इस दीवाली आप भी करें अपने घर की कुछ खास तैयारी ताकि जब रिश्तेदार या मेहमान आप के घर आएं तो साजसज्जा व तैयारियों को देख कर तारीफ करते न थकें. अगर आप को समझ नहीं आ रहा है कि कहां से इस की शुरुआत करें तो चिंता की कोई बात नहीं. हम आप को बता रहे हैं दीवाली पर घर की तैयारी के लिए कुछ खास बातें, जिन से आप अपने घर को सजा सकती हैं और अपने परिवार वालों व रिश्तेदारों के साथ दीवाली का भरपूर आनंद उठा सकती हैं.

घर की साफसफाई करें

वैसे तो हम घर की सफाई हर दिन करते हैं लेकिन त्योहारों के मौसम में इस पर खास ध्यान दें. घर की साफसफाई का काम बहुत मुश्किल होता है. कई बार ऐसा होता है कि हम ने सोफा तो साफ कर दिया पर पंखे की सफाई करना भूल गए.

जालों से करें शुरुआत : अकसर घर में मकडि़यों के जाले बन जाते हैं, दीवारों के कोने में गंदगी जमा हो जाती है. घर की सफाई से पहले इन जालों को हटाना जरूरी है. बाद में जाला हटाने पर घर फिर से गंदा हो जाएगा.

पंखों की सफाई : पंखे बहुत जल्दी गंदे हो जाते हैं. पंखों की सफाई करने से पहले फर्नीचर आदि पर पुरानी बैडशीट डाल दें, ताकि वे गंदे न हों. सब से पहले देख लें कि पंखे का स्विच बंद हो. फिर पंखे की सफाई सूखे कपड़े से करें और जरूरी हो तो उस के ब्लेडों को गीले कपड़े से पोंछें.

दरवाजे, खिड़की व फर्नीचर की सफाई : इन की सफाई के लिए डिटरजैंट वाले पानी में कपड़ा भिगो दें और निचोड़ कर उस से दरवाजेखिड़कियां पोंछ दें. साथ ही, घर के शैल्फ आदि की भी सफाई करें. बाद में सैल्फ के सामान को सूखे कपड़े से पोंछ कर रख दें.

परदे व कुशनकवर : परदे व कुशनकवर को अच्छे से साफ कर दें. लगाने से पहले यह ध्यान रखें कि पूरे घर की अच्छे से सफाई हो गई हो. अगर आप नए परदे व कुशनकवर लगाना चाहती हैं तो उन्हें दीवाली से 3-4 दिन पहले लगाएं.

किचन की सफाई : सब से मुश्किल काम किचन की सफाई है. किचन की सफाई के लिए सब से पहले बरतन आदि को बाहर निकालें. फिर किचन के स्लैब व टाइल्स को डिटरजैंट के पानी से साफ करें. किचन के स्लैब की सफाई के बाद बरतन स्टैंड व डब्बों की सफाई करें और उन्हें व्यवस्थित कर के लगाएं. इस के बाद सभी बरतनों को साफ कर के सही जगह पर रख दें.

बदलें घर का इंटीरियर

घर के इंटीरियर में 3 चीजें जरूरी होती हैं, घर का आकार, आप की पसंद और बजट. आर्ट ऐंड डेकोर डौट कौम के डिजाइन ऐक्सपर्ट दिव्यान गुप्ता कहते हैं, ‘‘घर को नया रूप देने के लिए इंटीरियर में बदलाव जरूरी है. घर की दीवारों के रंग में भी बदलाव कर सकती हैं, कोई नया शोपीस लगा सकती हैं या परदे व कुशनकवर बदल सकती हैं.’’

इस दीवाली कुछ इस तरह बदलें अपने घर का इंटीरियर-

परदों को बनाएं खास : परदे कमरे को एक अलग रूप प्रदान करते हैं. बाजार में परदों की भरमार देख कर आप जरूर सोचने लगेंगी कि कौन सा लगाया जाए, कौन सा छोड़ा जाए, इस के लिए अपने घर की दीवारों के हिसाब से परदे खरीदें. त्योहारों के मौसम में गहरे रंग के व भारी परदे अच्छे लगते हैं. यदि पतला परदा लगा रही हैं तो उस में लाइनिंग जरूर लगाएं. सोफे यदि प्लेन हैं तो परदे पिं्रटेड लें. इस से कमरा अच्छा लगेगा. ड्राइंगरूम में एक ही रंग के परदे लगाएं और वहां गहरे रंग का कालीन बिछाएं.

