तंबाकू सेक्टर में विदेशी निवेश पर पूरी तरह पाबंदी लग सकती है. इसके लिए उद्योग मंत्रालय ने कैबिनेट ड्राफ्ट नोट तैयार किया है और इसे संबंधित मंत्रालयों को सलाह के लिए भेजा गया है.
संभावना जताई जा रही है कि इस प्रस्ताव को अगले एक महीने में हरी झंडी मिल सकती है.
सरकार के इस फैसले पर आईटीसी और दूसरे सिगरेट उत्पादकों ने चिंता जताई है. हम आपको बता दें कि अभी सिगरेट की मार्केटिंग, ब्रांडिंग और फ्रैंचाइजी में विदेशी निवेश की छूट है, और सिर्फ सिगरेट की मैन्युफैक्चरिंग में विदेशी निवेश पर पाबंदी है.
हालांकि, अब ये माना जा रहा है कि सिगरेट के मार्केटिंग, ब्रांडिंग और फ्रैंचाइजी में विदेशी निवेश पर पाबंदी संभव है. बताया जा रहा है कि घरेलू सिगरेट कंपनियां किसी भी रास्ते से एफडीआई नहीं ला सकेंगी.