ऑस्ट्रेलिया का सिडनी बड़ा जल्दी रंग बदल गया. चौथे टैस्ट मैच में खराब मौसम ने भारत को जीतने नहीं दिया था और अब पहले वनडे मैच में इसी मौसम ने मेजबानों का खूब साथ दिया.

जब भारत टॉस हारा था तब विराट कोहली ने दबी जबान में कहा था कि वे भी इस सपाट पिच पर पहले बल्लेबाजी करते पर ऐसा हो नहीं पाया क्योंकि बाद में फ्लड लाइट में गेंद के स्विंग होने के पूरेपूरे आसार थे.

लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने भी शुरुआत में कोई झंडे नहीं गाड़े थे. कप्तान आरोन फिंच की खराब फॉर्म बरकरार रही और वे 6 के निजी स्कोर पर भुवनेश्वर कुमार का शिकार हुए. इस के बाद उस्मान ख्वाजा और एलेक्स करे ने संभल कर खेलना शुरू किया पर जल्दी ही एलेक्स करे 24 रन बना कर आउट हो गए. कुलदीप यादव ने यह विकेट भारत को दिलाई थी.

तब लग रहा था कि ऑस्ट्रेलिया इस पिच का उतना फायदा नहीं उठा पाएगी क्योंकि तब उस्मान ख्वाजा बहुत धीमा खेल रहे थे. पर उन का शॉन मार्श ने खूब साथ दिया और दोनों ने धीरेधीरे ही सही अपनेअपने 50 रन पूरे किए.

जब ऑस्ट्रेलिया का उस्मान ख्वाजा के रूप में तीसरा विकेट गिरा तो उस ने 28.2 ओवर में 133 रन बना लिए थे. जल्दी ही शॉन मार्श भी पवेलियन लौट गए. तब तक लग रहा था कि ऑस्ट्रेलिया ज्यादा लंबा स्कोर नहीं बना पाएगी. पर पीटर हैंड्सकॉम्ब और मार्कस स्टोइनिस के इरादे ही कुछ और थे. उन्होंने मैच का रुख ही पलट दिया. आखिरी के साढ़े 12 ओवर में उन्होंने 102 ठोंक डाले. इस में ग्लेन मैक्सवेल के नाबाद 11 रन भी शामिल थे. पीटर हैंड्सकॉम्ब ने 73 रन बनाए जबकि मार्कस स्टोइनिस ने नाबाद 47 रन जोड़े. इस तरह ऑस्ट्रेलिया ने 5 विकेट खो कर बटोरे कुल 288 रन.

भारत की ओर से भुवनेश्वर कुमार और कुलदीप यादव को 2-2 विकेट मिले, जबकि एक विकेट रविंद्र जडेजा के खाते में गया.

बाद में विराट कोहली के डर और फ्लड लाइट ने अपना कमाल दिखाया. अभी भारत के 4 रन भी नहीं बने थे कि महेंद्र सिंह धौनी क्रीज पर आ चुके थे. इस से पहले शिखर धवन, विराट कोहली और अंबाती रायडू बतौर बल्लेबाज मैदान पर आए तो थे पर बुरी तरह नाकाम हो कर पवेलियन जा चुके थे. अब सारा दारोमदार रोहित शर्मा और एमएस धौनी पर था कि वे मैच को किस हद तक लड़ने लायक बना सकते हैं.

इस के बाद रोहित और धौनी ने संभलते हुए तकरीबन 28 ओवर तक बल्लेबाजी की और अहम 137 रन जोड़े. जब धौनी 96 गेंदों पर 51 रन बना कर खेल रहे थे तब जैसन बेहरनड्रॉफ ने उन्हें पगबाधा आउट कर दिया. याद रहे कि धौनी ने 15 इंटरनैशनल पारियों के बाद यह फिफ्टी बनाई थी जो उन के कैरियर की दूसरी सब से धीमी फिफ्टी थी.

एमएस धौनी के बाद दिनेश कार्तिक रोहित शर्मा का साथ निभाने आए, लेकिन वे भी 21 गेंद खेल कर 12 के निजी स्कोर पर जे रिचर्डसन की गेंद पर बोल्ड हो गए.

दिनेश कार्तिक के बाद रविंद्र जडेजा आए लेकिन वे भी 8 रन बना कर आउट हो गए. इस बीच रोहित शर्मा ने अपने कैरियर का 22वां शतक जड़ा. उन्होंने अपनी पारी में 129 गेंदों का सामना किया जिस में 10 चौके और 6 छक्के जड़े. पर वे भी तेजी से रन बनाने के चक्कर में 133 रन पर आउट हो गए. बाद में भुवनेश्वर कुमार ने नाबाद 29 रन बनाए पर तब तक बहुत देर हो चुकी थी और भारत को 34 रन से शिकस्त झेलनी पड़ी.

इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 3 मैचों की इस वनडे सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है. अगला मैच 15 जनवरी को एडिलेड में खेला जाएगा.

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