किक बौक्सिंग कहने को तो खेल है, लेकिन इस की गिनती खतरनाक खेलों में होती है. चूंकि यह खतरनाक गेम है इसलिए इस में पैसा भी खूब है. ब्रिटिश किक बौक्सर टायसन फ्यूरी दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं. उन्हें एकएक शो में कईकई करोड़ रुपए मिलते हैं. टायसन फ्यूरी तब सुर्खियों में आए जब उन्होंने एक मुकाबले में मिली 7 करोड़ रुपए की इनामी धनराशि दान कर दी.

उन्होंने यह रकम उन समाजसेवी संगठनों को दी जो नशामुक्ति केंद्र चलाते हैं. उन का उद्देश्य था नशे की गिरफ्त में आए लोगों को नशे से मुक्ति दिलाना और उन का पुनर्वास.

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दरअसल ‘द जिप्सी किंग’ के नाम से मशहूर टायसन फ्यूरी अब भले ही हैवी वेट चैंपियन हैं, लेकिन वह खुद कई सालों तक ड्रग एडिक्शन और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों से जूझते रहे थे. पिछले दिनों उन का मुकाबला देओंती वाइल्डर के साथ हुआ था. इस मुकाबले में फ्यूरी को करीब साढ़े 3 करोड़ रुपए मिलने थे, लेकिन ‘पे पर व्यू’ की वजह से उन की कमाई 7 करोड़ तक पहुंच गई. हालांकि यह मुकाबला विवादास्पद रहा और ड्रा पर खत्म हो गया था.

उस वक्त फ्यूरी ने लौस एंजिल्स में बातचीत के दौरान पत्रकारों से कहा था कि इस रकम को वह सड़कों पर रहने वाले बेघर लोगों के कल्याण के लिए देंगे. लेकिन बाद में पता चला कि 7 करोड़ रुपए की धनराशि उन्होंने नशेडि़यों के नशामुक्त कराने और उन के लिए आश्रय घर बनाने के लिए इस काम में एक्सपर्ट रहे 2 सामाजिक संगठनों को दी है. फ्यूरी का कहना है कि ऐसा कर के वह वाहवाही लूटना नहीं चाहते, उन की तो बस इतनी चाह है कि लोग उन्हें अच्छा काम करने वाला समझें.

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