New Trend : लड़कों में भी स्मार्ट दिखने का क्रेज बढ़ रहा है जिस के लिए वह सैलून, जिम ही नहीं ट्रीटमेंट के लिए डाक्टरों के पास भी जाने लगे हैं. बावजूद इस के वे लगते हैं झल्ले ही.
जहां सुदंर लड़कियों की चाहत लड़कों को होती है हीं सुदंर लड़कियों को स्मार्ट लड़के पंसद आते है. लड़कियों की पंसद बन सके इसके लिए लड़के जवान होते ही खुद को फिट करने में जुट जाते हैं. इस के लिए वह अच्छे कपड़े पहनते हैं. बौडी को फिट रखते हैं. अब हैल्थ और ब्यूटी सैक्टर लड़कों को सामने रख कर तैयार होने लगा है. पहले लड़कों के सैलून में केवल हेयर कट और शेविंग ही होती थी. अब यह सैलून तो बदल ही रहे हैं लड़कियों के ही सैलून में लड़कों का सैलून खुलने लगा है. जिस को यूनिसैक्स सैलून कहते हैं.
यूनीसैक्स सैलून पहले बड़े शहरों में ही होते थे. अब छोटेबड़े शहरों में भी यह खुल गए हैं. लड़केलड़कियों को एक ही सैलून में सर्विस लेने में कोई दिक्कत नहीं होती है. यहां लड़के हेयर कट, हेयर कलर, फेशियल और फेस और हेड मसाज जैसी तमाम सर्विस लेने के लिए आते हैं. सैलून के साथ लड़के अब फिटनैस के लिए जिम जाने लगे हैं. इस के अलावा स्किन, हेयर और चेहरे पर दागधब्बे का इलाज कराने स्किन स्पैशलिस्ट डाक्टर के पास भी जाने लगे हैं. इतने सारे प्रयासों के बाद भी लड़के लगते झल्ले ही हैं.
सुंदर दिखने के उपाय
लड़के सुदंर दिखने के लिए कुछ दिन उपाय करते हैं पर इस को नियमित नहीं कर पाते. इस कारण झल्ले ही लगते हैं. लड़कियों की तुलना में लड़कों की त्वचा ज्यादा ओयली और मोटी होती है. ऐसे में उन को भी सीटीएम यानि क्लींजिंग, टोनिंग और मौइस्चराइजिंग का प्रयोग समयसमय पर जरूरत के अनुसार करना चाहिए. लड़कों को धूल और धूप में रहना पड़ता है. धूम्रपान करने वाले लड़कों के सामने यह परेशानी अधिक ही होती है. ऐसे में जरूरत इस बात की होती है कि अच्छे फैशियल क्लीन्जर का उपयोग करें. जो सभी प्रकार की त्वचा पर काम करता हो.
जब भी धूप में निकलना हो सनस्क्रीन का प्रयोग करें. 30 से 50 एसपीएफ वाला सनस्क्रीन लगाना चाहिए. सूरज की किरणें आप की त्वचा के रंग और बनावट को खराब करती हैं. इस के लिए टैनिंग कम करने के लिए इसे अपने चेहरे के साथसाथ हाथों पर भी लगाएं. सुनिश्चित करें कि आप बाहर निकलने से 15 मिनट पहले सनस्क्रीन लगाएं, ताकि यह अच्छे से औब्जर्व हो सके.
लड़कों को अपनी त्वचा साफ और चिकना करने के लिए फेस स्क्रब बेहद जरूरी है. फेस स्क्रब करने से ड्राई स्किन से छुटकारा मिलती है. साथ ही त्वचा कोमल होती है और परिणामस्वरूप चिकनी दाढ़ी उगती है. इसलिए हफ्ते में कम से कम 2 से 3 बार फेस स्क्रब करना जरूरी है. ध्यान रखें स्क्रब करते वक्त हल्के हाथों का प्रयोग करें, नहीं तो इस से आप की स्किन छिल सकती है.
आंखों के आसपास की त्वचा का भी ध्यान रखें. ऐसा न करने से आंखों के नीचे काला घेरा बनने लगता है. यह अंडर-आई डिहाइड्रेशन के कारण होता है. इसे रोकने के लिए हर सुबह और सोने से पहले आंखों के आसपास थोड़ी सी हाइड्रेटिंग आई क्रीम लगाएं. इस के साथ ही साथ अपने होठों पर भी ध्यान देने की जरूरत है. होंठ की स्किन बेहद सौप्ट होती है. इन का सही तरीके से ध्यान नहीं रखा जाए तो होंठ फटने के कारण और खराब दिख सकते हैं. इस के लिए जरूरी है कि अच्छे बाम का इस्तेमाल करें.
मैनीक्योर सिर्फ लड़कियों के लिए नहीं है. लड़कों को भी अपने हाथों पर कड़ी नजर रखनी चाहिए. नाखून साफ और छोटे रखें. आजकल लड़कों में दाढ़ी रखने का क्रेज है. अगर दाढ़ी चेहरे पर अच्छी लगती है तो उस को रखना बिल्कुल ठीक है. लेकिन सुनिश्चित करें कि इसे साफ रखें. समयसमय पर कटिंग करते रहें. दाढ़ी को धोने के बाद खुशबू वाला तेल भी लगा सकते हैं. सुदंर दिखने के लिए नियमित उपाय करें. केवल शौकिया करने से बहुत खराब लगता है. लड़के केवल सैलून ही नहीं जिम भी जाते हैं.
