सिनेमा में आए बदलाव की वजह से कई प्रतिभाशाली कलाकारों को अब काम करने के बेहतरीन अवसर मिल रहे हैं. मगर सिनेमा में आए बदलाव के साथ बॉलीवुड से कुछ ऐसी नई प्रतिभाएं जुड़ी हैं, जो असहनशील व अति गुस्सैल हैं. इनमें धैर्य का नामोनिशान तक नजर नही आता. हमेशा बांउंसरो, अपनी पी आर टीम व मैनेजरों से घिरे रहने वाले नई पीढ़ी के यह चंद कलाकार कभी भी, किसी भी पत्रकार से भिड़ने पर आमादा रहते हैं. यह कलाकार, पत्रकार से तब तक ठीक से पेश आते हैं, जब तक सामने वाला पत्रकार उनकी हां में हां मिलाता रहे. अन्यथा इन कलाकारों के क्रोध से भगवान बचाए.
इसका नमूना सोमवार, 17 अप्रैल को मुंबई में फिल्म ‘‘राब्ता’’ के ट्रेलर लांच के अवसर पर आयोजित पत्रकार वार्ता में देखने को मिली. जहां फिल्म ‘‘राब्ता’’ के हीरो का गुस्सा उबल पड़ा था. इस अवसर पर तमाम सेटेलाइट चैनलों के कैमरामैन, हिंदी व अंग्रेजी सहित दूसरी भाषाओं के पत्रकार भी मौजूद थे.
वास्तव में फिल्म के ट्रेलर लांच के बाद पत्रकार वार्ता शुरू हुई. इस पत्रकार वार्ता में पत्रकारों के सवाल जवाब देने के लिए फिल्म के निर्माता भूषण कुमार व दिनेश वीजन, निर्देशक दिनेश वीजन, फिल्म के हीरो सुशांत सिंह व हीरोईन कृति सैनन मौजूद थे. फिल्म के ट्रेलर की प्रशंसा आदि के बाद जब पत्रकारों ने दूसरे विषयों पर सवाल पूछने शुरू किए, तो एक सेटेलाइट न्यूज चैनल के पत्रकार ने सवाल पूछा कि “पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव को फांसी देने का जो निर्णय लिया है, उस पर आप लोगों की क्या राय है.” उस पत्रकार ने कहा कि इस सवाल का जवाब ‘राब्ता’ की टीम से कोई भी दे सकता है. पत्रकार का सवाल खत्म होते ही कृति सैनन ने दिनेश वीजन के कान में कहा कि हमें इसका जवाब नहीं देना चाहिए. और पूरी टीम इस सवाल को नजरंदाज कर आगे बढ़ते हुए फिल्म उद्योग में भाई-भतीजावाद, फेअरनेस क्रीम आदि सवालों के जवाब देने लगी.