अरुणिमा राष्ट्रीय स्तर की वौलीबौल खिलाड़ी थीं. 2011 में एक दिन ट्रेन में अपराधियों ने लूटपाट के बाद उन्हें चलती ट्रेन से फेंक दिया. इस हादसे में उन की एक टांग चली गई. लेकिन हौसलों की उड़ान देखिए कि अरुणिमा विकलांगता के बावजूद माउंट एवरेस्ट की चोटी पर चढ़ने में कामयाब हुईं. 2013 में हासिल की गई इस उपलब्धि से दुनिया प्रभावित तो हुई, साथ में अभिनेता फरहान अख्तर भी इतना प्रभावित हुए कि इस साहसी खिलाड़ी के जीवन पर एक बायोपिक बना रहे हैं. इस से पहले मिल्खा सिंह के जीवन को परदे पर सफलतापूर्वक उतार चुके फरहान जानते हैं कि अरुणिमा की कहानी में फिल्मी इमोशन के सारे मसाले हैं जो हिट होने के लिए काफी हैं. बहरहाल, फरहान एक अच्छी फिल्म बनाने की कूवत रखते हैं.

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