तकनीकी तरक्की ने दुनिया को वरदान दिए हैं तो इस के कुछ अभिशाप भी हैं. अभिशापों में एक है सेहत पर बुरा असर होना. लेकिन इसी तकनीकी तरक्की ने सेहत पर पड़ने वाले बुरे असर से बचाने की तकनीक भी अब ईजाद कर ली है. हालांकि यह तकनीक नई नहीं है लेकिन हमारे देश में अभी यह आम नहीं हो सकी है.

यह खुला सच है कि भारत में डौक्टरों की कमी है.  देश में डौक्टर कम तो हैं ही, उन में से ज्यादातर बड़े शहरों में रहते हैं. छोटे शहरों में रहने वालों के लिए गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य देखभाल सेवा पाना अभी भी एक सपना है. ऐसे में तकनीक की मदद से शहर, मेट्रो व दूरदराज के इलाकों में स्वास्थ्य से जुडी समस्यायों को दूर किया जा सकता है. इस संबंध में ईजाद तकनीक को टेलीमेडिसिन कहा जाता है.

पश्चिमी देशों में टेलीमेडिसिन काफी लोकप्रिय है. मौजूदा समय में भारत में डिजिटल इकौनमी की ग्रोथ अच्छी बनी हुई है, इसलिए यहां भी ओन-डिमांड हेल्थकेयर सर्विस घर तक पहुंचाई जा सकती है.

देश में डौक्टर इन्स्टा आप को घर बैठे मेडिकल सलाह देने के साथ आप के घर पर दवाएं भी पहुंचाने का काम कर रही है. डौक्टर इन्स्टा कंपनी का मकसद डौक्टर और मरीज के बीच की दूरी को दूर करना है. मरीजों को घर बैठे हेल्थ विशेषज्ञों से परामर्श की सुविधा देना है.

डौक्टर इन्स्टा ऐप के जरिए कोई मरीज हफ्ते के सातों दिन चौबीसों घंटे वौइस, वीडियो और चौट के जरिए हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स से राय ले सकता है. मरीज ही नहीं, बल्कि सेहतमंद लोग अपनी सेहत को बेहतर करने या अच्छी सेहत को बरकरार रखने के लिए भी इस ऐप के जरिए विशेषज्ञों से परामर्श ले सकते हैं.

डौक्टर इन्स्टा के फाउंडर व सीईओ अमित मुंजाल कहते हैं, “बड़ी बीमारियों के मामले में डौक्टर के साथ आमने सामने बैठ कर ही परामर्श देने की ज़रुरत होती है, लेकिन दवाओं, महिला रोग, खानपान, न्यूट्रीशन से जुड़ी समस्याओं और कई दूसरी बीमारियों पर डौक्टर इन्स्टा ऐप के जरिए परामर्श किया जा सकता है.”  बता दें कि डौक्टर इन्स्टा कंपनी दवाओं की होम डिलीवरी भी करती है, साथ ही, लैब और डायग्नोस्टिक रिपोर्ट ई-मेल से भेजती है.

अस्पतालों और क्लीनिकों में बाहरी मरीज विभाग (ओपीडी) में जाने पर कई समस्याएं और चुनौतियां होती हैं. लोग 3 से 4 घंटे बरबाद करते हैं. और डौक्टर के साथ 5 से 7 मिनट बिताते हैं. डौक्टर इन्स्टा के जरिए डॉक्टर से परामर्श लेने में आप के वे घंटे बरबाद होने से बच जाएंगे.

दुनिया के प्रमुख वैज्ञानिकों की रिपोर्ट के अनुसार, आंकड़े हमें दिखाते हैं कि नेट रेटेड औसत आधार पर 70 फीसदी समस्याओं को वर्चुअल हेल्थकेयर के माध्यम से हल किया जा सकता है.

देश में यदि आप किसी से पूछें कि क्या उन्होंने औनलाइन परामर्श किया है तो उन में से अधिकतर कहेंगे कि नहीं. लेकिन अगर आप ने उन से सवाल पूछा है कि आप ने कभी फोन उठाया है और अपने डौक्टर से बात की है और डौक्टर से अपनी समस्या के लिए उपाय बताने को कहा है या अपने डौक्टर को एक एसएमएस या व्हाट्सऐप भेजा है, तो लगभग सभी लोग हां कहेंगे कि यह किया है. तो भारत में एक असंगठित तरीके से सैकड़ों हजार परामर्श वैसे भी हो रहे हैं.

डौक्टर इन्स्टा के प्लेटफार्म पर अभी 100 से ज्यादा डौक्टर हैं. डौक्टर इन्स्टा ऐप के जरिए काफी देशवासी घर बैठे स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा पा रहे हैं.

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