प्रो मुक्केबाजी में लगातार छह मुकाबले नॉकआउट अंदाज में जीत चुके भारत के प्रो मुक्केबाज विजेन्दर सिंह विश्व मुक्केबाजी संगठन (डब्ल्यूबीओ) के एशिया सुपर मिडिलवेट चैम्पियनशिप मुकाबले में 16 जुलाई को ऑस्ट्रेलिया के कैरी होप के खिलाफ रिंग में उतरेंगे. इस बात की घोषणा कर दी गई है. 30 वर्षीय विजेंदर का यह छठवां पेशेवर मुकाबला होगा. वह इससे पहले अपने पांचों पेशेवर मुकाबलों में जीत हासिल कर चुके हैं.
पेशेवर मुक्केबाजी में कदम रखने के बाद भारत के मुक्केबाज विजेंदर सिंह पहली बार अपनी सरजमीं पर मुकाबला करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. मुकाबला पहले 11 जून को होना था, लेकिन संसाधन संबंध कुछ वजहों से इसे टाल कर 16 जुलाई को कराने का फैसला किया गया. मुकाबला त्यागराज स्टेडियम में होगा.
विश्व के पूर्व नंबर एक मुक्केबाज, 2008 ओलम्पिक में कांस्य पदक जीतने वाले और 2009 में विश्व चैम्पियनशिप जीतने वाले विजेंदर के पेशेवर करयिर का यह अभी तक का सबसे कड़ा मुकाबला होगा. उनके विपक्षी आस्ट्रेलिया के होप के पास 12 वर्षो का विशाल अनुभव है.
विजेंदर ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मैं भारत में मुकाबले के लिए उत्साहित हूं. अपने घर में अपने लोगों के सामने रिंग में उतरने के लिए यह मेरे लिए खास मौका होगा. इसलिए मैं आराम नहीं कर रहा हूं और लगतार अभ्यास कर रहा हूं क्योंकि मैं अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहता हूं.”
वेल्स में पैदा हुए होप पूर्व मिडिलवेट यूरोपियन चैम्पियन हैं और उन्होंने अपने 30 मुकाबलों में से 23 में जीत हासिल की है. उनके पास 183 राउंड का अनुभव है जो कि विजेंदर से कहीं ज्यादा है.
होप ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “वह (विजेंदर) पेशेवर मुक्केबाजी में पिछले एक साल से हैं. इससे पहले उन्होंने ओलम्पिक में पदक भी हासिल किया था और वह विश्व चैम्पियनशिप में भी विजेता रहे थे, लेकिन मैं यह सब पहले से देख चुका हूं. मेरे पास 12 वर्षों का अनुभव है. मैं जानता हूं कि उन्हें लोगों का समर्थन मिलेगा, लेकिन मुझे मुकाबले में कमजोर बताया जाना पसंद है. दबाव उन पर है, उन्हें ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है.”
उन्होनें यह भी कहा कि “मैं विश्व नंबर तीन रह चुका हूं. मैंने उनकी उपलब्धियों के बारे में सुना है, लेकिन वह एमैच्योर रहते हुए हासिल की गई थीं. पेशेवर मुक्केबाजी में मेरे पास काफी अनुभव है.”
विजेंदर ने कहा, “मैंने अभी तक अच्छा प्रदर्शन किया है. मुझे पेशेवर मुक्केबाजी में आए हुए 12 महीने हो गए हैं, इसलिए मेरे पास अनुभव है. समय बताएगा कि 16 जुलाई को क्या होगा, इंतजार कीजिए.”
मुकाबले की प्रायोजन भारत की इनफिनिटी ओपटिमल सोल्यूशन (आईओएस) और ब्रिटेन की क्वींसबेरी प्रमोशन कर रहे हैं.
आईओएस के निर्देशक नीरव तोमर ने कहा, “हमें स्टेडियम खचाखच भरा होने की उम्मीद है. टिकट की कीमत 1000 से 15,000 रुपये तक है. यह भारतीय मुक्केबाजी इतिहास में शायद सबसे बड़ा पल है.”
इस मुकाबले का पहला टिकट भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज और विजेंदर के दोस्त वीरेंद्र सहवाग को दिया गया. सहवाग ने मुकाबले के लिए दोनों खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं.
विजेंदर इस समय शानदार फॉर्म में
विजेंदर के सामने उनकी अब तक की सबसे बड़ी चुनौती होगी क्योंकि उनके विपक्षी होप के पास 12 वर्षों का अनुभव है. होप के लिए विजेंदर के खिलाफ खेलना आसान नहीं होगा क्योंकि भारतीय खिलाड़ी इस समय शानदार फॉर्म में हैं, लेकिन होप का मानना है कि वह विजेंदर को आसानी से हरा देंगे क्योंकि उनके पास भारतीय खिलाड़ी से ज्यादा अनुभव है.
होप अनुभव के मामलें में विजेंदर पर हावी
होप ने कहा, मेरे लिए यह मुकाबला बड़ा है. मैं पहली बार सुपर मिडिलवेट चैम्पियनशिप में खेल रहा हूं, लेकिन मेरे पास अपने पिछले मुकाबलों का अनुभव है. मैं इस मुकाबले में खिताब जीतना चाहता हूं. होप अनुभव के मामलें में विजेंदर पर हावी हैं. उनके पास 12 साल की पेशेवर मुक्केबाजी का अनुभव है. उन्होंने अभी तक खेले 30 मुकाबलों में से 23 में जीत हासिल की है और 183 राउंड खेले हैं, लेकिन होप अपने घर से बाहर विजेंदर के घर, भारत में खेल रहे हैं. उनसे जब पूछा गया कि क्या घर से बाहर खेलना उनके लिए मुश्किल साबित हो सकता है तो उन्होंने कहा कि ऐसा बिल्कुल नहीं होगा.
भारत में पहला मुकाबला खेलेंगे होप
होप ने कहा, मैंने अलग-अलग देशों में मुकाबले खेले हैं. मैं भारत में पहला मुकाबला खेलूंगा. मैं अच्छी शुरुआत करना चाहता हूं. रिंग में सिर्फ मैं और वह (विजेंदर) होंगे, और कोई नहीं. होप से जब पूछा गया कि विजेंदर के खिलाफ उनका मजबूत पहलू क्या है तो उन्होंने कहा, बेशक मेरा अनुभव. मुझे इसका फायदा मिलेगा. यह हमारे मुकाबले में अहम भूमिका निभाएगा.
उनसे जब विजेंदर के खिलाफ रणनीति के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, हां, मैं इस पर काम कर रहा हूं, लेकिन जैसा मैंने पहले कहा, मेरे पास अनुभव है. मैं रातों रात अपने आप में बदलाव कर सकता हूं. मैं जब देखूंगा की वह क्या कर रहे हैं तो हो सकता है मैं अपनी रणनीति बदल लूं.
विजेंदर का सामना बाएं हाथ के खिलाड़ी से
होप बाएं हाथ के खिलाड़ी हैं. मुकाबले में उनका बायां हाथ ज्यादा सक्रिय रहता है. विजेंदर का सामना बाएं हाथ के खिलाडिय़ों से बहुत कम हुआ है. क्या इसका फायदा विजेंदर के खिलाफ उन्हें मिल सकता है, इस सवाल पर होप ने कहा, हो सकता है, लेकिन इसके अलावा भी काफी चीजें होती हैं. मेरा ध्यान इस पर नहीं है.