाह दर्ज करा सकते हैं. आवेदन के समय युवकयुवती को फोटो पहचानपत्र प्रस्तुत करने होते हैं और सूचना जारी करने का नाममात्र शुल्क जमा करना होता है. साथ ही विवाह के समय युवकयुवती दोनों की तरफ से 2-2 गवाह भी प्रस्तुत करने होते हैं. विवाह के बाद युवकयुवती को विवाह का प्रमाणपत्र जारी हो जाता है.

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मैं 32 वर्षीय अविवाहित युवती हूं. मेरे पिता का देहांत हुए कुछ ही समय हुआ है. मेरी मां चाहती हैं कि मैं जल्द से जल्द विवाह कर लूं. जबकि मैं अभी विवाह नहीं करना चाहती. इस बात को ले कर मेरे व मेरी मां के बीच काफी बहस होती रहती है जिस से मुझे बहुत अकेलापन महसूस होता है और मन करता है आत्महत्या कर लूं. कृपया मेरी परेशानी को दूर करें.

आप ने यह नहीं बताया कि आप विवाह क्यों नहीं करना चाहतीं. विवाह न करने के पीछे क्या कारण है? क्या आप अपनी मां को अकेले नहीं छोड़ना चाहतीं? तो उस की चिंता छोड़ दीजिए. आप चाहें तो ऐसे लड़के से विवाह कर सकती हैं जो आप की मां को भी साथ रखने को तैयार हो. आप स्वयं को अपनी मां की जगह पर रख कर देखिए, वे चाहती हैं कि आप विवाह कर लें, जिंदगी में सैटल हो जाएं ताकि वे अपनी जिम्मेदारी से मुक्त हो जाएं. आप अपनी परेशानी अपनी मां के साथ बांटे, उन की परेशानी सुनें, समझें, एकदूसरे का सहारा बनें. आप का अकेलापन भी दूर होगा और आप के मन में नकारात्मक विचार भी नहीं आएंगे.

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मैं 16 वर्षीय युवक हूं. मैं अपने घर से बहुत परेशान हूं. मेरे पिता को शराब पीने की लत है. वे जो भी कमाते हैं नशे में उड़ा देते हैं. घर में खर्चे के लिए कुछ नहीं देते हैं. घर में हम 8 लोग हैं, 4 भाई, 1 बहन, मां, पिताजी व दादी. मैं थोड़ाबहुत जो भी कमाता हूं घर में दे देता हूं. मैं बहुत परेशान हूं. पिताजी अपनी जिम्मेदारियों को समझते नहीं जिस की वजह से सब परेशान हैं. मैं क्या करूं? सलाह दीजिए.

यह समय आप के पढ़लिख कर कैरियर बनाने का है. घर वालों के साथ आप की जिम्मेदारी आप के पिताजी की है जो वह नशे की लत के चलते पूरा नहीं कर रहे हैं. आप अपने पिताजी को नशामुक्त केंद्र ले जाइए और उन की यह लत छ़ड़ाने का प्रयास कीजिए. आप  पिताजी को सही राह पर लाने के लिए अपनी दादी व मां की मदद लीजिए. आप अकेले कुछ अधिक नहीं कर पाएंगे. व्यर्थ का तनाव ही हाथ लगेगा. जो भी करें मिलजुल कर करें.

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मैं 50 वर्षीय विवाहित पुरुष हूं. मेरी समस्या शीघ्रपतन और सेक्स में उत्साह की कमी को ले कर है जिस के कारण मेरी पत्नी नाराज रहती है. क्या इस के लिए मुझे किसी सैक्सोलौजिस्ट से मिलना चाहिए? मेरी समस्या का समाधान करें.

शीघ्रपतन या प्रीमैच्योर इजेक्यूलेशन एक आम समस्या है जिस के पीछे डाइबिटीज, तनाव, प्रोस्टैट में इन्फैक्शन आदि कारण हो सकते हैं. साथ ही आप अगर शराब, सिगरेट या तंबाकू का सेवन करते हैं तो बंद कर दें. क्योंकि इस के सेवन से चिंता बढ़ती है और शीघ्र पतन होता है. आप अपनी समस्या के समाधान के लिए सैक्सोलौजिस्ट से अवश्य मिलें.        

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