ओम पुरी की मौत के चार दिन बाद भी उनकी मौत का रहस्य सुलझने की बजाय उलझता ही जा रहा है. पोस्टमार्टम खत्म होने के बाद ओम पुरी के सिर पर जखम के निशान के आधार पर पहले तो पुलिस ने कहा कि उन्हे इसमें बहुत ज्यादा जटिलता नजर नहीं आ रही है, मगर जिस तरह से तेजी से कई घटनाक्रम बदले, उससे पुलिस चुप भले हो, मगर सूत्र बता रहे हैं कि पुलिस विभाग की भी नींद हराम हो गयी है.

सोमवार की शाम पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में सनसनीखेज खुलासे हुए हैं. इस रिपोर्ट के अनुसार उनके सिर पर चोट के निशान, कालर बोन व लेफ्ट आर्म पर हेअर लाइन फ्रैक्चर था. मुंबई की ओशिवारा पुलिस के सूत्रों के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार सिर पर डेढ़ इंच गहरा व चार सेंटीमीटर चौड़ा जखम था. कई जगह खून जमा हुआ था. कालर बोन व लेफ्ट आर्म पर हेअर लाइन फ्रैक्चर था. परिणामतः अब पुलिस महकमे को ओम पुरी की मौत के पीछे कोई बहुत गहरी साजिश नजर आ रही है.

शक की सुईयां फिल्म ‘‘रामभजन जिंदाबाद’’ के निर्माता खालिद किदवई पर भी उठ रही हैं. पुलिस पिछले चार दिन में खालिद किदवई से कई बार पूछताछ कर चुकी है. वास्तव में गुरुवार, पांच जनवरी को देर रात तक खालिद किदवई ही ओम पुरी के साथ थे.

वास्तव में फिल्म निर्माता खालिद किदवई ने ओम पुरी को उनके घर रात 10.46 पर छोड़ा था और उनकी मौत रात 1.30 से 3 बजे के बीच हुई है. ओम पुरी का मोबाइल भी गायब है. इससे यह नही पता चल रहा है कि ओम पुरी ने उसके बाद किसी से बात की थी या नहीं? सूत्र कह रहे हैं कि इमारत के सीसीटीवी फुटेज में खालिद किदवई की कद काठी का इंसान रात में अंदर जाते देखा गया, पर बाहर निकलते नहीं दिखा. पुलिस की तरफ से अभी तक सीसीटीवी फुटेज को लेकर सिर्फ यह कहा जा रहा है कि पुलिस ने इमारत के अंदर आने जाने वालों का रिकार्ड रजिस्टर व सीसीटीवी फुटेज जब्त किए हैं.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अलावा ओम पुरी की मौत की तारीख, उनकी असीम धन दौलत व दूसरी पत्नी नंदिता पुरी से चल रहे तलाक के मुकदमे के अलावा जिस तरह से ओम पुरी की मौत के बाद आनन फानन में नंदिता पुरी ने ओमपुरी के सभी बैंक खातों को फ्रीज करवाया है, जिस तरह से नंदिता पुरी ने ओम पुरी के फ्लैट, आफिस व बंगले पर अपना ताला लगाया है, उससे भी कई तरह के शक शुबह गर्म हो गए हैं.

ओम पुरी के कई करीबियों से मिली जानकारी के अनुसार ओम पुरी के मुंबई में तीन बैंको में खाते हैं, जिन्हे उनकी मौत के बाद उनकी दूसरी पत्नी नंदिता पुरी, जिनसे तलाक का मुकदमा चल रहा है, ने फ्रीज करवाया है. ओम पुरी के पास मुंबई में आधा दर्जन फ्लैट, आफिस, खंडाला व कर्जत में बंगले के अलावा राजस्थान के झालावाड़ में बहुत बड़ा घर है.

ओम पुरी ने सबसे पहले अन्नू कपूर की बहन सीमा कपूर के साथ प्रेम विवाह किया था. मगर यह शादी एक साल भी नहीं टिक पायी थी. ओम पुरी ने 1993 में नंदिता पुरी के संग दूसरी शादी कर ली थी. जिनसे उनका बेटा ईशान है. 2009 में नंदिता पुरी ने अपने पति ओम पुरी पर ‘‘अनलाइकली हीरोःओम पुरी’’ नामक एक बायोग्राफी वाली किताब लिखी थी. जिसे नंदिता ने बिना ओम पुरी को पढ़ाए ही बाजार में डाल दिया था और तब पता चला कि इस बायोग्राफी वाली किताब में ओम पुरी की चारित्रिक हत्या की गयी है. इसमें ओम पुरी के अवैध संबंधों के बारे में भी लिखा गया है. इसी के चलते ओम पुरी व नंदिता पुरी के बीच दरार पैदा हुई और तभी से  दोनों ने अलग अलग रहना शुरू किया.

