टीम इंडिया के पूर्व आलराउंडर क्रिकेटर मोहम्मद कैफ को छत्तीसगढ़ की पहली रणजी टीम का कप्तान और मेंटर बनाया गया हैं. वैसे 36 साल के कैफ को कप्तान बनाने का फैसला चौंकाने वाला है क्योंकि वे लगभग 10 साल से भारतीय इंटरनेशनल टीम से बाहर हैं.
टीम का बॉलिंग कोच जयपुर के पी. कृष्णकुमार को बनाया गया है. वर्ष 2002 में लॉर्ड्स में खेली गई नेटवेस्ट ट्रॉफी में भारत-इंग्लैंड के उस मैच को कौन भूल सकता है जिसमें कैफ और युवराज की जोड़ी ने भारत को 6 विकेट से जीत दिलाई थी.
कैफ ने पूर्व कप्तान गांगुली के कप्तानी की तारीफ की. उन्होंने कहा कि गांगुली की कप्तानी के दौरान ही उनके साथी युवराज सिंह, वीरेन्द्र सहवाग, हरभजन सिंह जैसी प्रतिभाएं निकलीं. कैफ का कहना है कि उनका प्यार, पैशन सबकुछ क्रिकेट है और आज वे जो कुछ भी हैं, क्रिकेट की वजह से ही हैं. नेटवेस्ट ट्रॉफी उनके जीवन का टर्निंग वॉइंट साबित रही है.
कैफ ने बताया कि इससे पहले वे दो साल तक आंध्र रणजी टीम से खेल चुके हैं तथा उनका पूरा उद्देश्य यंग टैलेंट को बाहर निकालना है. उन्हें पूरा यकीन है कि अब छत्तीसगढ़ रणजी टीम से भी प्रतिभाएं बाहर निकलेंगी और भारतीय टीम में जगह बनाएंगी.
मोहम्मद कैफ रणजी में 10 हजार रन भी बना चुके हैं. छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बलदेव सिंह भाटिया ने बताया कि कैफ के साथ ही संघ ने सुलक्षण कुलकर्णी को टीम का कोच बनाया है.
भाटिया ने कहा कि नियम के अनुसार संघ बाहर के तीन खिलाडिय़ों को रख सकता है, उन्होंने मोहम्मद कैफ का ही चुनाव किया. उन्होंने कहा कि संघ यह चाहता था कि ऐसे खिलाड़ी लाएं, जो यहां की रणजी टीम को निखारने के साथ ही छत्तीसगढ़ को अपना समझे और कैफ का चयन इसलिए किया गया है.
कैफ का अब तक क्रिकेट कॅरियर
वर्ष 2000 मे टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण, कुल 13 मैच ही खेले
2002 में इंग्लैंड के खिलाफ पहला अंतरराष्ट्रीय वन डे मैच खेला
2006 में मो. कैफ की कप्तानी में उत्तरप्रदेश रणजी चैम्पियन बना
कुल 125 वनडे मैच खेलकर 2753 रन बनाए हैं
प्रथम श्रेणी के मैचों में 1974 रन बना चुके है
2014-15 में आंध्रप्रदेश टीम की जिम्मेदारी संभाली