Home Tips : साफसुथरा और सुगंधित घर बनाए रखने के लिए खुद को काम करना होगा. अब यह काम बेहद सरल हो गया है. जानिए क्या है तरीका.

घर की पुताई लेबर की जगह पर खुद करें. नए समय में अब यह कठिन काम नहीं रह गया है. पुताई से पहले यह समझ लें कि कलर किस किस तरह के आने लगे हैं. उन का सही इस्तेमाल करने से ही घर में चमक आएगी.

आज कल घरों की पेंटिंग के लिए अलगअलग तरह के कलर का प्रयोग किया जाता है. पेंट के प्रकार से ही मजदूरी तय होती है. अगर डिस्टेंपर पेंट कराना है तो लेबर चार्ज 10 रुपए प्रति वर्ग फीट से 12 रूपए के बीच आती है. इमल्शन पेंट 12-60 रुपए प्रति वर्ग फुट, एनेमल पेंट 80 रुपए प्रति वर्ग फीट, लस्टर पेंट 26-30 रुपए प्रति वर्ग फुट, टेक्सचर पेंट 80 -200 रुपए प्रति वर्ग फुट लेबर चार्ज होता है. पेंट के अलावा पुट्टी और प्राइमर जैसे जरूरी सामानों की जरूरत होती है. पुट्टी एक तरह का सफेद सीमेंट होता है. जो पानी से भी बचाव करता है. अगर दीवारों की सतह उबड़खाबड़ है तो यह उसे ठीक कर देता है. आमतौर पर एक किलो पुट्टी 15 स्क्वेयर फुट से 35 प्रति वर्ग फुट तक कवरेज कर देती है.

प्राइमर यह मटेरियल पेंट के लिए बेस का काम करता है और उस के लुक में भी इजाफा करता है. मार्केट में अलगअलग तरह के प्राइमर उपलब्ध हैं, लिहाजा कीमत अलग हो सकती है. एक लीटर प्राइमर में 210-270 प्रति वर्ग फुट का एरिया कवर हो जाता है. पुट्टी का इस्तेमाल करने से पहले पेंट को बेहतर तरीके से चिपकाने के लिए प्राइमर का एक कोट अच्छा रहता है. मजदूरी की लागत सामान के लिए किए गए खर्च का लगभग डेढ़ गुना होती है. मजदूरी पर छोटेबड़े शहर का भी असर रहता है.

किन कंपनियों के पेंट्स का करें इस्तेमाल

सब से अच्छे किस्म के पेंट डूलैक्स पेंट्स, बर्जर पेंट्स, नेरोलैक पेंट्स, एशियन पेंट्स, इंडिगो पेंट्स, निप्पोन पेंट्स और शालीमार पेंट्स कंपनियों के आते हैं. बाजार में इन के मिलतेजुलते नामों के पेंट भी आते हैं. यह कीमत में कम होते हैं. कई बार दुकानदार भी इस किस्म के पेंट्स को बेच देते हैं. अब बड़ीबड़ी पेंट्स कंपनियां खुद पुताई के पहले पूरी जानकारी देने का काम करने लगी हैं. सही कंपनी के पेंटस को ही चुनिए.

एशियन पेंट्स के सब से अधिक पंसद किए जाने वाले पेंट्स में रोयल, एप्को लाइट इमल्शन, ट्रैक्टर डिस्टेंपर और कई अन्य शामिल हैं. नेरोलैक पेंट्स में सब से लोकप्रिय ब्रांड कंसाई नेरोलैक पेंट्स है. इस के अलावा इम्प्रेशन अल्ट्रा एचडी, इम्प्रेशन अल्ट्रा फ्रेश, इम्प्रेशन 24 कैरेट, इम्प्रेशन मेटैलिक फिनिश और कई अन्य सामान ब्रांड हैं.
बर्जर पेंट में सब से लंबे समय तक चलने वाला ग्लौस और सेमी ग्लौस पेंट है. डूलैक्स पेंट्स के पर्ल ग्लो और डूलैक्स वेलवेट टच सहित विभिन्न प्रकार के इंटीरियर पेंट प्रदान करते हैं. इस के अलावा डूलैक्स वेदरशील्ड और पेंट है. इस में दीवार पुट्टी, ऐक्रेलिक प्राइमर, पानी आधारित सीमेंट प्राइमर आदि शामिल हैं.

