नीतिगत दरों में कटौती के बाद रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने जमीन जायदाद के विकास से जुड़ी कंपनियों के पाले में गेंद डालते हुए उनसे मकानों के दाम कम करने को कहा ताकि ज्यादा लोग संपत्ति खरीदने के लिये प्रोत्साहित हों. आवासीय परियोजनाओं की कम मांग के साथ डेवलपरों के पास बिना बिके मकानों की बढ़ती संख्या के बीच राजन ने यह बात कही है.
वाई बी चव्हाण स्मृति व्याख्यानमाला में राजन ने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि अब जब ब्याज दरें नीचे आ रही है, लोग कर्ज के लिये आगे आएंगे और खरीदारी बढ़ेगी और मुझे यह भी उम्मीद है कि कीमतों में इस रूप से समायोजन होगी जिससे लोग मकान खरीदने के लिये प्रोत्साहित होंगे.' रिजर्व बैंक पिछले वर्ष जनवरी से ब्याज दरों में 1.5 प्रतिशत की कटौती कर चुका है और इस महीने की शुरुआत में रेपो दर 0.25 प्रतिशत घटाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया जो पांच साल का न्यूनतम स्तर है.
वहीं दूसरी तरफ बैंकों ने ग्राहकों को उतना लाभ नहीं दिया जितना कि रिजर्व बैंक ने नीतिगत दर में कटौती की. राजन के अनुसार ब्याज दरों के अलावा प्राथमिक क्षेत्र के अंतर्गत सस्ते मकान के लिये कर्ज जैसे उपायों से उन्हें विश्वास है कि कर्ज के मोर्चे पर चिंताओं का समाधान किया गया है. उन्होंने डेवलपरों के कर्ज के मामले में उन्होंने ऋण लेने वालों की तरफ से पारदर्शिता की वकालत की.