घर में ही करे एक्सरसाइज
जिम जाने से अच्छा है कि घर पर ही एक्सरसाइज करें. इस में सब से सरल स्किपिंग रोप होती है. यह 150 रुपए से 1500 रुपए तक में मिल जाती है. रस्सी कूदना बेहद आसान और प्रभावी वर्कआउट होता है. एक वेट मशीन रख लें. वेट मशीन का होना बहुत जरूरी है. जिस से अपने वजन में होने वाले बदलावों का रिकौर्ड रख सकें. बाजार में वेट मशीन 800 से 1500 रुपए की कीमत तक में मिल जाती है. स्ट्रैचिंग और शरीर का संतुलन बनाए रखने के लिए रजिस्टेंस बैंड्स का काफी उपयोग किया जाता है. अच्छी ग्रिप वाले हैंडल्स हों. यह बाजार में 1500 से 3000 रुपए तक की कीमत में मिल सकते हैं.
वेट लिफ्टिंग एक्सरसाइज के लिए डंबल्स और बार्बेल्स जरूरी होते हैं. इन का प्रयोग भी कर सकते हैं. यह 150 रुपए से 500 रुपए प्रति किलो वजन के आधार पर मिलते हैं. अपनी जरूरत के अनुसार इन का वजन बढ़ा सकते हैं. अपने को शेप में रखने के लिए एक्सरसाइज बौल या स्टेबिलिटी बौल काफी प्रभावी है. इस का इस्तेमाल दूसरे उपकरणों के साथ भी कर सकते हैं. बाजार में इस की कीमत 600 रुपए से 1000 रुपए के बीच तक हो सकती है.
कुछ दिन का शौक
जिम में मेम्बरशिप लेना सरल होता है. लड़कों के पास अपने पैसे होते हैं. वह कहीं न कहीं जौब या बिजनैस कर रहे होते हैं. ऐसे में खुद को फिट रखने के लिए जिम की मेम्बरशिप ले लेते है. कुछ दिन बहुत क्रेजी रहते हैं. सोशल मीडिया पर जिम करते फोटो वीडियो पोस्ट करते हैं. धीरेधीरे यह शौक पुराना हो जाता है. आलस्य उन पर हावी होने लगता है. जिम छूट जाता है. जब तक बौडी फिट नहीं रहती कोई भी फैशन अच्छा नहीं लगता है. गोल मटोल चेहरा, बढ़ा हुआ पेट, झुके हुए कंधों में लड़के झल्ले लगने लगते हैं. इस की सब से बड़ी वजह यह होती है कि फिट और स्मार्ट दिखने के लिए जो अनुशासन चाहिए वह नहीं रह पाता है.
जो लोग नशा करते हैं उस का प्रभाव उन की हैल्थ पर पड़ता ही है. इस के साथ ही साथ इन लड़कों में समय से खाना और सोना भी नहीं होता है. देर रात तक यह जगते हैं. सुबह देर से उठते हैं. कोविड के प्रभाव में जिन लड़कों का वर्क फ्रौम होम चलता है. उन की हालत और भी खराब होती है. वह लोगों से मिलजुल नहीं पाते हैं. शारीरिक मेहनत नहीं होती और खाने के नाम पर होम डिलीवरी में फास्टफूड आ जाता है. यह मोटापा बढ़ाने वाला होता है. लड़कियां इन हालातों में भी अपना ख्याल रख लेती हैं. लड़के नहीं रख पाते.
पुरूष प्रधान समाज है तो लड़कों को लगता है वह अच्छे दिखे या नहीं फर्क क्या पड़ता है ? असल में फर्क पड़ता है भाई. जो लड़की साथ चलती है उस को फर्क पड़ता है. उस की दोस्त कहती है ‘तेरा वाला कैसा दिखता है ? तू कुछ समझाती क्यों नहीं ?’ लड़की बोलती है ‘समझासमझा कर थक गई, दो दिन सुधरता है इस के बाद फिर पुराने जैसा हो जाता है.’ खासतौर से शादी के बाद तो कोई कंट्रोल ही नहीं रहता है.
शौकशौक में कई लड़के तो स्किन स्पैशलिस्ट डाक्टर के पास भी चले जाते हैं. वहां भी तमाम तरह के प्रोसीजर करवा लेते हैं पर इस का असर भी जल्द खत्म हो जाता है. इस की सब से बड़ी वजह यह होती है खानपान पर नियत्रंण न रखना. फास्टफूड और डिब्बाबंद खाना पीना हैल्थ के लिए ठीक नहीं होता है. लड़के इस का मोह छोड़ नहीं पाते हैं. समय पर अपना ध्यान न देने से जिम और सैलून का किया धरा रखा रह जाता है.
ऐसे में अगर स्मार्ट दिखना है समय पर खाना खाना चाहिए. इस के अलावा अपने सोने और जागने का समय तय होना चाहिए. देर रात तक जागना और सुबह देर से उठना बंद करना चाहिए. अगर जिम जाएं तो रेगुलर जाना चाहिए. सैलून जाएं तो समयसमय पर जाते रहें. जीवन में अगर अनुशासित नहीं रहेंगे तो न फिट रहेंगे न स्मार्ट रहेंगे. ऐसे में लोग झल्ला ही कहेंगे.