दुनिया के किसी भी फैशन शोज में वार्डरोप मालफंक्शन के बारे में पढ़ा और सुना जाता रहा है, जिस में कई बार मौडल्स या अभिनेत्रियां रैम्प पर वाक करते हुए किसी प्रकार की मालफंक्शन की शिकार हो जाती हैं. ये उन के लिए कभी शर्मनाक तो कभी पब्लिसिटी स्टंट होती है, क्योंकि हजारों की संख्या में लोगों की नजरें उस मौडल पर टिकी हुई होती है, जो उस समय रैम्प पर चल रही होती है, ऐसे में अचानक मालफंक्शन से वे खुद भी चकित हो जाती है और खुद को संभालते हुए अपनी वौक को पूरा करती है.

संभालती हैं खुद को

वार्डरोप मालफंक्शन शब्द बौलीवुड और हौलीवुड से जुड़ी खबरों में पढ़ने को मिलता है और इस शब्द से जुड़ी खबरों में प्रकाशित और प्रसारित फोटो या वीडियो भी लोग खूब दिलचस्पी के साथ देखा करते हैं, ऐसे समाचारों की विशेषता यह होती है कि जिस व्यक्ति से जुड़ी यह खबर होती है, उसे शिकार हुए के रूप में दर्शाया जाता है. इस में अधिकतर महिलाएं ही होती हैं और वे भी अभिनेत्रियां और मौडल्स ही होती हैं, क्योंकि आम जनजीवन में कोई भी सामान्यत इस तरह शिकार नहीं बनतीं.

कई बार ऐसे किसी संवेदनशील ऐक्टर्स और मौडल्स को वार्डरोब मालफंक्शन का शिकार होने पर वे शर्मसार भी हो जाती हैं, लेकिन कई ऐसी भी मौडल्स होते हैं, जो इस तरह की स्थिति में आने के बाद भी बहुत सुझबूझ से सामना कर खुद को संभाल लेती हैं ताकि देखने वालों को लगे कि कुछ हुआ ही नहीं है.

पब्लिसिटी स्टंट

वार्डरोब मालफंक्शन को ले कर कई बार यह भी कहा जाता है कुछ सैलिब्रिटियां पब्लिसिटी स्टंट के लिए जानबूझ कर ऐसा शिकार बनने को आतुर होती हैं, तो कुछ अनजाने में भी इस तरह का शिकार बन जाती हैं. वार्डरोब मालफंक्शन के शाब्दिक अर्थ के साथ वास्तविकता को अगर जोड़ा जाए तो स्पष्ट है कि अलमारी में खराबी या खोट हो, जिस से पहनने वाले को असहजता का सामना करना पड़ा हो. इस में जिम्मेदारी ड्रैस को पहनने वाले और उसे बनाने वाले दोनों का समान रूप से भागीदारी होती है.

इस बारे में डिजाइनर श्रुति संचेती कहती हैं, “रैंप शो बहुत सुंदर दिखता है, लेकिन उस के पीछे बहुत छोटी जगह पर बहुत सारे मौडल्स और दो से तीन डिजाइनर्स होते हैं. कपड़ों के लिए उन के लुक को भी बारबार बदलना पड़ता है. रैंप के पीछे का पूरी एरिया बहुत केयोटिक होता है. रैंप वौक के समय एकएक मौडल को एक मिनट से भी कम समय एक ड्रैस को बदलना पड़ता है. ऐसे में डिजाइनर्स को हर बात का बहुत ध्यान देना पड़ता है. पोशाकों को पहन कर पहले ट्रायल लेना पड़ता है और जो भी गलतियां होती हैं उसे ठीक करना पड़ता है. जो नहीं कराते, वहां मालफंक्शन होता है.”

रिहर्सल है जरूरी

इस के आगे डिजाइनर कहती है, “ट्रायल के बाद जो भी कमी ड्रैस में थी, उसे नोट कर एक शीट लगा देना पड़ता है, ताकि हेल्पर उस ड्रैस को पहनाते वक्त उस बात का ध्यान रखें. अधिकतर हैल्पर स्कूल पास लड़कियां या लड़के होते हैं. ऐसे में उन्हें कोऔर्डिनेटर प्रशिक्षण देता है.

“इस के अलावा इनरवियर होता है, जो बौडी को पूरी तरह से ढक कर रखता है. पुराने मौडल्स सही इनरवियर पहनना जानते हैं लेकिन नए मौडल को सही इनरवियर पहनने के बारे में भी ट्रैनिंग देनी पड़ती है. सबकुछ ठीक होने पर भी अगर ड्रैस, पांव में फंस जाए या कोई स्ट्रिप फिसल जाए आदि के बारे में उन्हें क्या करना है, बताना पड़ता है.

