आधार कार्ड यानी विशिष्ठ पहचानपत्र की गोपनीयता को ले कर पिछले दिनों सड़क से ले कर संसद तक खलबली मची रही. आधार की गोपनीयता के खुलासे यानी निजी जानकारी के सार्वजनिक होने का मामला लगातार आशंकित करता रहा है और राजनीतिक दल इस से जुड़ी संवेदनशीलता को ले कर बयानबाजी करते रहे हैं. इस से सभी पक्षों में स्वाभाविक तौर पर चिंता होनी लाजमी थी.

इस बीच, भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण यानी ट्राई के प्रमुख आर एस शर्मा ने आधार के जरिए पूरी निजी जानकारी के सार्वजनिक होने का खुलासा किया. कहा गया कि आर एस शर्मा का नाम, फोन नंबर, घर का पता, जन्मतिथि आदि सबकुछ सार्वजनिक हुआ है. इस खुलासे के बाद हड़कंप मच गया. मामला संसद में उठा. सदस्यों ने चिंता जताई कि जब ट्राई प्रमुख जैसे लोगों की निजता इस तरह से सार्वजनिक हो रही है तो जनसामान्य की स्थिति का अनुमान लगाया जा सकता है. उस खलबली के बाद विशिष्ट पहचानपत्र प्राधिकरण यानी यूआईडीएआई सामने आया और प्राधिकरण ने लोगों को सोशल मीडिया पर आधार नंबर पोस्ट नहीं करने की सलाह दी.

यूआईडीएआई का कहना है कि सोशल मीडिया पर आधार के आने से आप की निजता को खतरा हो सकता है. इसलिए इस नंबर की गोपनीयता बनाए रखें. यह महत्त्वपूर्ण सलाह है और लोगों को अपनी निजी जानकारी का इस तरह से प्रदर्शन नहीं करना चाहिए.

कुछ लोग बेवजह फेसबुक, व्हाट्सऐप आदि पर आधार के साथ अपनी फोटो पोस्ट करते हैं जैसे उन्हें पहचान के साथ ही सोशल मीडिया में आने की हिदायत दी गई हो. इस तरह का उत्साह और उस का प्रदर्शन बेवजह नहीं किया जाना चाहिए बल्कि इस से बचने की हिदायत का पालन लोगों को खुद के हित में करना चाहिए.

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