सुन कर जरूर अटपटा लगता है कि औनलाइन खुदरा कारोबार तरक्की पर है और इस में 15 हजार लोगों को इसी वित्त वर्ष में नौकरी मिलने की संभावना है. लेकिन यह सच है. देश में औनलाइन खुदरा कारोबार करने वाली सब से बड़ी कंपनी फ्लिपकार्ट का कारोबार विगत मार्च तक करीब 6 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच गया और इस में निरंतर तेजी से बढ़ोतरी हो रही है.
कंपनी के शीर्ष अधिकारी कहते हैं कि उन का कारोबार तेजी से फैल रहा है और चालू वित्त वर्ष में लोगों की मांग को पूरा करने के लिए उसे कम से कम 12 हजार और कर्मचारी चाहिए. कंपनी का कहना है कि फिलहाल उस के पास 13 हजार लोगों की मजबूत टीम है लेकिन बढ़ते कारोबार को देखते हुए इसी वित्त वर्ष में टीम को बढ़ा कर 25 हजार करने का लक्ष्य तय किया गया है, ताकि हर ग्राहक को समय पर उस का सामान मिल सके. स्नैपडील भी देश का बड़ा औनलाइन खुदरा कारोबारी है और वह भी बाजार में अपनी अच्छी पकड़ बनाने के लिए 1,300 कर्मचारियों की अपनी टीम को 2,600 करने के लिए काम कर रहा है. वह तीसरी तिमाही तक ही अपनी संख्या को दोगुनी करना चाहता है.
इस कारोबार में और कंपनियां भी हाथ आजमा रही हैं. मिंत्रा जैसी कुछ औनलाइन कंपनियां फैशन की दुनिया की विशेषज्ञ बन कर सामने आ रही हैं. इन कंपनियों को शीर्ष स्तर के इंजीनियर और प्रबंधन संस्थान के लोग चाहिए. मिंत्रा भी करीब डेढ़ हजार लोगों की भरती करने वाली है. अन्य असंख्य कंपनियों के साथ वैश्विक स्तर पर काम करने वाली कंपनी अमेजन भी भारतीय बाजार में उतर रही है जिस से घरेलू औनलाइन कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है और वे अपनी स्थिति मजबूत करने पर लगी हैं. इन कंपनियों के समक्ष अपने बड़े प्रोफैशनल्स को बचाए रखने की चुनौती है.