अपने दमदार अभिनय से फिल्मों में अपने हर किरदार के साथ न्याय करने के लिए पहचाने जाने वाले ऐक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी का कहना है कि 'रमन राघव 2.0' में उनके किरदार पर उन्हें इतनी मेहनत करनी पड़ी थी कि एक बार तो वह एक अस्पताल में आधी बेहोशी की हालत में भी फिल्म के डायलॉग बोल रहे थे.

'रमन राघव' को सनकी रमन के नाम भी जाना जाता है. वह एक मनोरोगी सीरियल किलर था और 1960 के दशक के दौरान मुंबई की गलियों में उसकी दहशत थी. अनुराग कश्यप के निर्देशन में बनी इस फिल्म में नवाजुद्दीन राघव की भूमिका निभा रहे हैं. उन्होंने कहा, 'हमने करीब 20 दिन फिल्म की शूटिंग की. शूटिंग के दौरान एक दिन मेरी तबीयत ठीक नहीं थी और मुझे अस्पताल ले जाया गया. मुझे बाद में बताया गया कि जब मैं अस्पताल में आधी बेहोशी की हालत में था, मैं तब भी फिल्म के संवाद दोहरा रहा था.'

नवाजुद्दीन ने कहा कि बड़े पर्दे के किसी भी किरदार ने उन्हें पहले कभी इतना परेशान नहीं किया. उन्होंने कहा, 'मेरी पत्नी आई और उन्होंने मुझे ऐसे देखा और अनुराग से पूछा कि वह मुझसे क्या करा रहे हैं. इस हद तक मेरे साथ कभी ऐसा नहीं हुआ. यह भूमिका मुझे दिमागी रूप से थका रही थी. 'नवाजुद्दीन ने कहा, 'मुझे पहले यह बात समझनी पड़ी कि यह किरदार अलग दुनिया से आता है, वह हमारी या आपकी तरह नहीं सोचता. ऐसे लोगों की, खासकर रमन राघव की मानसिकता अलग है.'उन्होंने कहा, 'जो वह आसानी से करता था, हमारे लिए वह सोचना भी आसान नहीं है. मुझे किरदार के भीतर घुसना पड़ा, उसे पूरी तरह समझना पड़ा और इसके बाद मैंने इसे पर्दे पर निभाया. यह वास्तव में बहुत मुश्किल था.' यह फिल्म कान समारोह के डायरेक्टर्स फोर्टनाइट वर्ग में दिखाई जाएगी. इस उत्सव की शुरुआत 11 मई से होगी.

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