कुशनकवर बनाएं आकर्षक : हमेशा मेहमानों का ध्यान सोफे पर जाता है कि सोफा वही है या इस बार नया लिया है. इसलिए कमरे के मुताबिक सोफाकवर पिं्रटेड व प्लेन रख सकती हैं. सोफे के कवर से कुशनकवर हमेशा कंट्रास्ट ही लगाएं. उदाहरण के तौर पर अगर आप के सोफे के कवर का रंग क्रीम है तो कुशन आप 3 बड़े आकार के और 3 छोटे आकार के लें. छोटे वाले कुशन को गहरे रंग का रखें. आप अपने कुशन कवर का रंग अपने दरवाजे और खिड़कियों के रंग से मैच करता हुआ भी रख सकती हैं.

सजावट : घर के इंटीरियर में सजावटी वस्तुओं का विशेष महत्त्व होता है. घर की सजावट के लिए दीवारों पर पेंटिंग व वौल आर्ट भी लगा सकती हैं. कमरे के कोने में अरोमा थैरेपी के कैंडल जरूर लगाएं. यह कमरे को खूबसूरत बनाने के साथसाथ घर में एक हलकी सी खुशबू भी बिखेरता है. आप चाहें तो कमरे में पौटप्यूरी भी रख सकती हैं.

घर की सजावट के लिए लाइट व लैंप का भी प्रयोग कर सकती हैं. लैंप में हैंगिंग व फ्लोर कई तरह के लैंप उपलब्ध हैं, जो लकड़ी, जूट, कपड़े, कांच व पेपर के बने होते हैं.

फूलों व रंगों से सजाएं : घर को गेंदे के फूल से सजाइए. आप उन से भी घर सजा सकती हैं. घर के मुख्यद्वार पर रंगोली जरूरी बनाएं और इसे चारों ओर से डिजाइनर दीए से सजाएं. अगर आप को रंगोली बनानी नहीं आती तो कोई बात नहीं. मार्केट में रंगोली के स्टिकर्स भी मिलते हैं. इन्हें भी चिपका सकती हैं. दरवाजे पर बंदनवार या तोरण लगाएं. ये तोरण आप बाजार से खरीद सकती हैं या फूल व हरी पत्तियों से घर पर भी तैयार कर सकती हैं.

बजट पहले से ही तैयार कर लें

त्योहारों में पैसे कैसे खर्च हो जाते हैं, पता नहीं चलता. जितना भी खर्च करो, कहीं न कहीं कमी रह ही जाती है. पहले से ही एक बजट तैयार कर लें कि आप को कितना खर्च करना है ताकि बेवजह खर्च करने से बच सकें. रही बात खरीदारी की, तो शौपिंग लोकल मार्केट के बजाय थोक बाजारों में करें. इन जगहों से सस्ता व वैरायटी वाला सामान आसानी से मिल जाएगा.

शौपिंग करते समय

अकसर हम दीवाली के 5-7 दिन पहले शौपिंग करते हैं, ऐसा न करें. 15-20 दिन पहले ही एक लिस्ट तैयार कर लें. जानपहचान वालों से भी जानकारी हासिल कर लें कि कौन सा सामान कहां सस्ता मिलता है. इस से बचत करने में काफी आसानी होती है. इस के अलावा यदि कुछ समय पहले ही और औफर्स में उपहार खरीद लिया जाए तो काफी बचत हो सकती है व भीड़भाड़ से भी बचा जा सकता है. सारी शौपिंग एक ही दिन न करें, बल्कि 2-3 बार में करें, जैसे खानेपीने की चीजें एक दिन, दूसरे दिन गिफ्ट्स और सजावट की चीजें, तीसरे दिन कपड़ों की शौपिंग, ताकि सारी खरीदारी अच्छे से हो सके और आप को ज्यादा परेशानी न हो.

गिफ्ट्स तैयार कर लें

दीवाली के समय बाजारों में अलगअलग और आकर्षक उपहारों की बहार होती है. आप को अपने रिश्तेदारों और मेहमानों को किस तरह के गिफ्ट देने हैं, इसे अपने बजट के अनुसार पहले से ही तैयार कर लें. कई बार ऐसा होता है कि हम आखिरी वक्त में तय करते हैं कि किसे क्या देना है और हड़बड़ी में किसी और का गिफ्ट किसी दूसरे को दे देते हैं. अपनी सहूलियत के हिसाब से गिफ्ट खरीद कर उसे पैक कर लें और चाहें तो उस पर नाम भी लिख लें.

खानपान की तैयारी कर लें

त्योहार और मिठाई का मेल तो सभी जानते हैं, घर में तरहतरह की मिठाइयां व पकवान बनते हैं. आप इस दीवाली क्या स्पैशल बना रही हैं, जिसे आप अपने मेहमानों को परोसने वाली हैं, यह पहले से ही तय कर लें और उस की एक लिस्ट तैयार कर लें ताकि उन से संबंधित चीजें आप बाजार से ला कर रख सकें. कोशिश करें कि घर के सभी सदस्यों की कुछ न कुछ पसंदीदा चीज जरूर बनाएं. अगर आप उस दिन कुछ स्पैशल बना रही हैं, जिसे आप ने पहले कभी नहीं बनाया है, तो उसे एक बार पहले बना कर अभ्यास जरूर कर लें ताकि उस दिन आप बेवजह परेशान न हों कि डिश खराब हो गई है, अब क्या करें.

