आज दुनिया का सबसे शक्तिशाली रौकेट लौन्च होने जा रहा है. इसका नाम फोल्कन हैवी रौकेट है, जिसका निर्माण टेस्ला के बिलेनियर एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने किया है. अमेरिका की दिग्गज कंपनी स्पेसएक्स इसे अंतरिक्ष में भेजने को तैयार है. इसका पहला टेस्ट फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर में होगा. टेकऔफ आज मंगलवार को 1:30 बजे से 4 बजे के बीच हो सकता है. यानी कि फौल्कन हैवी को फ्लोरिडा के कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र से भारतीय समयानुसार देर रात लौन्च किया जाएगा.
स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क ने कहा कि पूरी दुनिया से लोग सबसे बड़े रौकेट और सर्वश्रेष्ठ आतिशबाजी के प्रदर्शन को देखने के लिए पहुंच रहे हैं. यदि मौसम खराब होने की वजह से या फिर किसी और कारण की वजह से मंगलवार को रौकेट लौन्च नहीं हो पाता तो इसे बुधवार को लौन्च किया जाएगा.
कंपनी का दावा है कि उनका रौकेट अब तक का सबसे शक्तिशाली रौकेट है और विशेषज्ञों ने इसकी सराहना करते हुए इसे गेम-चेंजर करार दिया है. नासा की भी इस पर नजर है. इसके जरिए आने वाले समय में लोगों को मंगल और चांद पर भेजा जा सकेगा. इस समय रौकेट के साथ भविष्य का स्पेस सूट पहने एक पुतला और मालिक की चेरी रेड कलर की टेस्ला कार भेजी जा रही है. रौकेट धरती की और्बिट से मंगल की और्बिट तक चक्कर लगाता रहेगा. मस्क का दावा है कि और्बिट पर पहु्ंचते ही यह रौकेट 11 किलोमीटर प्रति सेकेंड की रफ्तार से चक्कर लगाएगा.
पिछले साल दिसंबर में स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने 27 मर्लिन इंजन वाले इस रौकेट की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की थीं. इसे फौल्कन 9 नामक तीन रौकेट को मिलाकर बनाया गया है. यह 40 फीट चौड़ा व 230 फीट लंबा है और इसका कुल वजन 63.8 टन है, जो दो स्पेस शटल के वजन के बराबर है. जमीन से उठने पर यह 50 लाख पाउंड का थ्रस्ट पैदा करता है जो बोइंग 747 एयरक्राफ्ट के 18 प्लेन द्वारा मिलाकर पैदा करने वाले थ्रस्ट के बराबर है. इससे लगभग एक लाख 40 हजार पाउंड का वजन अंतरिक्ष में भेजा जा सकता है.
मस्क ने यह दावा भी किया था कि यह रौकेट मनुष्यों को चांद और मंगल ग्रह तक ले जा सकेगा. उन्होंने बताया था कि फौल्कन हैवी को ठीक उसी जगह से लौन्च किया जाएगा, जहां से ‘सैटन 5 अपोलो 11 मून रौकेट’ को लौन्च किया गया था. उन्होंने यह भी बताया था कि वह इस रौकेट के साथ मंगल ग्रह की ओर अपनी टेस्ला कंपनी की रोडस्टर कार भी लौन्च करेंगे. यह एक स्पोर्ट्स कार है और एक बार चार्जिंग में यह एक हजार किमी की यात्रा कर सकती है. वहीं 1.9 सेकंड में 0 से 100 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार पकड़ सकती है. इस कार की अधिकतम रफ्तार 400 किमी प्रतिघंटे है.
बता दें कि स्पेसएक्स ने रौकेट इंडस्ट्री में उस समय तहलका मचा दिया था जब उसने सफलतापूर्वक रौकेट बूस्टर्स का इस्तेमाल किया था. इससे स्पेस फ्लाइट की कीमत में कमी आई है. इसमें लौन्च किया गया रौकेट और्बिट में अपने भार को छोड़कर धरती पर सुरक्षित लैंडिंग करता है. इस तकनीक के सफल प्रयोग में रूसी, जापानी और यूरोपिय स्पेस एजेंसियां काम कर रही हैं. हालांकि वह अभी टेस्टिंग स्टेज में ही हैं.