विपक्षी दल केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर 2 करोड़ नौकरियां हर साल देने के वादे से मुकरने का आरोप लगा कर जम कर हमला कर रहे हैं. विपक्ष के इस हमले से बचने के लिए मोदी सरकार ने निजी कंपनियों से इस काम में मदद करने को कहा है. इस संबंध में हाल ही में एक सर्वेक्षण आया है जिस में कहा गया है कि 4 कंपनियां अपने कामगारों की संख्या बढ़ा सकती हैं. 42 प्रतिशत कंपनियों ने कहा है उन का प्रबंधन जल्द ही 15 प्रतिशत कर्मचारियों की भरती करेगा. इस से बडे़ स्तर पर युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे.
अच्छी बात यह है कि इन कंपनियों में एअरटेल, मारुति सुजुकी, ग्लैक्सो जैसी करीब 1,000 कंपनियां हैं. इन कंपनियों ने कहा है कि भरती में 5 वर्ष तक के अनुभव वाले युवाओं को अवसर मिलेगा.
सर्वेक्षण में कहा गया है कि इस में 881 बड़ी कंपनियों को शामिल किया गया है. इस प्रक्रिया में सभी क्षेत्रों में भरती होगी और न्यूनतम एक साल के अनुभव को भी महत्त्व दिया जाएगा.
इन कंपनियों ने यह भरती प्रक्रिया चुनावी साल में शुरू की है. अगले साल मई में केंद्र में नई सरकार होगी यानी 6-7 माह बाद चुनावी माहौल में तेजी आनी शुरू हो जाएगी. नौकरियों के सवाल पर घिर रही केंद्र सरकार को इस से जरूर फायदा मिलेगा और इस मुद्दे पर उस की आलोचना करने वालों को सीधे हमले करने के अवसर कम मिलेंगे.
बहरहाल, राजनीति कुछ भी हो लेकिन इस का सीधा लाभ युवाओं को मिलेगा, यही अच्छी बात है.