शालीमार पेंट्स चाय, कौफी और केचप जैसे आम घरेलू दागों के लिए को खत्म करने की क्षमता वाले रंग बनाने के कारण सब से अधिक पंसद किया जाता है. इंडिगो पेंट्स में प्राइमर, डिस्टेंपर, इमल्शन और डिस्टेंपर सहित पानी आधारित पेंट्स है. जौनसन और निकोल्सन पेंट्स के पेंटस भी खूब पंसद किए जाते हैं. यह सब से पुरानी पेंटस कंपनी है.

क्या है पेंट्स की कीमत

पेंट्स की कीमत कंपनी और कलर पर निर्भर करती है. रिटेलर और थोक दुकानदार के पास अलगअलग कीमत मिल सकती है. कई दुकानदार एमआरपी से कम दाम पर भी बेच देते हैं. इन का मार्जिन अधिक होता है. पेंट्स कंपनियां अधिक से अधिक पेंटस बेचने के लिए औफर देती रहती है. ऐसे में पेंट्स की कीमत अलगअलग हो सकती है.

प्लास्टिक पेंट की कीमत को देखें तो 1 लीटर एशियन पेंट्स 70 रूपए से, डूलैक्स 110 रूपए से, नेरोलैक 192 रूपए से शुरू होता है. ब्रांड के हिसाब से कीमत बदल जाती है. 20 लीटर के एशियन प्लास्टिक पेंट की कीमत डूलैक्स पेंट की कीमत 20 लीटर से अलग है. बर्जर सिल्क ग्लैमआर्ट प्लास्टर दीवारों के लिए फिनिश पेंट की कीमत 1 लीटर के लिए 799 रुपए है. बर्जर वालमास्टा बाहरी पेंट की कीमत 1 लीटर के लिए 355 रुपए है. बर्जर इंस्ट्रूमेंट्स बर्जर इंटीरियर ऐक्रेलिक वाल पेंट की कीमत 1 लीटर के लिए 619 रुपए है. बर्जर पेंट्स लक्सोल हाई-ग्लौसस इनेमल पेंट की कीमत 1 लीटर के लिए 500 रुपए है. औल बाउंड की कीमत सब से कम होती है. 2 लीटर की कीमत 350 रूपए है.

कैसे जाने पेंटिंग का बजट

1,000 स्क्वायर फीट के 2 बीएचके फ्लैट को पेंट करने के लिए 30 से 45 लीटर पेंट की आवश्यकता होती है. डिस्टेंपर पेंट का एक कोट लगभग 10 रुपए प्रति वर्ग फुट होता है. इमल्शन पेंट का एक कोट लगभग 15 रुपए प्रति वर्ग फुट होता है. 1,000 स्क्वायर फीट के 2 बीएचके फ्लैट में डिस्टेंपर पेंट की कुल लागत लगभग 10,000 रुपए और इमल्शन पेंट की कुल लागत लगभग 15,000 रुपए होगी. छत को छोड़ कर. पेंट करने योग्य एरिया की कैलकुलेशन सरल है. सब से पहले, जगह की लंबाई और चैड़ाई को आपस में गुणा करें जिस से आप को कुल एरिया मिलेगा. इस में दरवाजे या खिड़कियां जैसे उस हिस्से को घटा दें, जिसे पेंट नहीं करना है. इस तरह से पेंट करने के लिए सही एरिया मिल जाएगा.

खुद करें पुताई

पुताई के लिए घर के अंदर का काम घर के लोग खुद कर सकते हैं. अगर 4 लोग हैं और वह अपनाअपना कमरा बांट लें तो मनोरंजन के साथ पुताई कर सकते हैं. घर के बाहर की दीवारें ऊंची होती है. ऐसे में वह काम जानकार का करना ही ठीक रहता है. घर के अंदर कमरों का काम सरल होता है. ऐसे में अगर आप के पास समय है तो खुद पुताई का काम कर सकते हैं. वैसे भी जब पुताई होती है तो घर के लोग भी काम पर लगे होते हैं.

घर के अंदर की पुताई करना अब सरल काम रह गया है क्योंकि इस के कई सरल तरीके सामने आ गए हैं. घर के बाहर की पुताई कठिन काम होता है. बाहरी दीवारों वाले पेंट की कीमत कम होती है. इसे लगाना ज्यादा बोझिल और समय लेने वाला होता है क्योंकि इस के लिए मचान और दीवारों के लेवल की सीढ़ियों की जरूरत होती है.

