बौलीवुड इंडस्ट्री में इन दिनों एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं. पहले तनुश्री दत्ता और कंगना ने यौन शोषण का आरोप लगाया तो वहीं अब इन आरोपों के चपेट में हिंदी सिनेमाजगत के सबसे संस्कारी बापू आलोक नाथ भी आ गए हैं. बौलीवुड में आलोक नाथ की छवि आदर्शवान व्यक्ति की है. वह ज्यादातर पिता का रोल निभाते हुए परदे पर देखे गए लेकिन अब उन पर भी यौन शोषण का आरोप लगा है. हालांकि इस बात पर यकीन करना थोड़ा मुश्किल है लेकिन यह आरोप 80 से 90 के दशक में टेलीविजन की जानी मानी प्रोड्यूसर और लेखिका विंटा नंदा ने लगाया है. विंटा नंदा ने सोशल मीडिया पर लंबा सा पोस्ट लिखा और अपनी आपबीती लोगों को बताई.
विंटा नंदा ने फेसबुक पर खुलेआम लिखा – ‘मुझे पार्टी में बुलाया गया था. उनकी पत्नी और मेरी बेस्ट फ्रेंड उस वक्त शहर से बाहर थे. यह हमेशा की तरह आम पार्टी थी जिसमें मेरे कुछ दोस्त जो कि थियेटर से भी जुड़े हुए हैं वह भी आते थे, इसलिए मैंने पार्टी में जाने से एतराज नहीं किया. पार्टी के दौरान मेरी ड्रिक्स में कुछ मिलाया गया जिसके बाद मुझे अजीब सा लगने लगा. रात के करीब 2 बजे मैं उनके घर से निकली. मुझे किसी ने घर छोड़ने को नहीं कहा. मैं इतने तो होश में थी कि मुझे लगा कि उनके घर पर ठहरना सही नहीं है.’
विंटा ने आगे लिखा – ‘मैं घर से निकली और अपने घर की तरफ चल पड़ी. तभी यह कार लेकर मेरे बगल से निकला और बोला कि मैं तुम्हें छोड़ दूंगा. मैं यकीन करती थी इसलिए बैठ गई. उसके बाद ठीक से क्या हुआ याद नहीं मुझे. बस इतना याद है मेरे मुंह में किसी ने जबरदस्ती शराब डाली. जब दूसरे दिन दोपहर में उठी तो दर्द महसूस हुआ. तब मुझे पता चला कि मेरा बलात्कार हुआ है. उस वक्त साल 1994 के मशहूर शो ‘तारा’ के लिए काम कर रही थी. खुद को उस स्थिति से बाहर निकालने में मुझे 20 साल लग गए. मेरा आत्मविश्वास अब लौट आया है और इसी वजह से अब इस बात को आप लोगों से साझा करने की हिम्मत जुटा पाई हूं.’
विंटा ने इस पोस्ट में आलोक नाथ का नाम साफ साफ तो नहीं लिखा है लेकिन संस्कारी शब्द का इस्तेमाल किया है जिससे यह साफ जाहिर है कि वह आलोक नाथ के बारे में बात कर रही हैं. अब इस मामले पर आलोक नाथ का भी बयान सामने आ गया है. आलोक नाथ ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा – ‘आज के जमाने में अगर कोई महिला किसी पुरुष पर आरोप लगाती है तो पुरुष का इस पर कुछ भी कहना मायने नहीं रखता.’
उन्होंने आगे कहा – ‘मैं विंटा को अच्छे से जानता हूं. इस समय इस मामले पर मैं चुप ही रहना चाहूंगा. उन्हें अपने विचार रखने का पूरा हक है. समय आने पर सही बात अपने आप सामने आ जाएगी. अभी इस बात को पचाने की कोशिश कर रहा हूं. बाद में इस पर कुछ कहूंगा.’