आज के समय में ड्यूल और ट्रिपल सिम स्मार्टफोन बाजार में उपलब्ध हैं. इसी के साथ हर टेलिकौम कंपनी के अपने-अपने खास प्लान भी मौजूद हैं. ऐसे में एक से ज्यादा सिम होना अब आम हो गया है. लेकिन नई सिम लेने से पहले कुछ ऐसी बातें हैं जिन्हें ध्यान में रखना जरुरी है. ध्यान ना रखने पर कई बार हमें परेशानियों से भी जूझना पड़ता है. सिम लेने के बाद किसी परेशानी का सामना ना करना पड़े इसके लिए इन बातों का ख्याल जरूर रखें.
सिम डौक्यूइमेंट पर पर्पज लिखकर करें साइन : सिम खरीदते समय आईडी और एड्रेस प्रूफ की फोटोकौपी दुकानदार या एजेंट को ऐसे ही न दें, बल्कि उस पर (केवल सिम खरीदने के लिए) लिखकर नीचे साइन कर दें. इससे आपके दस्तावेज का कभी भी मिसयूज नहीं हो पाएगा. क्योंकि उसकी दूसरी फोटोकौपी कराके कोई उस पर दूसरा सिम नहीं ले पाएगा.
ना लें सिम कार्ड का खुला पैकेट : अगर सिमकार्ड का पैकेट पहले से खुला हो, तो ऐसा सिम कभी न खरीदें, क्योंकि ऐसा सिम पहले से एक्टीवेट किया हुआ हो सकता है. हमेशा अपने सामने ही सील्ड पैक खुलवाकर सिम खरीदें.
बिना वेरिफिकेशन के ना लें सिम : अगर दुकानदार या एजेंट कह रहा हो कि आप वो सिम तुरंत ही यूज कर पाएंगे यानि कि आपको वेरीफिकेशन के लिए कस्टमर केयर को कौल करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. तो जान लीजिए कि कुछ न कुछ गड़बड़ है और सिम पहले से किसी और के नाम पर एक्टीवेट किया हुआ है.
फोटो पर करें क्रौस साइन : सिम खरीदने के लिए दिए गए दस्तावेज के अलावा अपनी फोटो पर भी परमानेंट मार्कर से साइन कर दें, वर्ना आपके दस्तावेज का रीयूज या कहें कि मिसयूज होने की पूरी संभावना रहेगी.
ओरिजिनल डाक्यूमेंट्स छोड़कर ना जाएं : सिम खरीदने के लिए अपने ओरिजिनल दस्तावेज की फोटोकौपी कराते समय कोई भी कौपी दुकान पर मत छोड़ें. कई बार कोई फोटोकौपी साफ या अच्छी न आने पर लोग उसे वहीं छोड़कर चले जाते हैं. ऐसा न करें वर्ना कोई और उसका मिसयूज कर सकता है.
सिर्फ एक बार दें थम्ब इम्प्रैशन : आजकल जियो के अलावा कई मोबाइल कंपनियों के सिम बायोमेट्रिक्स स्कैन के बाद ही मिलते हैं. ऐसा करते समय बार बार थंब इंप्रेशन न दें. थंब इंप्रेशन का प्रोसेस सिर्फ एक बार किया जाता है.
बायोमेट्रिक्स डिटेल्स देते समय रखें ध्यान : पिछले कुछ दिनों में ऐसे केस भी पुलिस के पास आ चुके हैं जिनमें सिम वेंडर ने ग्राहक को बिना बताए उससे थंब इम्प्रैशन कई बार लगवाए और उससे कई फर्जी लोगों के सिम एक्टीवेट कर दिए.
सिम एक्टिवेट ना होने पर दूसरे वेंडर के पास ना जाएं : सिम खरीदने के लिए सभी जरूरी दस्तावेज देने या थंब इंप्रेशन देने के बाद भी अगर आपका नया सिम एक्टीवेट न हो तो किसी नए वेंडर के पास जाकर दोबारा प्रक्रिया न दोहराएं. बल्कि आप उसी दुकानदार या एजेंट को मिलें और अगर वो कुछ गोलमाल जवाब दे, तो पुलिस कंप्लेंट करने से भी ना हिचकें. हो सकता है कि दुकानदार आपकी आईडी का मिसयूज कर रहा हो.
अधिकृत सेंटर से लें सिम : नया मोबाइल सिम हमेशा अधिकृत सिमकार्ड विक्रेता या औफीशियल सेंटर से खरीदें. कहीं से भी सिम कार्ड लेने पर दस्तावेज मिसयूज या फ्रौड की संभावना ज्यादा होती है.
किसी और के लिए अपनी आईडी का ना करें इस्तेमाल : घर के खास मेंबर्स को छोड़कर अपनी आईडी / थंब इंप्रेशन से किसी दोस्तो या अन्य रिश्तेदार के लिए सिम न खरीदें. अगर भविष्य में वो कोई क्राइम करता है या आपकी आईडी वाले मोबाइल नबंर से कोई रौन्ग कौल कर देता है तो आप पुलिस के चक्कर में फंस सकते हैं.