आजकल पेंट तैयार आते हैं. इन में केवल पानी मिला कर पुताई की जा सकती है. पुताई के लिए ब्रश और रोलर आने लगे हैं. रोलर का प्रयोग अधिक होता है. दीवार साफ करने के लिए रेगमाल का प्रयोग किया जाता है. दीवारों पर किए जाने वाले रंग अलगअलग किस्म के होते हैं. डिस्टेंपर पेंट में पानी में मिला कर पुताई की जाती है. इमल्शन पेंट पानी या औयल बेस्ड होता है. यह तेजी से सूखता है और शानदार फिनिश देता है. इमल्शन पेंट काफी समय तक चलता है और इस पर लगे दागधब्बों को डिटरजेंट सोल्यूशन के साथ एक कपड़े से साफ कर सकते हैं. ऐसे कुछ पेंट्स में एंटी फंगल के गुण भी होते हैं. इस को प्लास्टिक इमल्शन पेंट और एक्रेलिक इमल्शन पेंट की केटेगरी में बांटा जाता है.

एनेमल पेंट का प्रयोग ऐसी सतहों पर किया जाता है जहां काफी ज्यादा लोग आतेजाते हों. गंदगी ज्यादा होती हो, क्योंकि ये लंबे समय तक चलते हैं. इन की सफाई करना भी बेहद आसान होता है. इन से ग्लौसी इफैक्ट भी मिलता है. ये पानी और दाग से भी निपट लेते हैं. इस का प्रयोग आमतौर पर धातु और लकड़ी की सतह पर किया जाता है. लस्टर पेंट तेल या पानी आधारित होता है. यह मोती की तरह चिकनी फिनिशिंग देता है. लस्टर पेंट को आप बारबार वाश कर सकते हैं. यह सूखने के बाद भी कुछ समय के लिए गंध छोड़ते हैं.

टैक्सचर पेंट का प्रयोग उन दीवारों पर किया जाता है, जिन्हें घर में स्पैशल टच दिया जाता है. इस को लगाने के लिए खास तरह के औजार जैसे चाकू, रोलर, ब्रश, खुरपी और पुट्टी जैसी सामग्री का इस्तेमाल होता है. जो थ्रीडी टैक्सचर बनाने में काम आते हैं. आमतौर पर टैक्सचर पेंट विशालकाय होते हैं और एक अलग तरह की फील देते हैं. टैक्सचर पेंट बेहद महंगा होता है. सामान्य लोग इस का प्रयोग कम करते हैं. स्नोसेम एक खास सीमेंट पेंट है जो पानी, गरमी और रोशनी से भी बचाता है. इसे पानी मिलाने पर यह न तो झड़ता है और न ही उखड़ता है.

सीमेंट पेंट बाहरी दीवारों पर रिसाव और गंदगी को रोकने के लिए पानी आधारित सीमेंट पेंट का उपयोग किया जाता है. यह पेंट दीवारों को सजाने और सुरक्षा देने के लिए अच्छा है क्योंकि यह सीमेंट जैसा दिखता है. यह सूरज की किरणों, बारिश, गरमी और नमी से दीवारों को बचाता है. मैटेलिक पेंट में चमक होती है. क्योंकि इस के आधार में धातु के टुकड़े और कांच जोड़े जाते हैं. इस पेंट में मुख्य रूप से आयरन औक्साइड होता है, जिसे मेटल फ्लेक या पौलीक्रोमैटिक भी कहा जाता है. इसे खासतौर पर एक्सेंट दीवारों पर इस्तेमाल किया जाता है, क्योंकि यह दीवारों को गहराई और चमक देता है. पेंट लगाने के बाद, सतह पर एक हल्की, रेशमी चमक दिखती है.

हमेशा अच्छी क्वालिटी और ब्रांडेड पेंट ही खरीदें. ये दीवारों की रक्षा करने का काम करते हैं. पानी से बचाने वाला प्रोडक्ट घर के बाहरी हिस्से पर लगाना चाहिए, ताकि नमी या पानी का रिसाव रोका जा सके. यह दीवारों और नींव को बारिश और नमी से बचाता है. घर के बाहर के लिए रंग चुनते वक्त दो रंग से ज्यादा नहीं चुनने चाहिए. घर की खिड़कियों और ग्रिलों को पेंट करके जंग को रोकें, जिस से भविष्य में पेंटिंग की लागत बच जाएगी.

