होंठों पर चिपकी भगवा पट्टी को हटाते भाजपा सांसद और सोनिया गांधी के भतीजे वरुण गांधी को भोपाल आ कर याद आया कि देश में सबकुछ ठीकठाक नहीं है और इस की जानकारी उन्हें भी आम लोगों को देने की अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए जिस से कुछ खास लोग उन्हें सुन कर नोटिस लें, वरना वक्त तो बेचारगी में गुजर ही रहा है.
भोपाल के एक कालेज में वरुण की पीड़ा का फोड़ा पूरी तरह तो नहीं फूटा पर रिसा जरूर. उन्होंने सामाजिक और आर्थिक क्षेत्र मेें पसरते असंतुलन को उत्पीड़न बताते हुए कहा कि नेता 100 करोड़ का घर बनाता है जबकि आम आदमी अपनी जरूरतें भी पूरी नहीं कर पाता. बगैर प्रदेश भाजपा को सूचित किए भोपाल आए वरुण ने मौजूदा हालात का जिम्मेदार सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को न बताते अपनी भड़ास ठीक वैसे ही निकाल ली जैसे नरेंद्र मोदी इमरजैंसी के असली जिम्मेदार वरुण के पिता संजय गांधी का जिक्र नहीं करते. अब देखना दिलचस्प होगा कि राजनीति की यह बार्टर डील कब तक चलती है.