देश के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी ने सुनील भारती मित्तल के स्वामित्व वाली भारती एयरटेल के लिए नई मुसीबत खड़ी कर दी है. टेलिकौम सर्विस सेक्टर में धमाल मचाने के बाद अंबानी की टेलिकौम कंपनी रिलायंस Jio ने गुरुवार को डीटीएच और ब्रौडबैंड सर्विसेस लौन्च कर दीं. इससे डीटीएच और फिक्स्ड लाइन ब्रौडबैंड सर्विसेस में प्राइस वार छिड़ सकती है. इसका सीधा असर भारती एयरटेल पड़ेगा, क्योंकि इन दोनों सर्विसेस में उसकी बड़ी हिस्सेदारी है. बहरहाल इसका सीधा फायदा तो कंज्यूमर को ही होगा, जैसा जियो के मामले में हुआ.

कस्टमर्स को होगा फायदा

रिलायंस जियो ने अपनी डीटीएच सर्विस ने गुरुवार को लौन्च किए गए अपने Jio GigaTV  पर लिए जाने वाले चार्जेस का खुलासा नहीं किया है. हालांकि माना जा रहा कि उसके प्राइस के आगे दूसरी कंपनियों के लिए टिकना आसान नहीं होगा. वहीं इसके माध्यम से 600 चैनल्स का लुत्फ उठाया जा सकेगा. इसमें वौयस कमांड भी होगी, जो कई भाषाओं में काम करेगी.

वहीं जियो की फिक्स्ड लाइन ब्रौडबैंड सर्विस Jio GigaFibre की केबल सीधी आपके घर में पहुंचेगी जो आपकी इंटरनेट स्पीड को कई गुना बढ़ा देगी. हालांकि कंपनी ने जियो की तरह इसे कस्टमर्स को तीन महीने के लिए फ्री में दे रही है, जिसके मौजूदा प्लान के तहत कंपनी 90 दिन के लिए 100 एमबीपीएस की स्पीड दे रही है, जिसमें आप महीने में 100 जीबी तक डेटा खर्च कर सकते हैं. फिलहाल कंपनी कोई भी इंस्टालेशन चार्ज नहीं ले रही है केवल 4,500 रुपए सिक्युरिटी मनी ले रही है जो रिफंडेबल है. ऐसे में दूसरी कंपनियों को अपनी ब्रौडबैंड और डीटीएच सर्विसेस सस्ती करनी पड़ेंगी.

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भारती एयरटेल को लगेगा तगड़ा झटका

  • भारती एयरटेल का डीटीएच और फिक्स्ड लाइन ब्रौडबैंड मार्केट के बड़े हिस्से पर कब्जा है. एयरटेल डीटीएच देश के डीटीएच मार्केट में 20 फीसदी हिस्सेदारी के साथ तीसरे नंबर पर है.
  • वहीं फिक्स्ड लाइन ब्रौडबैंड मार्केट में भारती एयरटेल 16 फीसदी हिस्सेदारी के साथ देश में दूसरे नंबर पर है. इससे साफ है कि आने वाले समय में भारती एयरटेल की मुश्किलें और बढ़ने जा रही हैं.

ऐसा ही डीटीएच का मार्केट

दरअसल सितंबर, 2017 में समाप्त क्वार्टर के आंकड़ों के मुताबिक सुभाष चंद्रा की अगुआई वाली डिश टीवी 26 फीसदी हिस्सेदारी के साथ देश की सबसे बड़ी डीटीएच कंपनी है. इसके बाद 21 फीसदी की हिस्सेदारी के साथ टाटा ग्रुप की टाटा स्काई है. मित्तल एयरटेल डीटीएच (20 फीसदी) तीसरे, वीडियोकौन डी2एच (17 फीसदी), सन डायरेक्ट (11 फीसदी) और बिग टीवी (5 फीसदी) हैं. हालांकि वीडियोकौन डी2एच को डिश टीवी खरीद चुकी है.

फिक्स्ड लाइन ब्रौडबैंड में टौप पर है बीएसएनएल

भारत में फिलहाल फिक्स्ड ब्रौडबैंड के महज 1.4 फीसदी सब्सक्राइबर हैं. अक्टूबर, 2016 तक के आंकड़ों पर गौर करें तो भारत में महज 1.8 करोड़ सब्सक्राइबर थे. इस प्रकार इस सेक्टर में बिजनेस की काफी संभावनाएं बाकी हैं. वहीं कंपनी वार बात करें तो इसमें सबसे ज्यादा 57 फीसदी हिस्सेदारी सरकारी दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल है. इसके बाद भारती एयरटेल (16 फीसदी), एमटीएनएल (14 फीसदी), टाटा (7 फीसदी) का नंबर आता है. इससे साफ है कि सरकारी कंपनियों को छोड़ दें तो भारती एयरटेल को रिलायंस के Jio GigaFibre को तगड़ी टक्कर मिल सकती है.

छोटी केबल टीवी कंपनियों की भी बढ़ेंगी मुश्किलें

Jio GigaTV से सबसे तगड़ा झटका छोटी केबल नेटवर्क कंपनियों को लगने जा रहा है. हैथवे केबल, डेन नेटवर्क और सिटी नेटवर्क छोटी केबल कंपनियों पर इसका असर शुरुआती दो दिन में ही नजर आने लगा. बीते दो दिन में इन कंपनियों के स्टौक्स में 20 से 30 फीसदी तक की गिरावट आ चुकी है.

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