भारत का रुपया कमजोर हो रहा है, पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान पर हैं और अर्थव्यवस्था के सामने तमाम चुनौतियां हैं. लेकिन इन वजहों का असर पैसा बनाने (वेल्थ क्रिएशन) पर बिलकुल पड़ता नहीं दिख रहा है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि भारत में इस साल 214 लोग नए अमीर बने हैं, जिनकी संपत्ति 1000 करोड़ रुपये के पार चली गई है.

यह बात बार्कलेज हुरून इंडिया रिच लिस्ट 2018 ने अपनी रिपोर्ट में कही है. रिपोर्ट के अनुसार इस समय देश के 831 लोगों के पास एक हजार करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है. इन 831 लोगों की संपत्ति देश की जीडीपी का 25 फीसदी (52 लाख करोड़) है. रिलायंस इंडस्ट्री के चैयरमेन मुकेश अंबानी लगातार सातवीं बार इस लिस्ट में पहले नंबर पर हैं.

बार्कलेज हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2018

- गिरते रुपये-महंगे तेल के बीच 214 नए लोग ‘1000 करोड़’ के क्लब में

- अर्थव्यवस्था की चुनौतियों का पैसा बनाने वालों पर नहीं दिख रहा असर

- 113 लोग खुद की मेहनत से अमीर बने, ओयो के फाउंडर रितेश सबसे युवा

1000 करोड़ी अमीर कहां रहते हैं

233 मुंबई में

163  दिल्ली में

70 बेंगलुरु में

खुद से अमीर बनीं पांच महिलाएं

किरण मजमूदार शॉ (बायोकॉन फार्मा)

जयश्री उलाल (अरिस्ता नेटवर्क सॉफ्टवेयर)

श्रद्धा अग्रवाल (आउटकम हेल्थ हेल्थकेयर)

विंबु राधा (जोहो सॉफ्टवेयर)

नीरजा शेट्ठी (सिंटेल सॉफ्टवेयर)

इनकी संपत्ति तेजी से बढ़ी

कृष्ण कुमार बांगुर (430%)

बिजु रविंद्रन (230%)

धीरज राजाराम (184%)

दिलिप पीरामल फैमिली (171%)

युगांधर रेड्डी व फैमिली (127 %)

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