लाखों लोग शरीर से आने वाली दुर्गंध की समस्या का सामना करते हैं, खासकर गरमी के मौसम में. अधिकतर लोगों को लगता है कि शरीर से बदबू या दुर्गंध पसीना उत्पन्न होने के कारण होती है. मगर यह आधी हकीकत है. दरअसल हमारे शरीर से बदबू आने का कारण शरीर पर गंध या बदबू पैदा करने वाले बैक्टीरिया की मौजूदगी है. शरीर की त्वचा में स्थित बैक्टीरिया एपोक्राइन ग्लैंड से निकलने वाले पसीने में स्थित प्रोटीन और फैट को खाते हैं. शरीर के बालों वाले और नम हिस्से में लाखों बैक्टीरिया होते हैं जो शरीर में रहते हैं. ये बैक्टीरिया गंधहीन एपोक्राइन पसीने के यौगिकों को बदबूदार गंध में बदल देते हैं.

पसीने की बदबू शारीरिक स्वास्थ्य और आत्मविश्वास को प्रभावित करने वाली एक आम समस्या है. यह दिनभर के कामकाज और रोजमर्रा के तनाव के कारण भी हो सकती है. शरीर से आने वाली पसीने की बदबू न केवल हमारा आत्मविश्वास कम करती है बल्कि निजी स्वास्थ्य पर भी असर डालती है. जबकि एक सुगंधित शरीर न केवल आत्मविश्वास को बढ़ाता है बल्कि लोगों के बीच आप के प्रति आकर्षण को भी बढ़ाता है.

इसलिए शरीर की गंध को रोकना और सुरक्षा के उचित तौरतरीकों को अपनाना बेहद जरूरी है.

शरीर से बदबू आने के कुछ और कारण

कपड़ों का गलत चयन भी इस की वजह बन सकता है. सिंथैटिक कपड़े पसीना नहीं सोख पाते जबकि कौटन फैब्रिक बहुत जल्दी पसीना सोख लेते हैं. अगर आप को बहुत अधिक पसीना आता है तो बेहतर होगा कि आप रेयोन और पोलिएस्टर जैसे फैब्रिक का इस्तेमाल करने से बचें. वरना पसीना न सूखने की वजह से शरीर में बैक्टीरिया पनपने लगते हैं और बदबू आनी शुरू हो जाती है.

तनाव की वजह से भी दुर्गंध आती है. तनाव में होने पर हमारे शरीर से बहुत अधिक मात्रा में पसीना निकलता है. इस दौरान शरीर में कौर्टिसोल नाम का हार्मोन बनता है जिस की वजह से ज्यादा मात्रा में निकला पसीना बैक्टीरिया के संपर्क में आने के बाद बदबू की वजह बनता है.

गलत खानपान की वजह से भी शरीर की बदबू बढ़ सकती है. ज्यादा कैफीन या प्याज, लहसुन का प्रयोग इस समस्या को बढ़ा सकता है.

पसीने के अलावा शरीर में पानी की कमी होने पर भी शरीर से बदबू आती है.

शरीर की दुर्गंध को कैसे करें दूर

रोजाना 2 बार अच्छे से स्नान करें. नहाने और त्वचा को रगड़ने से कीटाणुओं, गंदगी और दुर्गंध को दूर करने में मदद मिलती है. शरीर के सभी हिस्सों को अच्छी तरह से धोना चाहिए खासकर गरदन, बगल और पैरों को. ये बौडी के वे एरिया हैं जहां कीटाणु जमा होते हैं और दुर्गंध पैदा करते हैं. नहाने के पानी में कोलोन मिलाने से शरीर की बदबू दूर होती है. चंदन, गुलाब और खस जैसे प्राकृतिक तत्त्वों के गुण शरीर की बदबू दूर करने में मदद करते हैं.

ऐसे में शौवर जेल और बौडी शैंपू आप के काम आ सकते हैं. नहाने के पानी में गुलाब जल मिलाएं. यह एक नैचुरल कूलर है. नहाने के पानी में गुलाब जल मिलाने से शरीर से अच्छी महक आती है और ताजगी का एहसास होता है. पसीने को त्वचा पर जमा न होने दें. अपने बगल के बालों की नियमित सफाई करें. सूती कपड़े पहनें. ढीले और आरामदायक अंडरगारमैंट्स पहनें.

अच्छी तरह से साफ किए, धुले कपड़े पहनने से आप के शरीर की दुर्गंध को दूर करने में मदद मिल सकती है. कपड़ों को स्वच्छ और गंधमुक्त रखने के लिए लौन्ड्री सैनिटाइजर का उपयोग करें.

