ऐश की खुशी का राज
यह फैसला जरा देरी से आया वरना ऐश्वर्या राय बच्चन आज से ज्यादा खुश होतीं. दरअसल, मिस वर्ल्ड सौंदर्य प्रतियोगिता की अध्यक्ष जूलिया मार्ले ने अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा से बिकिनी राउंड हटाने का निर्णय किया है. उन के मुताबिक, इस राउंड से न तो महिलाओं और न ही हम में से किसी का फायदा होता है, ऐसे में इस को हटाया जाना ही उचित था. जूलिया के इस फैसले का स्वागत करते हुए ऐश्वर्या कहती हैं कि यह बिलकुल ठीक फैसला लिया गया है. जब 1994 में वे इस प्रतियोगिता में बतौर प्रतियोगी भाग ले रही थीं तो बिकिनी के लिहाज से उन की बौडी सर्वश्रेष्ठ नहीं थी, ऐसा मानती हैं खुद ऐश्वर्या, बावजूद इस के उस साल मिस वर्ल्ड का खिताब उन्होंने ही जीता. ऐसे में वे बिकिनी राउंड को निर्णायक भी नहीं मानतीं.
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लव जिहाद और करीना
विश्व हिंदू परिषद की महिला शाखा दुर्गा वाहिनी ने लव जिहाद के मुद्दे को फिर से हवा दी है. इस बार इस संगठन ने निशाना बनाया है बौलीवुड अभिनेत्री करीना कपूर को. संगठन ने एक कैंपेन के तहत लव जिहाद के खिलाफ आवाज उठाते हुए एक पत्रिका जारी की है. यहां तक तो ठीक था लेकिन कवर पर करीना कपूर की विवादास्पद तसवीर लगा कर संगठन सस्ती लोकप्रियता बटोरने पर आमादा दिखता है. तभी तो पत्रिका के कवर पर करीना कपूर की तसवीर में आधा चेहरा हिंदू महिला का, जिस में उन के माथे पर सिंदूर है जबकि आधे चेहरे पर बुरकानुमा नकाब है. वीएचपी नेता कोर्टकचहरी का विकल्प होने की बात भले ही करते हों लेकिन बिना इजाजत, करीना की तसवीर का इस्तेमाल करना जायज नहीं ठहराया जा सकता.
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परदे पर बाल ठाकरे
इन दिनों चाहे सियासी हस्ती हो या धार्मिक गुरु, सब को फिल्मी परदे पर दिखने का शौक चढ़ा है. डेरा सच्चा सौदा के विवादास्पद प्रमुख बाबा रामरहीम खुद के पैसे और अभिनय से सजी फिल्म ‘मैसेंजर औफ गौड’ ले कर आए हैं वहीं, शिवसेना प्रमुख रहे बाल ठाकरे पर एक मराठी फिल्म बन चुकी है. ‘बालकडू’ नाम की इस फिल्म का पिछले दिनों म्यूजिक रिलीज इवैंट हुआ. इस दौरान बाल ठाकरे के बेटे उद्धव ठाकरे व शिवसेना सांसद संजय राउत भी मौजूद थे. फिल्म में बाल ठाकरे की पुरानी राजनीतिक रैलियों से असल आवाज उठा कर वौयसओवर के तौर पर डाली गई है जो फिल्म में समयसमय पर सुनाई देती है.
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बाफ्टा में लंच बौक्स
इरफान खान, नवाजुद्दीन सिद्दीकी व निमरत कौर अभिनीत फिल्म ‘द लंच बौक्स’ ने एक और उपलब्धि हासिल करते हुए ब्रिटेन के औस्कर कहे जाने वाले अवार्ड समारोह बाफ्टा (ब्रिटिश एकेडमी फिल्म ऐंड टैलीविजन आर्ट्स) 2015 में नामांकन हासिल कर लिया है. बाफ्टा में ‘द लंच बौक्स’ को ‘बैस्ट फौरेन लैंग्वेज’ श्रेणी में नौमिनेट किया गया है. निर्देशक रितेश इसे अपनी सब से बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहते हैं कि दुनिया की बेहतरीन फिल्मों के बीच मेरी फिल्म को नौमिनेशन मिलना मेरे व टीम के लिए गर्व की बात है. विदित हो कि इस कैटेगिरी में ‘द लंच बौक्स’ के साथ पोलैंड-डेनमार्क, रशिया, ब्राजील व बेल्जियम की फिल्में टक्कर में हैं.