आजकल बौलीवुड में एक नई तरह की फिल्मों का टै्रंड बढ़ रहा है, जिन में 2-3 घंटे की फिल्म में प्यार, रोमांस, क्शन, थ्रिलर दिखाने के बजाय किसी सामाजिक मुद्दे को उठा कर 10-30 मिनट की शौर्ट फिल्में बनाई जा रही हैं और सोशल मीडिया के माध्यम से दर्शकों तक पहुंचाई जा रही हैं. जी हां आज सोशल मीडिया एक ऐसा मंच बन गया है जहां हर कोई निःसंकोच अपनी बात रख सकता है और यही वजह है कि बौलीवुड इंडस्ट्री के लोग भी इस की तरफ बढ़ रहे हैं. कुछ समय पहले ही डायरेक्टर इम्तियाज अली ने फेसबुक पर ‘इंडिया टुमौरो’ नाम से एक शौर्ट फिल्म अपलोड की थी. इस फिल्म में सैक्स वर्कर और स्टौक ब्रोकर की कहानी को दिखाया गया था.

इन शौर्ट फिल्मों को मनोरंजन के बजाय एक मैसेज देने के लिए बनाया जा रहा है पिछले साल आई ‘माई लाइफ माइ चौइस’ वीडियो इसी का एक उदाहरण है जिस में दीपिका पादुकोण महिलाओं को अपनी जिंदगी अपनी शर्त पर जीने की आजादी का संदेश देती नजर आई थी. इन दिनों इंटरनैट पर राधिका आप्टे अपने एक वीडियो के लिए छाई हुई हैं जिस में वे लड़कियों को खुद पर विश्वास रखने की सलाह देती नजर आ रही हैं. यह वीडियो यूट्यूब चैन ब्लश द्वारा शुरू की गई है.

राधिका आप्टे की यह पहली शौर्ट फिल्म नहीं है, इस से पहले भी ‘आहिल्या द स्टोन’ और ‘द कौलिंग’ में अपनी अदाकारी का कमाल दिखा चुकी हैं. इस वीडियो में राधिका जिस तरह लड़कियों से बात कर रही हैं, उन्हें प्रोत्साहित कर रही हैं, उसे देख कर और सुन कर आप सचमुच में खुद से प्यार करने लगेंगी, खुद को खास समझने लगेंगी. इस वीडियो में राधिका उन सभी नियमों को खारिज करने की बात कर रही हैं जिसे सोसाइटी ने बना रखा है. यह वीडियो लड़कियों को प्रोत्साहित करता है कि आप अपने नियम खुद बनाओ, आप दिखने में कैसी भी हों, मोटीपतली, लंबीछोटी, कालीगोरी, एक बात याद रखिए ‘आप खूबसूरत हैं.’

फिल्में छोटी लेकिन इम्पैक्ट बड़ा

फरीदा जलाल से ले कर दीपिका पादुकोण तक इन शौर्ट फिल्मों में काम कर के लोकप्रियता बटोरने के साथसाथ एक मैसेज दे रही हैं. इन फिल्मों का उद्देश्य बौक्स औफिस पर 100 करोड़ कमाना नहीं है बल्कि सामाजिक मुद्दे को बेहतरीन ढंग से प्रस्तुत कर के समाज को एक मैसेज देना है कि खुद को पहचानो और खुद के लिए जीना शुरू करो. समाज की बनाई उन बंदिशों को तोड़ना है जो महिलाओं को आगे बढ़ने से रोकता है.

क्यों बढ़ रही है मांग

शौर्ट फिल्मों की मांग बढ़ने का मुख्य कारण है इंटरनैट का विस्तार, लोग इंटरनैट पर ज्यादा समय बिताने लगे हैं, उन्हें यूट्यूब पर वीडियो देखना अच्छा लगने लगा है, जिस की वजह से वे इन शौर्ट फिल्मों को खास पसंद कर रहे हैं. इस की वजह से उन्हें सिनेमाघर जाने और टिकट खरीदने के झंझट से छुटकारा मिल गया है. शौर्ट फिल्मों ने अलग तरह के सिनेमा से जुड़ने की इच्छा रखने वाले निर्देशकों, कलाकारों और निर्माताओं के लिए कई रास्तो खोल दिए हैं, इन्हें कम बजट में बना कर आसानी से अपलोड किया जा सकता है, इसम ें ना तो बहुत ज्यादा पैसे की जरूरत पड़ती है और ना ही प्रमोशन के लिए खर्च करना पड़ता है.

ये शौर्ट फिल्में देखना ना भूलें

  • अंबानी द इंवेस्टर
  • दैट डे आफ्टर एवरिडे
  • डम डम डिगा डिगा
  • 3 शेड्स
  • बाइपास
  • टीस्पून

 

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