डाइट में करें बदलाव

शरीर से अधिक पसीना आने से बदबू आने लगती है. ऐसे में डाइट में बदलाव कर आप शरीर की दुर्गंध से बच सकते हैं. रोजाना नीबू पानी पिएं. इस से ठंडक का एहसास होगा और शरीर से पसीना कम आएगा. खाना खाने से पहले और बाद में अदरक की चाय पिएं. ताजी अदरक की जड़ को बारीक काट लें और चुटकीभर नमक के साथ मिला लें.

भोजन से पहले इसे थोड़ा सा चबा लें. भोजन के साथ गरम पानी पीने से भी मदद मिल सकती है. लाइट और कम मसाले वाली चीजें खाएं. एक बार में ज्यादा खाना खाने के बजाय छोटेछोटे पोर्शन में खाएं.

परफ्यूम और डिऔडरैंट्स प्रयोग करें

परफ्यूम और डिऔडरैंट्स दुर्गंध को रोकने में मदद कर सकते हैं. सही डिऔडरैंट्स का चयन करें और उन का नियमित रूप से उपयोग करें. डिऔडरैंट आप के शरीर पर पसीने से पैदा होने वाली दुर्गंध को कम करता है. डिऔडरैंट यह सुनिश्चित करता है कि पसीने वाली त्वचा पर रोगाणुरोधी एजेंट लगाए जाएं. वे एजेंट गंध पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मारते हैं या कम से कम धीमा कर देते हैं.

स्वच्छता का खयाल रखें

हार्मोनल परिवर्तन भी शरीर की गंध का एक कारण हो सकता है. स्त्रियों में गर्भावस्था या मेनोपोज के दौरान और पुरुषों में यौन संबंधों के दौरान बदलते हुए हार्मोंस गंध की वजह बन सकते हैं.

बेहतर आदतों को अपनाते हुए नियमित स्वच्छता बरतने और एंटीसैप्टिक उत्पादों का उपयोग कर के आप शरीर की दुर्गंध को कम कर सकते हैं. आप नहाने के लिए रोजाना डेटौल बौडीवाश का इस्तेमाल कर सकते हैं. इस के साथ ही हैंड सैनिटाइजर व वाइप्स का इस्तेमाल भी स्वच्छता में मददगार होगा.

तनाव से रहें दूर

तनाव को नियंत्रित करने से शरीर की दुर्गंध कम हो सकती है. तनाव कम करने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करें. सकारात्मक सोचें और अच्छी जीवनशैली बनाए रखें.

शरीर की दुर्गंध दूर करने के घरेलू उपाय

कुछ नीबू लें और उन्हें निचोड़ कर उन का रस एक कटोरे में निकाल लें. स्प्रे बोतल को नीबू के रस से भरें. इस बोतल की मदद से नीबू के रस को अपनी दुर्गंध देने वाली त्वचा पर स्प्रे करें. अपनी त्वचा पर नीबू के रस का छिड़काव करने के 5 मिनट बाद एक साफ कपड़े से अपनी त्वचा को पोंछ लें.

नीम के कुछ पत्ते लें और उन्हें पीस कर एक अच्छा पेस्ट बना लें. नीम के कुचले हुए पत्तों को एक छलनी में रखें और इस का रस प्याले में छान लें. स्प्रे बोतल में नीम का रस भरें. नीम के रस की कुछ बूंदों को अपनी त्वचा पर स्प्रे करें और इसे पोंछने के बाद इसे कम से कम एक या दो मिनट तक लगा रहने दें. नीम में उच्च औषधीय गुण और जीवाणुरोधी गुण होते हैं, त्वचा पर नीम के रस की उपस्थिति गंध पैदा करने वाले बैक्टीरिया और उन के विकास को गायब कर देती है.

फिटकरी का एक टुकड़ा लें और उसे पानी में डुबो दें. फिटकरी के टुकड़े को त्वचा के बदबूदार हिस्से पर मलें और ऐसे ही रखें. फिटकरी में उच्च एंटीसैप्टिक और जीवाणुरोधी गुण होते हैं.

सफेद सिरके का एक छोटा कटोरा लें और एक कौटन को सिरके में डुबोएं. सिरका त्वचा के पीएच को कम करता है और त्वचा के वातावरण को सामान्य करता है. सिरके में उच्च अम्लीय गुण होते हैं. गंध पैदा करने वाली त्वचा पर इस का प्रयोग गंध पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मारता है और शरीर को एक बदबूदार गंध को छोड़ने से रोकता है.

पानी में सेंधा नमक मिला कर नहाने से बैक्टीरियल इन्फैक्शन को कम करने में मदद मिलती है. यह एक्टिव बैक्टीरिया को मारता है और पसीने की दुर्गंध को कम करता है. इस के अलावा सेंधा नमक की खास बात यह है कि यह शरीर पर एक्ने और दाने भी कम करने में मददगार है.

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