2013 में नंदिता पुरी ने अदालत का दरवाजा खटखटाते हुए ओम पुरी से तलाक के साथ साथ उन पर घरेलू हिंसा के आरोप भी लगाए थे. तब से नंदिता पुरी बेटे ईशान के साथ ओम पुरी से अलग ओम पुरी के ही लोखंडवाला वाले फ्लैट में रहती आ रही हैं. सूत्रों का दावा है कि ओम पुरी, नंदिता पूरी को हर माह तीन लाख रूपए खर्च के लिए दे रहे थे. इनके बीच तलाक के मुकदमे की सुनवाई 16 जनवरी को होनी है. माना जा रहा था कि 16 जनवरी को इनका तलाक होना तय था और ओम पुरी हमेशा के लिए नंदिता पुरी से स्वतंत्र हो जाएंगे.

एक सूत्र के अनुसार नंदिता पुरी से अलग होने के बाद ओम पुरी की नजदीकियां पहली पत्नी सीमा कपूर के साथ बढ़ गयी थी. कुछ सूत्र तो यह भी दावा कर रहे हैं कि ओम पुरी ने नंदिता पुरी से तलाक होने के बाद सीमा कपूर से शादी करने का मन बना लिया था. उन्होंने इस बारे में नंदिता से साफ साफ बात कर ली थी. हमेशा के लिए अलग होने के लिए ओम पुरी, नंदिता को आठ करोड़ रूपए देने के लिए मान गए थे. मगर तलाक की सुनावाई से महज 10 दिन पहले ओम पुरी की मौत और उसके बाद जिस तरह से नंदिता पुरी ने आनन फानन ने ओम पुरी के बैंक खातों को फ्रीज करवाया है, जिस तरह से नंदिता पुरी ने ओम पुरी के फ्लैटों पर अपना ताला लगवाया है, वह बात किसी की समझ में नहीं आ रही है.

ओम पुरी की अस्थियों को नासिक में विसर्जन करके वापस लौटते समय नंदिता पुरी खंडाला के ओम पुरी के बंगले में भी गयी और वहां अपना ताला लगाकर आयीं. इस वजह से अब लोग सवाल कर रहे हैं कि आखिर नंदिता को यह सब करने की जल्दी क्या है?

सूत्र बताते हैं कि नंदिता पुरी ने ओम पुरी के सेक्रेटरी और उनके ड्रायवर मिश्रा पर शक जाहिर किया है. जबकि ड्रायवर मिश्रा पिछले 25 वर्षों से ओम पुरी के साथ काम कर रहे हैं. उनकी मासिक तनख्वाह 16 हजार है. ओम पुरी ने ड्रायवर को सुबह सात बजे घर पर बुलाया था, क्योंकि उन्हें अमरीकन एंबेसी जाना था. जब ड्रायवर शुक्रवार की सुबह ओम पुरी के घर पहुंचा और ओम पुरी ने दरवाजा नहीं खोला, तो ड्रायवर ने पड़ोसियों से इस बारे में पूछा. फिर पुलिस को फोन किया गया. पुलिस की मौजूदगी में ही घर का दरवाजा खोला गया. पर नंदिता पुरी ने जिस तरह से ओम पुरी के बैंक खाते फ्रीज करवाए हैं, उससे ड्रायवर की तनख्वाह का चेक बाउंस हो गया है.

उधर पुलिस ने नंदिता पुरी को पूछताछ के लिए बुलाया था, पर वह अब तक गयी नहीं. बहानाबाजी करती रही हैं. नंदिता ने पुलिस से कहा है कि वह ओम पुरी का चौथा सम्पन्न होने के बाद पुलिस स्टेशन आएंगी. अब देखना है कि मंगलवार 10 जनवरी को पुलिस स्टेशन पहुंचकर नंदिता पुरी क्या बयान देती हैं?

अब पुलिस इन सारे पहलुओं पर जांच कर रही है. उसकी जांच बहुत कुछ नंदिता पुरी के बयान के अलावा ओम पुरी की विसरा जांच रिपोर्ट पर निर्भर करती है. सूत्र मानते हैं कि पुलिस हर हाल में नंदिता पूरी से यह सवाल कर सकती है कि उन्हे ओम पुरी के मकान व बंगले पर अपना ताला लगाने और बैंक खाते फ्रीज करवाने की इतनी जल्दी क्यों मची है? बहरहाल, ओम पुरी की मौत का रहस्य गहराता जा रहा है. अब पुलिस की जांच किस करवट बैठती है, उस पर सभी की निगाहें हैं.

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