एक तरफ बाक्स आफिस पर ‘सरबजीत’ को सफलता नही मिल रही है, उधर रिचा चड्ढा ने इस फिल्म के अपने सुखप्रीत के किरदार पर कैंची चलाए जाने का आरोप लगाकर हंगामा बरपा दिया है. एक अंग्रेजी दैनिक को दिए गए इंटरव्यू में रिचा चड्ढा ने कहा है-‘‘फिल्म ‘सरबजीत’ देखकर मुझे काफी तकलीफ पहुंची. फिल्म में मेरे सुखप्रीत के किरदार के कई अहम दृश्यों पर कैंची चला दी गयी. मेरे लिए किरदार की लंबाई अहमियत नहीं रखती. लेकिन किरदार के अहम दृश्यों पर कैंची चलाना सहन नही कर सकती. मैंने इस फिल्म के लिए काफी मेहनत की थी.

कई दिनों तक पंजाब में शूटिंग की थी. मैं इस फिल्म के साथ इमोशनली जुड़ी थी. लेकिन फिल्म से सुखप्रीत के पति सरबजीत की अनुपस्थिति में सुखप्रीत  के साथ आर्थिक और भावनात्मक स्तर पर अपमान के जो अहम दश्य  थे, उन पर कैंची चला दी गयी. जबकि इन दृश्यों का फिल्म में होना जरूरी था. मैं शिकायत नहीं कर रही हूं. पर इतनी मेहनत करने के बाद यदि आपका एक अच्छा सीन भी फिल्म में न बचे, तो फ्रस्टेशन होना स्वाभाविक है. मेरे साथ यह तब हुआ है, जबकि फिल्म ‘मसान’ के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेरी अभिनय क्षमता की तारीफों के पुल बांधे जा रहे हैं और मैं नारी प्रधान फिल्म ‘‘कैबरे’’ में सोलो हीरोइन हूं.’’

रिचा चड्ढा ने फिल्म से अपने किरदार पर कैंची चलाए जाने का दोष किसी पर नहीं मढ़ा है, मगर उनका आरोप जायज है. फिल्म ‘सरबजीत’ को देखने के बाद हर कोई इस बात का अहसास कर रहा है कि यह फिल्म सरबजीत की नहीं, बल्कि दलबीर कौर की है.

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