आम लोग ही नहीं, बौलीवुड की हस्तियां भी शादी को ले कर अंधविश्वासों के चंगुल से मुक्त नहीं हैं. बौलीवुड में प्रेम और विवाह के मामलों में भले ही धर्म और जाति आड़े नहीं रही पर शादियों में धार्मिक पाखंडों का बोलबाला जरूर रहा है. शादी जैसे निजी मामलों में बौलीवुड की मशहूर हस्तियां धार्मिक सहारे की मुहताज बनी हुई हैं. यहां भी धर्म केमंत्रोच्चारण, पंडित की मौजूदगी और धार्मिक रीतिरिवाजों के ढोंग को शादी की सफलता की गारंटी मान लिया गया है.

सात समुद्र पार इटली के लेक कोमो में विला देल बालिबियानेलो रिसोर्ट में हुई रणवीर-दीपिका की शादी में भी मंत्रोच्चारण और धार्मिक रीतिरिवाजों की चर्चा है. मजे की बात यह है कि बौलीवुड की इस मशहूर जोड़ी की शादी एक नहीं, दोदो धार्मिक रीतिरिवाजों से हो रही है. कल दोनों ने कोंकणी रीतिरिवाज से शादी की और आज सिंधी रिवाज से होगी.

दोनों का जाति और धर्म पूरे दमखम के साथ मीडिया की खबरों में है. शादी में रणवीर-दीपिका के मातापिता, करीबी रिश्तेदार व मित्रों के अलावा बौलीवुड के कई मशहूर सितारे शामिल हुए हैं.

कोंकणी विवाह में पंडित की उपस्थिति में दूल्हादुल्हन के बीच में पर्दा डाल कर मंत्र पढे जाते हैं. पर्दा हटाने के बाद वरमाला होती है. इस के अलावा 7 प्रतिज्ञाओं की रस्म निभाई जाती है. खबरें हैं कि शादी के लिए मंत्रोंच्चार की आवाजें काफी दूर तक सुनाई दे रही थीं.

दीपिका पादुकोण कोंकणी मूल की हैं जबकि रणवीर सिंधी परिवार से हैं. कोंकणी रस्म में पंडित द्वारा गणेश पूजन कराया जाता है.

इसी तरह सिंधी रिवाज में दूल्हादुल्हन और दोनों के परिवारों द्वारा भगवान की पूजा की जाती है. परिवार जोड़े के लिए प्रार्थना करते हैं. एक रस्म में पंडित दंपती के सुखी जीवन के लिए बर्तन में गणेश की मूर्ति बना कर चावन, सुपारी, दूब, हल्दी से पूजा करता है.

सिंधी विवाह में देवता बैठाए जाने की रस्म की जाती है. यह दूल्हे और दुल्हन दोनों के घर होती है. पूजा की जाती है, कन्यादान फेरे और सप्तपदी की रस्में की जाती हैं.

लगन रस्म में परिवार पंडित से गृह, नक्षत्र देख कर मुहूर्त्त निकलवाते हैं. देव बिठान रस्म के तहत पत्थर की चक्की के देवता की स्थापना का ढोंग किया जाता है. फिर पुजारी अपनी दानदक्षिणा के लिए इस की पूजा करता है.

सिंधी विवाह वैदिक रस्मों पर आधारित बताया जाता है. इस में एक अग्नि यज्ञ किया जाता है जिस में गणेश की प्रार्थना होती है. पंडित धर्म की किताबों से मंत्रों का जाप कर के गणेश और 64 देवीदेवताओं का आह्वान करता है.

इस तरह कोंकणी और सिंधी दोनों ही धार्मिक रिवाजों में पंडित की हर जगह उपस्थिति अनिवार्य है.  रणवीर-दीपिका से पहले भी जाति, धर्म की परवाह किए बगैर बौलीवुड में कई शादियां हुई हैं पर उन जोड़ों की शादियों में भी धार्मिक कर्मकांड जरूर कराए गए. 1991 में मुस्लिम शाहरुख खान और हिंदू गौरी ने दिल्ली में मुस्लिम और हिंदू रीतिरिवाजों से शादी की थी.

2012 में रितेश देशमुख और जिनेलिया डिसूजा ने हिंदू और कैथोलिक रिवाज से विवाह किया. 2016 में उर्मिला मातोंडकर और मीर मोशिन अख्तर हिंदू और मुस्लिम रिवाज से विवाह बंधन में बंधे थे. ऐसे जोड़े न के बराबर हैं जिन्होंने बिना पंडित और धर्म के मैरीज आफिसर के सामने जा कर शादी की हो.

दरअसल हमारे युवा फिल्मी नायक नायिकाओं को अपनी असली जिंदगी का नायक मान लेते हैं. भले ही उन के कदमों से समाज को कोई राह नहीं मिले और नुकसान ही हो पर युवा हर तरह से फिल्मी सितारों की नकल कर के उन जैसा दिखने की कोशिश जरूर करते है.

दरअसल धर्म के ढोंग ढकोसलों से होने वाली सेलेब्रिटी शादियों से धर्म के व्यापार की खूब मार्केटिंग होती है. इस से पंडों की चांदी कटती है. बेवकूफ लोग ऐसी शादियों को कथित देवीदेवताओं की उपस्थिति वाली आदर्श शादी मान लेते हैं. ऐसे में धार्मिक कर्मकांडों का प्रचारप्रसार होता है लेकिन इस बात की कोई गारंटी नहीं होती कि धर्म और पंडित की मौैजूदगी में मंत्रोच्चार से हुई शादियां सुखी, सफल रहेगी.

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