भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया के लिए चर्चा का विषय है. दुनियाभर के अर्थशास्त्री तेजी से बढ़ रही भारतीय अर्थव्यवस्था के आकलन में अकसर व्यस्त रहते हैं. अर्थव्यवस्था का आकलन करने वाली ब्रिटेन की मशहूर संस्था प्राइज वाटरहाउस कूपर्स यानी पीडब्लूसी ने हाल ही में एक अनुमान में कहा है कि भारत 2030 तक दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. अब तक इस स्तर पर ब्रिटेन के पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा था. पीडब्लूसी के ताजा आकलन के अनुसार, दूसरे स्थान पर चीन की अर्थव्यवस्था रहेगी. चीन का स्थान भले ही अमेरिका के बाद दूसरा होगा लेकिन यह अमेरिका के बहुत निकट पर स्थित होगा. जापान को पछाड़ कर चीन पहले ही आगे निकल चुका है. अध्ययन में कहा गया है कि ब्रिटेन 2030 तक दुनिया की छठी बड़ी अर्थव्यवस्था होगा जबकि भारत का स्थान मैक्सिको लेगा. भारत इस समय दुनिया की 10वीं सब से बड़ी अर्थव्यवस्था है लेकिन अगले डेढ़ दशक में भारत तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगा और समूह-7 के सदस्य इटली तथा कनाडा का स्तर मैक्सिको से भी कम हो जाएगा. संस्था का कहना है कि ब्रिक्स के सदस्य देशों में भारत, चीन, ब्राजील तथा रूस निकट भविष्य में वैश्विक आर्थिक मंच पर बहुत प्रभावी हो सकते हैं. कुछ समय पहले तक अटकलें लगाई जाती रही थीं कि ब्रिटेन दूसरे स्थान की आर्थिक शक्ति बन रहा है लेकिन धीरेधीरे वैश्विक स्तर पर हो रहे आकलनों में ब्रिटेन लगातार पिछड़ रहा है. लेकिन इस का अर्थ यह न लगाएं कि देश के नागरिक संपन्नता में तीसरे स्थान पर होंगे. ये आंकड़े केवल हमारी बड़ी जनसंख्या के कारण हैं.

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...