Box Office : फरवरी माह के तीसरे सप्ताह यानी कि 21 फरवरी को वासु भगनानी और जैकी भगनानी निर्मित तथा लेखक व निर्देशक मुदस्सर अजीज की वाहियात फिल्म ‘मेरे हसबैंड की बीवी’ सिनेमाघरों में रिलीज हुई. यूं तो तीसरे सप्ताह में ‘कौशलजी वर्सेस कौशल’ फिल्म के साथ ही ‘क्राइम बीट’ और ‘उप्स! अब क्या?’ जैसी वेब सीरीज भी रिलीज हुईं, पर यह सब सिनेमाघर की बजाय ‘ओटीटी’ पर घिसट रही हैं.

फरवरी माह के दूसरे सप्ताह 14 फरवरी को शिवाजी सावंत के उपन्यास ‘छावा’ पर आधारित पीरियड फिल्म ‘छावा’ रिलीज हुई थी, जिस ने अच्छा व्यापार किया था. दूसरे व तीसरे सप्ताह यानी कि 15 दिन में इस फिल्म ने सकनिल्क की रिपोर्ट के अनुसार 399 करोड़ रूपए बौक्स औफिस पर एकत्र किए.

इस रिर्पोट के अनुसार हम कह सकते हैं कि अब तक ‘छावा’ अपनी लागत वसूल करने में विफल रही है. मगर फिल्म के पीआरओ ने प्रेस रिलीज भेज कर दावा किया है कि फिल्म ने दो हफ्ते के अंदर 555 करोड़ तीस लाख रूपए एकत्र किए. अब सवाल उठ रहे हैं कि निर्माता के पास यह आंकड़े कहां से आए?

मध्य प्रदेश में फिल्म टैक्स फ्री है. इतना ही नहीं फिल्म में इतिहास को गलत ढंग से पेश करने के शिर्क समाज के नेताओं द्वारा 100 करोड़ रूपए की मानहानि का केस करने की धमकी के बाद फिल्म के निर्देशक लक्ष्मण उतेकर ने माफी मांगते हुए यह भी कह दिया कि उन्होंने इतिहास नहीं, बल्कि शिवाजी सावंत द्वारा लिखित उपन्यास पर फिल्म बनाई है. लक्ष्मण उतेकर ने यह भी याद दिलाया कि उन्होंने फिल्म में डिस्क्लेमर भी दिया है कि वह सिनेमाई स्वतंत्रता व नाटकीयता के लिए बदलाव कर रहे हैं.

फरवरी माह के तीसरे सप्ताह, 21 फरवरी को सिनेमाघरों में फिल्म ‘मेरे हसबैंड की बीवी’ रिलीज हुई, जिस में फिल्म के निर्माता जैकी भगनानी की पत्नी रकूल प्रीत सिंह, अर्जुन कपूर और भूमि पेडणेकर की अहम भूमिकाएं हैं. अर्जुन कपूर व भूमि पेडणेकर के अभिनय से सजी पिछली फिल्म ‘लेडी किलर’ 45 करोड़ की लागतसे बनी थी, जिस ने बौकस औफिस पर 60 हजार रूपए कमाए थे. इसलिए इन दोनों कलाकारों से कोई उम्मीद नहीं थी.

फिल्म में भूमि पेडणेकर तो हौरर फिल्मों की हीरोईन नजर आती हैं. सारा दारोमदार रकूल प्रीत सिंह पर था. लेकिन निर्माता ठहरे उन के पति तो रकूल प्रीत सिंह ने सोच लिया कि ‘‘जब सैंया भए केातवाल तो डर काहे का’. तो इस फिल्म में जितना वाहियात अभिनय वह कर सकती थी, वह उन्होने किया. परिणामतः 7 दिन के अंदर यह फिल्म 6 करोड़ रूपए भी बौक्स औफिस पर एकत्र न कर सकी. इस फिल्म से निर्माता की जेब में शून्य रकम ही जाएगी. क्योंकि निर्माता ने एक टिकट पर एक टिकट मुफ्त का औफर दे रखा था. मजेदार बात यह है कि निर्माता अपनी इस फिल्म की लागत बताने को तैयार नहीं हैं.

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