अगस्त महीने में रियो ओलिंपिक की शुरुआत होने वाली है. लेकिन भारत में रियो ओलिंपिक के लिए गुडविल एंबैसडर बौलीवुड स्टार सलमान खान को बनाया गया तो हंगामा खड़ा हो गया. हंगामे को देखते हुए आईओए ने भारतीय शूटर अभिनव बिंद्रा को भी गुडविल एंबैसडर बनाया है. सलमान को ले कर विरोध की आवाज लंदन में कुश्ती में ब्रौंज मैडल जीतने वाले पहलवान योगेश्वर दत्त की तरफ से आई. उन्होंने विरोध में एक नहीं, कई ट्वीट कर डाले. उस के बाद पूर्व एथलीट मिल्खा सिंह भी ट्वीट कर सलमान का विरोध जताते रहे.

इन लोगों की आपत्ति है कि फिल्मस्टार को ओलिंपिक जैसे खेल का ब्रैंड एंबैसडर बनाया जाना ठीक नहीं है. यदि किसी खिलाड़ी को बनाते तो अच्छा रहता.

दरअसल, योगेश्वर दत्त या मिल्खा सिंह खुल कर यह कह नहीं पा रहे हैं कि उन्हें क्यों नहीं ब्रैंड एंबैसडर बनाया. यदि सलमान खान रियो को प्रमोट करेंगे तो इस में बुराई क्या है? सलमान खान अपनेआप में एक ब्रैंड हैं और यदि इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन यानी आईओए ने उन्हें चुना है तो इस में हर्ज की बात इसलिए नहीं है क्योंकि इस में कहीं से न तो खिलाडि़यों को नुकसान है और न ही खेल को. सलमान के लाखों फैंस हैं, वे सुपरस्टार हैं और वे रियो ओलिंपिक से जुड़ेंगे तो इस आयोजन को अच्छी पब्लिसिटी मिलेगी.

इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल को ही देख लीजिए. बौलीवुड सितारों का इस में अहम रोल है. बहुत से ऐसे दर्शक हैं जो शाहरुख खान और प्रीति जिंटा को देखने आते हैं.

एकाध खिलाड़ी ही ऐसे होंगे जिसे विश्वभर में या देशभर में जाना जाता हो. लेकिन सलमान खान को देश के अलावा विदेशों में भी जाना जाता है. ओलिंपिक खेल कई देशों में खेला जाता है और इन देशों में इक्कादुक्का खिलाडि़यों को छोड़ कर भारतीय खिलाडि़यों को शायद ही कोई पहचाने.

योगेश्वर दत्त ट्वीट के जरीए कहते हैं कि देश को पागल मत बनाओ. क्या सलमान खान को ब्रैंड एंबैसडर बना देने से पदक ज्यादा मिलेंगे? यह योगेश्वर की खीझ हो सकती है. पर पदक ज्यादा आएंगे कि नहीं, यह तो पता नहीं लेकिन सलमान जैसे और भी सैलिब्रिटी स्टार इस खेल को प्रमोट करने में जुट जाएंगे तो फर्क जरूर पड़ेगा. यदि ऐसा होता है तो और क्या चाहिए, बाकी तो खिलाडि़यों को करना है.

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