यह आश्चर्य की बात साफसाफ दुनिया ने देखी. अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में किस तरह डोनाल्ड ट्रंप, जो बाइडेन पर भारी दिखाई दे रहे थे, वे लगातार हमलावर थे. अपने देश और दुनिया में डोनाल्ड ट्रंप की चर्चा जोरों पर थी. साफसाफ दिख गया जो बाइडेन पिछड़ते चले जा रहे थे. डोनाल्ड ट्रंप के हावभाव और बातें ऐसी थीं मानो अब राष्ट्रपति पद चंद कदम की दूरी पर है और वे शपथ लेने ही वाले हैं. मगर जैसे ही जो बाइडेन ने राष्ट्रपति पद से अपनी उम्मीदवारी को वापस लिया और कमला हैरिस सामने आईं तो डोनाल्ड ट्रंप की बोलती बंद दिखाई दे रही है.

इसे अगर ध्यान से देखें तो हम पाते हैं कि सचमुच चुनाव में व्यक्तित्व कमाल करता है और कमला हैरिस डैमोक्रेटिक पार्टी की राष्ट्रपति पद प्रबल दावेदार बन कर सामने हैं तब से अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव बेहद रोचक हो गया है. ट्रंप के गढ़ में भी कमला हैरिस को बहुत सम्मान और प्यार मिल रहा है. कमला हैरिस ट्रंप के सामने कितनी टिकती हैं, इसे ले कर अमेरिकी मीडिया ने सर्वे रपट पेश की है, जिस में चौंकाने वाले नतीजे दिखाई दे रहे हैं.

ताजा सर्वे के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप के राज्य एरिजोना, गढ़ वाले मिशिगन, जार्जिया और पेन्सिल्वेनिया में ट्रंप मामूली अंतर से आगे हैं, जबकि विस्कान्सिन में दोनों 47 फीसद के साथ बराबरी पर हैं. इस से पहले जब बाइडेन चुनावी मैदान में थे तो ट्रंप इन राज्यों में काफी आगे थे.

भारतवंशी हैं कमला हैरिस

दरअसल, इन सर्वे रपट में कमला हैरिस कहीं डोनाल्ड ट्रंप पर भारी पड़ती दिखाई दे रही हैं तो कहीं उन के बराबरी में दिखाई दे रही हैं. यानी, कमला हैरिस और डैमोक्रेटिक पार्टी थोड़ी और ताकत लगा दें तो ट्रंप का सत्ता में वापसी करना मुश्किल हो जाएगा. अब अमेरिका का यह राष्ट्रपति चुनाव काफी रोमांचक हो गया है. एक समय में डोनाल्ड ट्रंप की ही चारों तरफ चर्चा थी लेकिन अब धीरेधीरे खत्म होती जा रही है और डोनाल्ड ट्रंप भी स्वयं पीछे हो गए हैं.

यहां उल्लेखनीय है कि पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा का साथ मिलने से कमला हैरिस और मजबूत हो गई हैं. पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और उन की पत्नी मिशेल ने कमला हैरिस की उम्मीदवारी पर समर्थन दे दिया. यह वीडियो वायरल हो गया या फिर किया गया मगर इस से कमला हैरिस की लोकप्रियता बढ़ गई. ओबामा ने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘उन्हें और मिशेल को कमला हैरिस का समर्थन कर के गर्व हो रहा है. हमें लगता है वे अमेरिका की शानदार राष्ट्रपति बनेंगी, उन्हें हमारा पूरा समर्थन है.’

पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार 81 वर्षीय जो बाइडेन की उम्र और उन की क्षमताओं को ले कर उन पर हमलावर थे. अब यही बात अब कमला हैरिस के पक्ष में जाती दिख रही है और उम्र को ले कर दबाव अब ट्रंप के ऊपर होगा. कुल मिला कर कमला हैरिस तुरुप का वह पत्ता बन कर सामने आई हैं जो अमेरिका के चुनाव के परिणाम बदल सकती हैं.

सर्वेक्षण बताता है कि युवाओं का झुकाव कमला हैरिस की ओर ज्यादा है. हैरानी नहीं कि कमला अपना चुनावी अभियान अमेरिका के युवाओं के भविष्य और स्वतंत्रता की रक्षा से जोड़ कर बढ़ा रही हैं. अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने भरोसा जताया है कि कमला हैरिस निश्चित रूप से ट्रंप को हरा सकती हैं.

गौरतलब है कि बराक ओबामा को ले कर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं थी. माना जाता है कि ओबामा को बड़ी डैमोक्रेटिक लौबी का समर्थन हासिल है, इसलिए उन का समर्थन हैरिस के लिए बड़ी जीत है. बराक और मिशेल ओबामा ने 2016 में हिलेरी क्लिंटन और 2020 में जो बाइडेन के लिए चुनाव में प्रचार किया था. अब डैमोक्रेटिक पार्टी में हैरिस ही राष्ट्रपति पद के लिए सब से बड़ी दावेदार हैं, हालांकि अंतिम निर्णय अगले माह होने वाली पार्टी के नैशनल कन्वेंशन में होगा.

सर्वे के अनुसार अधिसंख्य मतदाता यह मानते हैं कि 59 वर्षीय हैरिस मानसिक रूप से तेज और चुनौतियों से निबटने में सक्षम हैं, जबकि 78 वर्षीय ट्रंप के बारे में 49 फीसद मतदाताओं की ही यह राय है. वहीं, केवल 22 फीसद मतदाता ही जो बाइडन के बारे में ऐसा सोचते हैं. यहां पाठकों को बताते चलें कि कमला हैरिस वर्तमान में अमेरिकी उपराष्ट्रपति हैं और भारतवंशी हैं.

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...