कैसे करें पुताई

डार्क रूम को गहरे रंगों और रोशनीदार कमरे को हल्के रंगों से पुतवाना चाहिए. पुताई करने से पहले दीवारों के छेद भरने का काम शुरू करें. दीवारों पर बहुत सारी धूल और मलबा चिपक जाता है. इसे गीले कपड़े से साफ कर सकते हैं या वैक्यूम कर सकते हैं. यदि गहरे रंग के स्थान पर हल्का रंग लगा रहे हैं तो पहले प्राइमर करें. पेंट का काम शुरू होने से पहले फर्नीचर को हटा दें या तिरपाल से ढक दें. पुताई में रंग और कूची का साथ बहुत पुराना हो गया है, अब जमाना ब्रश और रोलर का है जिस से रंग करना बेहद सरल होता है. इस के अलावा अब कमरे की पुताई के लिए अच्छी सीढ़ी भी आने लगी है.

पुताई करते समय कपड़े खराब न हों इस के लिए कपड़ों के ऊपर पहनने के लिए किट आने लगी है. हाथ खराब न हो तो ग्लब्स यानी दस्तानों का प्रयोग किया जा सकता है. जूते भी अलग किस्म के आते हैं. जल्दी दीवारें खराब न हो केवल सफाई से काम चल जाए इस के लिए नियमित कार्यों के भाग के रूप में, पेंट की गई दीवारों को कम से कम हर महीने धूलमिट्टी साफ करनी चाहिए और मकड़ी के जाले हटाने चाहिए. महीने में दो बार तो और भी बेहतर होगा. हर हफ्ते दरवाजे के हैंडल और लाइट स्विच के आसपास के दाग और गंदगी को साफ करना चाहिए.

पुताई के लिए जरूरी सामाग्री

पुताई करने के लिए सब से पहले एक बाल्टी, कपड़ा, स्टेप स्टूल या सीढ़ी, मीठा सोडा चाहिए. पुताई के लिए सब से पहले धूल हटाएं, दीवार के उपर से शुरू करते हुए, धूल और मकड़ी के जाले को हटाने का काम करें. हमेशा मजबूत स्टूल या सीढ़ी का उपयोग करें. दीवार से धूल हटाने के लिए डस्टिंग ब्रश से वैक्यूम करें. पहले कपड़े या वैक्यूम क्लीनर से दीवारों को साफ करें. बेहतर होगा कि दीवारों को धो दें. पहले यह देख लें कि बिजली बंद हो और लाइट स्विच और आउटलेट प्लेट के आसपास की जगहों को सावधानीपूर्वक साफ करें. इन जगहों को ज्यादा गीला न होने दें.

पेंट करने के लिए कूची और ब्रश की जगह पर रोलर आने लगा है. इस में छोटे हैंडल और बड़े हैंडल वाले रोलर आते हैं. इन की वजह से कलर करना सरल हो गया है. जमीन से ही ऊंची दीवार पर कलर कर सकते हैं. रोलर में लगा हैंडल बड़ा होता है. बड़े हैंडल वाले रोलर की कीमत 500 से 900 रूपए के बीच होती है. बड़े हैंडल में छोटाबड़ा करने की सुविधा भी होती है. इस की मदद से सीढ़ी पर चढ़ कर पेंट करने का खतरा लेने की जरूरत नहीं है.
पुताई करने से पहले दीवार को ठीक करने के लिए ब्रश और रोलर के साथ मिलने लगे हैं. रोलर के सहारे कैमिकल को दीवार पर लगा कर छोड़ने से कुछ समय में दीवारें ठीक हो जाती हैं. इस के बाद पेंट्स कर सकते हैं.

स्प्रे पेंटिंग की टैक्नोलौजी भी आ गई है. पेंट्स के डिब्बे के आगे स्प्रे मशीन लगी होती है. स्प्रे करने से ही रंग दीवारों पर सही तरह से फैल जाता है. दीवार पर पुट्टी लगाने के लिए साधरण पत्ती की जगह पर हैंडल वाली पट्टी 200 रूपए की आ गई है. इस से पुट्टी लगाने में हाथ को खतरा नहीं होता है. हाथों को रंगों से नुकसान न हो इस के लिए ग्लब्स का प्रयोग कर सकते हैं. रबर से बने दस्ताने 300 रूपए जोड़े की कीमत वाले होते हैं. जिस तरह से खाना बनाने वाले शेफ एप्रेन पहनते हैं उसी तरह के एप्रेन और पहनने वाली किट भी आती है. जिस से पुताई करते हुए भी आप स्टाइलिश दिख सकते हैं. इस तरह से पुताई शुरू करें. खुद से पुताई करने से बचत और लगाव दोनों होता है. ऐसे में बिना झिझक अपने घर की पुताई करें.

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...