किसी भी रिलेशन में प्यार के साथ-साथ विश्वास होना बहुत जरूरी है, तभी यह रिश्ता और गहरा हो पाता है. लेकिन अगर आपके रिलेशनशिप में झगड़े होते हैं, तो इसके फायदे बहुत हैं. ऐसा हम नहीं कह रहे शोधकर्ता अमेरिकी लेखक जोसफ ग्रेनी की मानें, तो छोटी-मोटी तकरारों से रिलेशनशिप में आत्मीयता और विश्वास बढ़ता है.
इकॉलजिस्ट आरती श्रॉफ भी इस बात को स्वीकार करती हैं. वे कहती हैं कि प्यार में होने वाले बहस इस बात की ओर इशारा करती हैं कि रिलेशनशिप हेल्दी है और मैच्योरिटी की ओर बढ़ रहा है. लेकिन ये तकरार सही तरीके से होनी चाहिए, कहने का मतलब ये है कि अपने पार्टनर के प्रति रिस्पेक्टफुल होते हुए अपनी नाराजगी या गुस्सा जाहिर करना चाहिए. यहां हम कुछ ऐसे ही लोगों के एक्सपीरियंश और हमारे एक्सपर्ट जसलीन कौर सचदेव और विहान सान्याल के व्यू को शेयर कर रहे हैं.
पॉजिटिव चीजों को न भूलें
कॉमेडियन अमित टंडन की पत्नी सोनल एक प्रोफेशनल एचआर हैं. अमित कहते हैं कि रिलेशनशिप में लड़ाई-झगड़ों की अच्छी हिस्सेदारी होती है. शुरू में हम दोनों एक-दूसरे के अनुकूल खुद को बदलने की कोशिश करते थे, लेकिन समय के साथ हमें ये अहसास हुआ कि एक सीमा के बाद हम खुद को नहीं बदल सकते हैं, अत: असहमति तय हैं. इसलिए अमित और सोनल ने लड़ाई के कुछ बेसिक नियम बनाए हैं. जैसे कि कोई भी तेज आवाज में बात नहीं करेगा और पुरानी बातों को नए झगड़े में शामिल नहीं किया जाएगा. जब हम लड़ते हैं, तो हम ये नहीं भूलते हैं कि हमने अपने रिलेशनशिप में कितनी सारी पॉजिटिव चीजें अचीव की हैं.