मेहमानों के बैठने की व्यवस्था

दीवाली के दिन घर पर बहुत सारे मेहमान आते हैं, इसलिए उन के बैठने की अच्छी व्यवस्था करें. कई बार ऐसा होता है कि एक मेहमान घर में बैठे होते हैं, तभी दरवाजे पर दूसरे मेहमान आ जाते हैं. ऐसे में घर में बैठे मेहमान को न चाहते हुए भी जाना पड़ता है. इसलिए आप मेहमानों के बैठने की अच्छी व्यवस्था करें ताकि सब मिल कर दीवाली का आनंद ले सकें.

खुद चमकीं कि नहीं

दीवाली की तैयारियों के बीच आप अपनेआप को भूल न जाएं. कई बार ऐसा होता है कि हम तैयारियों में इतने उलझे होते हैं कि अपनी खुद की तैयारी नहीं कर पाते. इसलिए तैयारियों के बीच खुद पर भी ध्यान दें कि दीवाली के दिन आप को क्या पहनना है, किस तरह का मेकअप करना है. सारी चीजों को एक जगह पर व्यवस्थित कर के रख दें ताकि उस दिन आप को मेकअप की छोटीछोटी चीजों को ढूंढ़ना न पडे़. इस तरह दीवाली की तैयारी कर आप इस बार पारिवारिक सदस्यों, मित्रों व मेहमानों के साथ प्रकाशोत्सव का भरपूर आनंद उठा सकती हैं.

फर्श की सफाई

पूरे घर की सफाई होने के बाद घर के फर्श की सफाई करनी चाहिए. जहां आप आसानी से धो सकती हैं, वहां पानी से धो दें. नहीं तो एक बालटी में पानी ले कर फिनाइल मिला कर कपडे़ को गीला कर उस से फर्श की सफाई करें.

बनाएं किचन आधुनिक

इस दीवाली पर घर का इंटीरियर बदलने के साथसाथ अपने किचन को भी आधुनिक और ट्रैंडी ऐप्लाएंसैस से सजाइए. बाजार में कई तरह के आधुनिक माइक्रोवेव ओवन, इलैक्ट्रिक तंदूर, मौडर्न कुकर, एअरफ्रायर, हैंडप्रोसैसर, ब्लैंडर, इंडक्शन, फूड प्रोसैसर, मेजरिंग इक्विपमैंट, स्टीमर इत्यादि उपलब्ध हैं. इन से मिनटों में आसानी से खाना तैयार हो जाता है और ये आप के किचन को ईजी टू कुक बनाते हैं. यह सोच कर इन से दूरी न बनाएं कि ये इस्तेमाल करने में कठिन होंगे. ये इस्तेमाल करने में आसान हैं और इन का रखरखाव भी काफी सरल है.

पेंट व पौलिश करवाएं

अगर आप दीवारों पर पेंट व पौलिश करवाने की सोच रही हैं तो आजकल एक ही कमरे की अलगअलग दीवारों पर अलगअलग रंग करवाने का चलन है. जैसे कमरे की 3 दीवार पर एक ही रंग करवाया है तो चौथी पर कोई दूसरा रंग करवाएं. आप को किस दीवार पर किस तरह का रंग करवाना है, इस का चुनाव सोचसमझ कर करें. जिस कमरे में आप को ज्यादा रोशनी चाहिए, वहां हलके और गहरे रंग का पेंट करवाएं. लेकिन अगर कमरा छोटा है तो कभी भी गहरे रंग का पेंट न करवाएं. इस से कमरा और भी छोटा लगता है.

यदि आप को लग रहा है कि पूरे घर में पेंट कराना आप के बजट से बाहर है तो चिंता की बात नहीं. आप पूरे घर में पेंट न करवा कर केवल ड्राइंगरूम की एक दीवार को गहरे रंग में रंगवा कर नया लुक दे सकती हैं.इस के अलावा सोफे के ऊपर की दीवार पर किसी खास आकार में पहले से मौजूद रंग का तीनगुना ज्यादा गहरा रंग लगा कर दीवार पर आर्टवर्क करा सकती हैं. आजकल पेपरवर्क, पेपर पेस्ंिटग द्वारा भी दीवारों को सजाने का चलन है. इस की लागत पेंट करवाने की तुलना में बेहद कम आती है और आप का घर भी बिलकुल नया सा दिखने लगता है.

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