बौलीवुड के लिए 2024 की शुरुआत बहुत ही खराब रही. जनवरी माह के चारों सप्ताह बौक्सऔफिस पर मायूसी छाई रही. इस की मूल वजह यह रही कि बौलीवुड के फिल्मकार इन दिनों दर्शकों को मूर्ख मान कर फिल्में बना रहे हैं. ऐसे में फिल्मों का बौक्सऔफिस पर डूबना तय है.

जनवरी माह में कटरीना कैफ, हृतिक रोशन, दीपिका पादुकोण व पंकज त्रिपाठी भी बौक्सऔफिस पर बुरी तरह से असफल रहे हैं. फरवरी माह की शुरुआत नवाजुद्दीन सिद्दीकी व रेगिना कासांडा की फिल्म ‘सेक्शन 108’ से हुई. यह फिल्म 2 फरवरी को सिनेमाघरों में अकेले ही पहुंची. इस दिन फिल्म ‘सेक्शन 108’ के अलावा कोई दूसरी फिल्म प्रदर्शित नहीं हुई. फिर भी यह चाय पीने का पैसा भी इकट्ठा नहीं कर पाई.

रासिख खान निर्देशित फिल्म ‘सेक्शन 108’ पूरे सप्ताह में महज 5 लाख रुपए ही इकट्ठा कर पाई. पहले दिन इस फिल्म ने सिर्फ 60 हजार रुपए कमाए थे. फिल्म की इस बुरी दुर्गति को देख कर अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने निर्माता से आग्रह किया कि वे इस फिल्म के बौक्सऔफिस आंकड़ों की जानकारी किसी को न बताएं.

फिल्म ‘सेक्शन 108’ की कहानी एक अरबपति के गायब हो जाने से शुरू होती है और अदालत जल्द ही उसे मृत घोषित करने वाली है. बीमा कंपनी को अंदाजा हो गया है कि गायब हुए अरबपति के नामित व्यक्ति को मुआवजा देना पड़ेगा. पर बीमा कंपनी को लगता है कि यह एक धोखाधड़ी है, इसलिए बीमा कंपनी अपना केस लड़ने में मदद के लिए एक वकील ताहूर खान को नियुक्त करती है. वकील ताहूर खान की भूमिका में नवाजुद्दीन सिद्दीकी हैं. परदे पर नवाजुद्दीन सिद्दीकी कहीं से भी वकील नजर नहीं आते. कहानी व पटकथा में कोई दम नहीं है.

बौलीवुड में चर्चाएं गरम हैं कि नवाजुद्दीन सिद्दीकी ऐसे कलाकार हैं जिन की एक भी फिल्म 2017 के बाद अब तक ओटीटी प्लेटफौर्म अथवा सिनेमाघरों में दर्शक नहीं जुटा पाई, उन को ले कर लोग अति घटिया, नीरस पटकथा व बेसिरपैर की कहानी वाली फिल्में बना कर क्यों नुकसान उठा रहे हैं, समझ से परे है.

उधर, अपने अभिनय में सुधार लाने के बारे में सोचने के बजाय अहं के शिकार नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने कहा है कि लोग उन्हें फिल्में नहीं देंगे तो वे अपना सबकुछ बेच कर खुद अपने लिए फिल्म बनाएंगे क्योंकि उन के अंदर अभिनय प्रतिभा कूटकूट कर भरी हुई है.

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