12 जुलाई को अक्षय कुमार की नई फिल्म ‘सरफिरा’ के सिनेमाघरों में रिलीज होते ही सोशल मीडिया पर अक्षय कुमार को ले कर कई तरह की बातें की जाने लगी थीं,यह सिलसिला आज भी जारी है. कुछ लोग अक्षय को ले कर कह रहे हैं, ‘हम तो डूबेंगे सनम, तुम्हें भी ले डूबेंगे’.
सवाल यह है कि सोशल मीडिया पर अक्षय कुमार को ले कर इस तरह की बातें क्यों की जा रही हैं? यों तो अक्षय कुमार ने 1987 में फिल्म ‘आज’ में कराटे इंस्ट्रक्टर का किरदार निभाया था पर उन के अभिनय कैरियर की असली शुरुआत 1991 में राज एन सिप्पी निर्देशित फिल्म ‘सौगंध’ से हुई थी. तब से अब तक वह लगातार काम करते आ रहे हैं.
पिछले 33 वर्ष के अभिनय कैरियर में उन्होंने सफलता व असफलता का स्वाद भी चखा. 12 जुलाई को अक्षय कुमार के कैरियर की 150 वीं फिल्म ‘सरफिरा’ रिलीज हुई, जिस ने सप्ताह भर यानी कि 7 दिनों में महज 18 करोड़ 80 लाख रुपए ही कमाए. यह आंकड़े निर्माता ने ही दिए हैं. इस में से निर्माता के हाथ सिर्फ 7 करोड़ रुपए ही आने हैं. निर्माता के अनुसार इस फिल्म का बजट 80 करोड़ रुपए ही है. इस का अर्थ यह हुआ कि फिल्म ‘सरफिरा’ बौक्स औफिस पर डिजास्टर साबित हो चुकी है.
यह हालत तब है जब फिल्म 'सरफिरा’ को सफल साबित कराने के लिए अक्षय कुमार जो कि इस फिल्म के सिर्फ अभिनेता ही नहीं बल्कि एक निर्माता भी हैं, ने सारे हथकंडे अपना लिए. अक्षय कुमार ने अपने फैंस को देश के 12 शहरों में ‘सरफिरा’ को मुफ्त में दिखाया. शनिवार 13 जुलाई और रविवार 14 जुलाई को पीवी आइनौक्स ने ‘सरफिरा’ देखने वालों को 2 समोसे और एक चाय मुफ्त में दी और बाकायदा इसे पीवीआर व आइनौक्स की तरफ से ट्वीट किया गया था. इस के बावजूद फिल्म शनिवार को 4 करोड़ 25 लाख रुपए और रविवार को 5 करोड़ 25 लाख रुपए ही एकत्र कर सकी. इस के बाद पीआर मल्टीप्लैक्स ने सोमवार 15 जुलाई तथा मंगलवार 16 जुलाई को एक टिकट पर एक टिकट मुफ्त का औफर दिया, तब भी सोमवार व मंगलवार दोनों दिन मिला कर ‘सरफिरा’ ने महज 3 करोड़ 40 लाख रुपए ही कमाए थे. इतना ही नहीं पहले दिन 12 जुलाई को भी हर दर्शक को घर ले जाने के लिए पीवीआर की तरफ से कुछ उपहार दिए गए थे.
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