“शो शुरू होने से पहले उस ड्रैस को पहन कर रिहर्सल कर लेना बहुत जरूरी होता है. हर ड्रैस की सही फिटिंग्स पहले देखना मौडल्स और डिजाइनर्स के लिए बहुत आवश्यक होता है. इन सभी बातों का ध्यान रखने पर मालफंक्शन कभी नहीं हो सकता. डिजाइनर किसी भी प्रकार की ड्रैस बनाए, मौडल्स को कैरी करना आता है, उन्हें अगर किसी पिंजरे में रख कर भी रैंप पर चलाया जाता है, तो वे चल सकती हैं लेकिन उन्हें प्रैक्टिस के लिए टाइम देने की जरुरत होती है.

“एक बड़ी फैशन शो में 24 से ले कर 35 पोशाक मौडल्स को पहनने पड़ते हैं. अगर मौडल्स को साड़ी या दुपट्टा पहननी होती है, तो प्री प्लीट कर रखना पड़ता है, क्योंकि उस समय समय की कमी होती है.”

होती है समस्या

मालफंक्शन कई बार अचानक ही हो जाता है. ऐसे में सही तरह से उस ड्रैस को तैयार न किया गया हो या मौडल ने उस ड्रैस को पहन कर रिहर्सल न किया हो, ऐसी कई घटनाएं होना स्वाभाविक है, जिस से मौडल और डिजाइनर दोनों को ही समस्या में पड़ना पड़ता है.

केवल कपड़े ही नहीं, उन के शूज तक समस्या देते हैं. कई बार शूज के हिल्स तक खुल जाते हैं जिस से वे कई बार रैंप पर धड़ाम से गिर भी जाती हैं. आइए जानते हैं किस एक्ट्रैस और मौडल्स को मालफंक्शन का सामना करना पड़ा और उन्होंने उसे कैसे संभाल लिया.

मंदना करीमी

ईरान से आई और बौलीवुड में काम कर रही अभिनेत्री और बिग बौस की कंटेस्टेंट मंदना करीमी को वार्डरोप मालफंक्शन का सामना करना पड़ा. फिल्म ‘क्या कूल हैं हम 3’ की शूटिंग करते वक्त मंदना बिकिनी पहन कर कर शूटिंग कर रही थीं. तभी अचानक बिकिनी फिसल गई, क्योंकि बिकिनी ढीली थी. ऐसी स्थिति में भी मंदना ने प्रेजेंस औफ माइंड दिखाई और स्थिति को बड़ी अच्छी तरह हैंडल कर लिया था.

कैरोल ग्रेसियस

वर्ष 2006 में सुपरमौडल कैरोल ग्रेस‍ियस, मालफंक्शन की श‍िकार हुई थी. एक फैशन वीक के दौरान कैरोल ने डिजाइनर बीजू सहगल का लेटैस्ट कलैक्शन को पहन कर रैंप पर उतरी थी. उन्हें हौल्टर नेकलाइन की कटआउट ड्रैस पहन कर रैंप वौक करना था. यह ड्रैस मिडिल में फैब्रिक की पतली पट्टी से नीचे के हिस्से से जुड़ी थी.

रैंप पर चलने के दौरान अचानक उन का हौल्टर नेक खुल गया और उन का ब्रेस्ट पोर्शन पूरी तरह उतर गया, लेक‍िन कैरोल ने पर‍िस्थ‍ित‍ि को संभाला और टौप को ऊपर कर उसे पकड़ लिया. उन्होंने अपने ड्रैस को पकड़ कर बेहद प्रोफेशनल तरीके से अपना रैंप वौक पूरा किया.

हालांकि यह घटना बेहद शर्मनाक थी, लेकिन इस घटना ने रातोंरात कैरोल को लाइमलाइट में ला दिया, क्योंकि इस का जिक्र मीडिया की सुर्खियों में था. इस परिस्थिति को ले कर एफआईआर भी हुई लेकिन डिजाइनर और मौडल ने इसे अचानक हुई घटना बताया और डिजाइनर इस के लिए माफी मांगी.

मौनी रौय

नागिन फेम मौनी रौय को भी वार्डरोप मालफंक्शन का सामना करना पड़ा. मौनी का एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हुआ था, जिस में उन्होंने हौल्टर नेक ड्रैस पहनी हुई थी, जो किसी कारणवश खुलने से वह अपनी कार की ओर भाग कर खुद को संभाल लेती है. इस के बाद डिजाईनरों ने हाल्टर नेक कपड़ों को असुविधाजनक बताया था.

नर्गिस फाखरी

बौलीवुड एक्ट्रैस नरगि‍स फाखरी रैंप पर चलते वक्त वार्डरोब मालफंक्‍शन की शिकार हो गई थी. नरगिस ने कैट वौक के दौरान ब्‍लैक गाउन ड्रैस पहनी थी जो कि बीच से अचानक फट गई, ड्रैस के लोअर पार्ट पर डिजाइनर कट था, जो चलने के दौरान ऊपर आ गया था.

गौहर खान

‘बिग बौस’ विनर गौहर खान एक फैशन वीक के दौरान उन का भी वार्डरोब मालफंक्शन भी हुआ था. रैंप पर कैट वौक करते समय गौहर की शौर्ट ब्लैक स्कर्ट पीछे से अचानक से फट गई, जिसे गौहर ने बिना किसी घबराहट के साथ वौक को पूरा किया.

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