अमिताभ बच्चन ने एक कार्यक्रम में जब धीरूभाई अंबानी की दरियादिली की कहानी सुनाई तो सामने बैठे रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी की आंखों में आंसू आ गए. बिग बी रिलायंस इंडस्ट्रीज के वार्षिक सम्मेलन में बोल रहे थे. उन्होंने बताया कि नब्बे के दशक में जब वह दिवालिया हो गए थे, उस वक्त धीरूभाई ने मदद का हाथ बढ़ाया था.
हालांकि, उन्होंने उनके प्रस्ताव को विनम्रता के साथ टाल दिया था. इस कार्यक्रम में रिलायंस इंडस्ट्रीज के तकरीबन 80,000 अधिकारी, कर्मचारी और अन्य लोग मौजूद थे. बिग बी ने बताया कि धीरूभाई का मानना था कि लोगों में खुशी के साथ-साथ अपनापन बांटने से भरोसा बढ़ता है. शायद इसीलिए उन्होंने अपनी कंपनी को ‘रिलायंस’ का नाम दिया.
अमिताभ बच्चन ने बताया कि उनकी कंपनी एबीसीएल घाटे में चल रही थी. उन्होंने कहा, ‘मैं दिवालिया हो चुका था. मुझ पर करोड़ों रुपये का कर्जा था और कुर्की का आदेश दिया जा चुका था. मेरा बैंक बैलेंस शून्य हो गया था. कर्ज देने वाले लगातार दस्तक दे रहे थे.
धीरूभाई को जब इसका पता चला तो उन्होंने अपने छोटे बेटे अनिल अंबानी को भेजा और कहा कि मुझे कुछ पैसे दे दें. अनिल ने मुझे इसके बारे में बताया. वह मुझे जितना देना चाह रहे थे, उससे मेरी सारी परेशानियां खत्म हो जातीं. मैं उनकी उदारता पर भावुक हो गया था, लेकिन उनकी इस उदारत को स्वीकार न कर सका.
ईश्वर की कृपा से धीरे-धीरे मेरी हालत सुधरी और मुझे काम मिलने लगा था. मैं कर्ज चुकाने में सफल रहा था.’ बिग बी ने बताया कि धीरूभाई अंबानी ने लाखों लोगों की स्थिति में सुधार किया. अमिताभ बच्चन के अलावा इस कार्यक्रम में शाहरुख खान, रणबीर कपूर और सोनू निगम जैसी हस्तियां भी मौजूद थीं.
बिग बी ने बताया कि धीरूभाई अंबानी के घर पर एक कार्यक्रम था, जिसमें उन्हें भी आमंत्रित किया गया था. अमिताभ ने कहा, ‘धीरूभाई ने दिग्गज उद्योगपतियों के बीच में कहा था कि ‘यह लड़का गिर गया था, लेकिन अपने दम पर फिर से उठा. इसलिए मैं इसका सम्मान करता हूं.’ धीरूभाई के ये शब्द मेरे लिए उनके द्वारा दी जाने वाली राशि से कहीं ज्यादा मूल्यवान थे.’ कंपनी की 40वीं सालगिरह के मौके पर रिलायंस कर्मचारियों के अलावा कई अन्य लोग भी मौजूद थे.