आसान नहीं इतना
दूजे का दर्द समझ पाना
जरूरी है इस के लिए
पहले अपने दिल का
जख्मों से भरा होना,
लहूलुहान होना.
– हरीश कुमार ‘अमित’
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सरिता से और
आसान नहीं इतना
दूजे का दर्द समझ पाना
जरूरी है इस के लिए
पहले अपने दिल का
जख्मों से भरा होना,
लहूलुहान होना.
– हरीश कुमार ‘अमित’