आज आपकोे दुनिया का सबसे भारी बच्चे के बारे में बताएंगे, जी हां इस  बच्चे का वजन महज 14 साल के उम्र में 237 किलोग्राम तक पहुंच गया था.  इस बच्चे का नाम मीहिर है और ये बच्चा दिल्ली का रहने वाला है. इसके परिवार वाले उसे दिल्‍ली में साकेत स्‍थित मैक्स हौस्पिटल ले कर गए जहां उसका मोटापा देख कर डौक्‍टर भी हैरान हो गए.

इसके बाद डौक्‍टरों ने फैसला किया कि उसकी  गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी की जाये. हांलाकि ये काफी चुनौती पूर्ण था. इससे पहले 2010 में जब मिहिर को डाक्‍टरों को दिखाया गया था तो उन्‍होंने उसकी कम उम्र के कारण सर्जरी करने से इंकार कर दिया था. डाक्टरों के अनुसार ये सर्जरी कराने वाला मिहिर दुनिया का सबसे भारी बच्चा था.  डौक्टरों के लिए ये एक चुनौती था, क्‍योंकि इतने भारी बच्‍चे को एनीस्थीसिया कैसे दी जायेगी.

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परिवार वालों का कहना है कि वैसे 2003 में जन्‍म के समय मिहिर का वजन सामान्‍य बच्‍चों की तरह ही 2.5 किलोग्राम था, पर उम्र बढ़ने के साथ ये खतरनाक हद तक बढ़ता चला गया. पांच साल तक होते होते वो 60 से 70 किलो तक पहुंच गया और 14 साल में ये 237 किलो हो गया. उसके लिए चलना फिरना दूभर हो गया. बिना मदद के वो खड़ा नहीं हो पाता था और ज्‍यादातर बेड पर पड़ा रहता था.

आपको बता दें,  बाद में मिहिर की सफल गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी की गई, और अब उसका वजन घट कर सामान्‍य हो गया है. इलाज की प्रक्रिया कई चरणों में चली. जैसे पहले चरण में पास्‍ता और पिज्‍जा के शौकीन मिहिर की डाइट को नियंत्रित करके उसको 2,500 कैलोरी से कम करके 800 कैलोरी पर लाया गया. जिससे उसका वजन करीब 10 किलो घटा.

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