कान फिल्म समारोह में अपनी मौजूदगी को ले कर हर वक्त चर्चा में रहने वाले अनुराग कश्यप की फिल्म ‘बौंबे वैल्वेट’ भले ही पिट गई हो लेकिन उन की राह पर चल कर निर्देशक नीरज घेवन की ऋचा चड्ढा अभिनीत फिल्म ‘मसान’ कान अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में झंडे गाड़ रही है. उन की फिल्म को अनसर्टेन रिगार्ड श्रेणी में एफआईपीआरईएससीआई पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.अनुराग की फिल्म ‘गैंग्स औफ वासेपुर’ में उन के सहायक रह चुके नीरज की फिल्म वाराणसी की पृष्ठभूमि पर बनी है. इन दिनों देसी कसबों व ठेठ किरदारों से लैस फिल्में ज्यादा सफल हो रही हैं. इन में ‘रांझणा’, ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्स’, ‘पीकू’, ‘दम लगा के हइशा’ जैसे नाम प्रमुख हैं. अच्छी बात यह है कि अब फिल्मकार विदेशी फिल्मों की नकल करने के बजाय अपने देश के कोनेकसबों की कहानियां गढ़ रहे हैं और सफल भी हो रहे हैं.
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