मैं बीए फाइनल की परीक्षा में फेल हो गई. मुझे इस बात का बहुत दुख हुआ और मैं बहुत रोई भी. मुझे इस बात का डर सता रहा था कि इस के लिए घर में बहुत डांट पड़ने वाली है. मेरे पापा घर आए तो उन्होंने मुझ से ये शब्द कहे, ‘‘गिरते हैं शहसवार ही मैदाने जंग में, वो तिफ्ल क्या गिरे जो घुटनों के बल चले,’’ पापा के मुंह से उन की यह बात सुन कर मैं नए सिरे से पढ़ाई में लग गई और अच्छे नंबरों में पास हो कर दिखाया.   

उषा वधावन, अमृतसर (पंजाब)

*

मेरे पापा मुझे और मेरे छोटे भाई को बहुत चाहते थे. बात मेरे विवाह की है. मेरे विवाह वाले दिन हमारे घर से 3 घर छोड़ कर एक महिला की मृत्यु हो गई थी. यह सुन कर पापा ने बरात का बैंडबाजा, घर का संगीत आदि रुकवा दिया और सुबह जल्दी ही मेरी विदाई करवा दी. आज इस बात को 26 साल हो गए लेकिन आज भी लोग इस बात को याद कर के उन की प्रशंसा करते नहीं थकते. पापा की ऐसी और भी कई बातें हैं जिन्हें याद कर के हम अपनेआप को गौरवान्वित महसूस करते हैं. पापा की तरह धैर्यवान, सरल स्वभाव और ईमानदार व्यक्ति मैं ने आज तक नहीं देखा.

मीता श्रीवास्तव, रायबरेली (उ.प्र.)

*

बात 1980 की है. मेरे पापा शिक्षा विभाग में पोस्टग्रेजुएट टीचर के पद पर कार्यरत थे. मैं गंगटोक के एक पब्लिक स्कूल में चौथी कक्षा का छात्र था. होली पर्व के पश्चात शिष्टाचारवश पापा शिक्षा निदेशक से मिलने के लिए गए. शिक्षा निदेशक ने पापा से कहा था, मि. सिंह, शिक्षा विभाग आप के नाम का प्रस्ताव डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन औफिसर के लिए करना चाहता है परंतु एक शर्त होगी कि आप को गंगटोक छोड़ कर किसी अन्य जनपद में जाना होगा. निदेशक ने पापा से मुझे तत्कालीन स्कूल के छात्रावास में रखने का अनुरोध भी किया था. पापा ने निदेशक को धन्यवाद दिया. साथ ही पापा ने उन से कहा था, ‘‘सर, यदि आप मेरे लिए इतने उदार हैं तो मेरे पुत्र के कक्षा 12वीं उत्तीर्ण करने तक मुझे गंगटोक में ही रहने दें.’’ पापा मेरी तिब्बती भाषा के अध्ययन में कोई रुकावट नहीं चाहते थे. कारण, इस भाषा को पढ़ने की व्यवस्था केवल गंगटोक में ही थी. मैं आज सिक्किम में सिविल इंजीनियर हूं. मुझे अपने पापा पर गर्व है कि उन्होंने अपनी पदोन्नति को नहीं बल्कि प्राइमरी स्टेज से ही मेरे अध्ययन और तिब्बती भाषा के प्रति मेरे लगाव की ओर विशेष ध्यान दिया.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...