भारत के गरीब व वंचित तबके को ध्यान में रखते हुए कार्यशील सामाजिक सुरक्षा नेटवर्क बनाने के उद्देश्य के साथ प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा की शुरुआत की गई जिसके लिए आम बजट 2015-16 में घोषणा की गई थी. कम प्रीमियम में बेहतर आर्थिक सुरक्षा के लिहाज से यह एक बेहतर योजना है. हम अपनी इस खबर के माध्यम से आपको इस योजना से जुड़ी हर छोटी-बड़ी बात बताने की कोशिश करेंगे. जानिए इस योजना से जुड़ी हर अहम बात….
शुरुआत : सरकार की यह अहम योजना 9 मई 2015 को शुरु हुई थी. इस योजना का लाभ उठाने के लिए बैंक जाकर फॉर्म भरना होगा. कुछ बैंकों में महज एसएमएस भेजकर इस योजना का लाभ लेने की व्यवस्था की गई है.
योजना का मकसद : यह बीमा मृत्यु के मामले में आश्रितों को लाभ देने के लिए है. अगर आप कम प्रीमियम में ज्यादा आर्थिक सुरक्षा पाना चाहते हैं तो आप इसे चुन सकते हैं.
योजना के फायदे
– अगर खाताधारक की किसी वजह से मृत्यु हो जाती है तो उसके आश्रितों को 2 लाख रुपए की बीमा राशि मिलती है.
– यह योजना सामान्य तौर पर बैंक खाता रखने वाले 18 से 50 साल तक के लोगों के लिए है. 50 साल की उम्र पूरा करने से पहले इस योजना में शामिल लोगों को 330 रुपए का सालाना प्रीमियम देना पड़ता है.
– कोई भी इस योजना को एक साल या उससे ज्यादा वक्त के लिए चुन सकता है. वहीं लंबी अवधि के विकल्प के मामले में बैंक हर साल प्रीमियम की रकम को ऑटो डेबिट कर देगा.
पॉलिसी कब खत्म कर दी जाएगी?
पॉलिसीधारक की उम्र 55 वर्ष पूरी होने पर पॉलिसी खत्म हो जाएगी. हालांकि, इसे प्रभावी रखने के लिए पॉलिसीधारक को समय-समय पर इसका नवीनीकरण कराना होगा. यदि खाताधारक बीमा पॉलिसी को सक्रिय रखने लायक न्यूनतम बेलेंस भी अपने बैंक खाते में नहीं रख पा रहा है और उस बैंक का खाता ही खत्म कराना पड़ता है, जहां से पॉलिसी ले रखी है तो बीमा पॉलिसी भी खत्म हो जाएगी. यदि संबंधित व्यक्ति के एक से ज्यादा खाते हैं और वह अनजाने में एक से ज्यादा बीमा पॉलिसी ले लेता है तो भी वह प्रीमियम जब्त हो जाएगी.