आज प्रत्येक युवा का सपना सरकारी नौकरी पाना है. यह केवल सपना है. आज की स्थिति में यह सपना साकार होना आसान नहीं है. कारण, सब को सरकारी नौकरी चाहिए क्योंकि युवा अपने जीवन में स्थिरता का सपना पाले होते हैं. हमारी परंपरा ही जीवन में स्थिरता की रही है. स्थिर जीवन स्थायी नौकरी से संभव है. स्थायी नौकरी आलस्य, मनमानी के साथ ही सुरक्षित भविष्य की गारंटी है. आज नियोक्ता ठेका आधार पर नौकरी को महत्त्व दे रहे हैं. कर्मचारियों के हितों की बात करने वाले संगठित क्षेत्र में कर्मचारी यूनियंस महत्त्वहीन हो रही हैं. सही बात यह है कि मनमानी की यह व्यवस्था ज्यादा दिन चल नहीं सकती, फिर भी सभी युवक सरकारी नौकरी चाहते हैं.
सर्च इंजन गूगल के ताजा सर्वेक्षण के अनुसार, सरकारी नौकरी डौटकौम पर सब से ज्यादा युवकों ने नौकरी खोजी है. वर्गीकृत विज्ञापन देखने के लिए क्लिक करने वाले युवा इस डौटकौम पर जरूर हिट कर रहे हैं. क्लासीफाइड का कारोबार देश में तेजी से बढ़ रहा है और आज यह करीब डेढ़ अरब डौलर का बन चुका है. युवाओं ने बैंकिंग तथा सूचना तकनीकी क्षेत्र में भी रुचि दिखाई है लेकिन 38 फीसदी युवा सिर्फ सरकारी नौकरी डौटकौम पर हैं. यह जिस रफ्तार से चल रहा है उसे देखते हुए 2020 तक इस की भागीदारी 65 प्रतिशत तक पहुंच जाएगी. इस के साथ ही, औनलाइन कारोबार में क्लासीफाइड का कारोबार 30 प्रतिशत तक पहुंच जाएगा.
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