USA : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का अवैध घुसपैठियों को जंजीरों में बांध कर उन के अपने देश लौटा देना चाहे अमानवीय हो, लेकिन इस से ह्यूमन ट्रैफिकिंग पर रोक लगी है. दुनिया के सभी गरीब व अमीर देशों में किसी भी तरह घुसा देने वाले एजेंट तैयार हो गए थे, जो सच्चीझुठी कहानियां सुना कर पश्चिमी अमीर देशों में नौकरी दिलाने का वादा कर के गरीबों से लाखों लूट रहे थे.
गरीब देशों की हालत अगले 40-50 सालों में भी सुधरेगी, इस का कोई आसार नजर नहीं आ रहा है. धर्म के सहारे चल रहे भारत, पाकिस्तान, बंगलादेश, अफगानिस्तान, फिलीपींस, दक्षिणी अमेरिका के देश, अफ्रीकी मुसलिम देश अगले दशकों तक ऐसे ही रहेंगे. तकनीक और विज्ञान के कारण जो भी आमदनी बढ़ेगी, वह कुछ लोगों के हाथों में रह जाएगी और बढ़ती गरीब आबादी के लिए कुछ नहीं बचेगा.
गरीब देशों के नौजवान अमीर देशों में वही कार्य करेंगे जो अपने देशों में करते हैं पर वहां उन्हें 3-4 गुना पैसे आसानी से मिलेंगे. साथ ही, उन्हें मिलेंगी साफसुथरी सड़कें, साफ हवा, पक्की बिल्डिंगें, अच्छी चिकित्सा आदि. डोनाल्ड ट्रंप की जिद कि ये लोग अपने देश लौटें ज्यादा नहीं चलने वाली. लेकिन जब तक चल रही है तब तक दलालों का धंधा मंदा रहेगा.
पश्चिमी देशों में घुसाने का वादा करने वाले एजेंट मानव तस्करी करते हैं, वेश्यालयों में लड़कियां भेजते हैं, अस्पतालों में और्गन बेचते हैं. गुलामी सी नौकरियां करवाते हैं, रास्ते में भूखाप्यासा रखते हैं. जब ये गरीबों व मजबूरों को फांसते हैं तो बड़ेबड़े सपने दिखाते हैं. ये जिन 10 युवाओं को ले कर जाते हैं, उन में से 6-7 तो कहीं न कहीं पहुंच जाते हैं, बाकी का पता नहीं चलता. हैरानी व दिलचस्प यह है कि जिन का पता नहीं चलता उन के परिवार वाले कहीं शिकायत तक नहीं करते.
बहुत से ऐसे देश हैं जहां बिना वीजा लिए पहुंचा जा सकता है और फिर वहां से कहीं की भी उड़ान ले कर किसी छोटे देश से होते हुए किसी अमीर देश में पहुंचना संभव हो जाता है.
ये दलाल आमतौर पर पहले ही पैसे ले लेते हैं और इन का धंधा पिछले सालों में खूब चमका है क्योंकि हर अमीर देश को गरीब मजदूरों की जरूरत रहती है जो ज्यादा सवालजवाब न करें. और अवैध घुसपैठिए हर मामले में मुंह बंद ही रखते हैं.
डोनाल्ड ट्रंप की कृपा से यह धंधा कुछ समय के लिए तो मंदा पड़ेगा, यह एक अच्छी बात है. भारत को चाहे इन नौजवानों की जरूरत न हो क्योंकि यहां तो बेरोजगार वैसे ही टके के सेर मिल रहे हैं.