भय
तब तक ही भय से डरना चाहिए जब तक वह पास नहीं आता परंतु भय को अपने निकट आता हुआ देख कर प्रहार कर के उसे नष्ट करना ही उचित है.

मानवता
मनुष्य हो कर भी जो दूसरों का उपकार करना नहीं जानता उस के जीवन को धिक्कार है. उस से धन्य तो पशु ही हैं जिन का चमड़ा तक  (मरने पर) दूसरों के काम आता है.

डांवांडोल
जीवन में विशेषकर राजनीति में कोई चीज इतनी हानिकारक और खतरनाक नहीं है जितनी कि डांवांडोल स्थिति में रहना.

ज्ञान
ज्ञान धन से उत्तम है क्योंकि धन की तुम को रक्षा करनी पड़ती है और ज्ञान तुम्हारी रक्षा करता है.

दुर्बल
दुर्बल और अज्ञानी लोग ही हमेशा सब से अधिक नुक्ताचीनी किया करते हैं.

नास्तिक
ढोंगी बनने की अपेक्षा स्पष्ट रूप से नास्तिक बनना अच्छा है.

सर्वश्रेष्ठ
भोजन, शांति और विनोद ही संसार के सर्वश्रेष्ठ डाक्टर हैं.

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