अनूप को अक्सर घर काटने को दौड़ता..पत्नी  पराई पराई सी लगती.मन करता,घर से कहीं बाहर निकल जाए और सड़कों पर तब तक घूमता रहे,जब तक थक कर टूट न जाए.  फिर घर लौटकर गहरी नींद सो जाए,ताकि उसकी पत्नी की ऊँचा बोलने की आवाज़  उसे सुनाई ही   न दे. उसे लगता उसकी अपनी पत्नी  ही उसकी सबसे बड़ी दुश्मन है,जिसने सुख शांति छीन ली है.

असल में रिश्तों की मजबूती की नींव प्यार, विश्वास, सम्मान और आत्मसमर्पण से मजबूत होती है. इनमें से किसी भी एक भावना की कमी आपके रिश्ते की इमारत को कमजोर और जर्जर बना सकती है. कई बार रिश्तों में आई परेशानियों को हम अनदेखा या नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन ऐसा करना आपकी सबसे बड़ी गलती हो सकती है. क्योंकि रिश्ता दो लोगों के साथ चलने से ही खूबसूरत बनता है. अगर आपको भी अपने रिश्ते में ये 7 बातें नजर आ रही हैं तो मान लीजिए कि आपके रिश्ते में कुछ गड़बड़ है.

अपनी पसंद थोपने की कोशिश

रिश्ते में एक दूसरे के फैसलों का सम्मान करना जरूरी होता है. अगर आपका साथी अक्सर अपनी पसंद आप पर थोपने की कोशिश करता है या फिर आपके निर्णयों को प्रभावित करने का प्रयास करता है तो यह खतरे की घंटी जैसा है.

इमोशनल सपोर्ट का अभाव

दो लोगों के रिश्ते में सबसे जरूरी है इमोशन यानी भावनाएं. अगर आपका साथी आपकी भावनाओं को न ही समझता है और न ही उनका सम्मान करता है तो आपको अपने रिश्ते पर फिर से गौर करने की जरूरत है. क्योंकि जब बार-बार ऐसा व्यवहार होता है तो रिश्ते में भावनाएं खत्म हो जाती हैं और दूरियां खुद-ब-खुद आने लगती हैं.

एक दूसरे पर विश्वास जरूरी

विश्वास आपके रिश्ते की नींव है. जिस रिश्ते में साथी एक दूसरे पर विश्वास नहीं करते, उसमें असुरक्षा की भावना पैदा होने लगती है. एक दूसरे पर शक करना आपके रिश्ते को कमजोर बना देता है. ऐसा रिश्ता समझौते के जैसा हो जाता है. इसलिए एक दूसरे पर विश्वास करना जरूरी है.

बातचीत से निकलेगा हल

पार्टनर्स के बीच की बातचीत रिश्ते को मजबूत और पारदर्शी बनाती है. दो लोगों के बीच संवाद किसी पुल का काम करता है. यह आपको आपस में जोड़ता है. जब यह पुल टूटता है या कमजोर होता है तो रिश्तों में दूरी आने लगती है. एक दूसरे की भावनाएं साझा नहीं हो पातीं और रिश्तों में कड़वाहट आने लगती है. इसलिए अपनी मन की बातें एक दूसरे से जरूर करें.

सम्मान के बिना, सब बेईमानी

सम्मान आपके रिश्ते को न सिर्फ मजबूती देता है, बल्कि यह पार्टनर की नजरों में आपका महत्व भी बढ़ा देता है. सम्मान के बिना प्यार की बातें  बेईमानी हैं. जब आप अपने साथी का सम्मान करते हैं तो एक तरह से उसे यह भी बताते हैं कि आप उन्हें कितना प्यार करते हैं. इसकी कमी रिश्ते के खोखलेपन दिखाता है.

अतीत में उलझे रहना 

‘मैं तुम्हारे अतीत को जानता हूं, इसलिए बोल रहा हूं’,‘आपने पहले भी ऐसा किया था’, ‘कहीं आप पहले की तरह तो नहीं कर रहे’, अक्सर पार्टनर्स रिश्तों में ऐसी बातें करते हैं. लेकिन अतीत में उलझे रहने से आपका आज का रिश्ता कमजोर हो सकता है. अगर आपका पार्टनर अक्सर आपको आपके अतीत को लेकर टोकता है या आपके अतीत के अनुसार आपको जज करता है तो रिश्ते में जुड़ाव की कमी हो सकती है.

आलोचना है असहनीय

अपने पार्टनर की बात-बात पर आलोचना करना, दूसरों को उसकी कमी बताना, आपको भले ही मजाक लगे, लेकिन यह आपके साथी को अंदर से तोड़ देता है. यह न सिर्फ उन्हें मानसिक रूप से परेशान करता है, बल्कि उनके काॅन्फिडेंस को भी तार-तार कर देता है. ऐसी आलोचनाएं आपके रिश्ते के लिए आत्मघाती साबित हो सकती हैं.

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